जयपुर में जीका वायरस के प्रकोप से मचा हड़कंप, स्वास्थ्य विभाग के फूले-हांथ पांव
By रामदीप मिश्रा | Published: October 10, 2018 05:11 AM2018-10-10T05:11:23+5:302018-10-10T05:11:23+5:30
बताया गया है कि जीका वायरस को लेकर लगभग 26 हजार घरों का सर्वे कराया गया है, जिसमें अकेले शास्त्री नगर इलाके से 450 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए गए हैं।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में जीका वायरस का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है, जिसके बाद मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की अध्यक्षता में सचिवालय में जीका वायरस से बचाव और आम लोगों को इसके संबंध में जागरुक करने के उद्देश्य से चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित करनी पड़ गई है।
दरअसल, जीका वायरस के अकेले शास्त्री नगर इलाके में 29 मामले पॉजिटिव पाये गए हैं। ये जानकारी उस समय सामने आई है जब पीएमओ द्वारा रिपोर्ट मांगी गई।
बताया गया है कि जीका वायरस को लेकर लगभग 26 हजार घरों का सर्वे कराया गया है, जिसमें अकेले शास्त्री नगर इलाके से 450 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इन सैंपलों में 29 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। वहीं, इन 450 संदिग्ध में से 160 गर्भवती महिलाएं थीं, जिन्हें सबसे ज्यादा जीका का खतरा होता है।
उधर, बैठक में मुख्य सचिव ने जीका रोग से बचाव और आमजन को इस संबंध में जागरुक करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुये कहा कि यह रोग प्राणघातक नही हैं और मच्छरों की रोक थाम कर इस रोग से बचा जा सकता है।
मुख्य सचिव ने बताया कि जीका वायरस से सम्बधित सभी जांच सुविधायें एवं आवश्यक दवाईयां एसएमएस अस्पताल में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जीका वायरस से बचाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि जीका वायरस से घबराने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि इससे बचाव के तौर-तरीकों से आमजन को जागरुक बना कर हम इस बीमारी से बच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जीका वायरस मच्छर जनित बीमारी है, इसलिए सबसे पहले हमें साफ सफाई और मच्छर रहित, साफ-सुथरा वातावरण बनाना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्कूलों में प्रार्थना सभा में छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जा सकता है । इसके अतिरिक्त जुम्मे की नमाज, रामलीला जैसे सार्वजनिक अवसरों पर भी इस रोग से बचाव के तरीको से आम जनता को जागरूक किया जा सकता है।
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावित क्षेत्र शास्त्रीनगर में मेडिकल टीम घर-घर जाकर नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है साथ ही वहां मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने का व्यापक अभियान भी चालू है।
गुप्ता ने बताया कि सोश्यल मीडिया में जीका वायरस से बचाव और आमजन को जागरूक करने का प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एफएम चैनल्स में भी इस संबंध में आवश्यक जानकारियां दी जा रही हैं।