लाइव न्यूज़ :

अमेरिका के विलियम काएलिन और ग्रेग सेमेंजा, ब्रिटेन के पीटर रैटक्लिफ को मिला चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार

By भाषा | Updated: October 7, 2019 15:57 IST

वैज्ञानिकों की इस खोज ने एनीमिया, कैंसर और अन्य कई रोगों से लड़ने के लिए नयी रणनीतियों का मार्ग प्रशस्त किया है

Open in App
ठळक मुद्देनोबेल असेंबली ने कहा कि इन अनुसंधानकर्ताओं को यह पुरस्कार चिकित्सा क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण खोज के लिए दिया गया है।

अमेरिकी अनुसंधानकर्ताओं विलियम कालिन और ग्रेग सेमेंजा तथा ब्रिटेन के पीटर रैटक्लिफ ने सोमवार को चिकित्सा क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीता। नोबेल असेंबली ने कहा कि इन अनुसंधानकर्ताओं को यह पुरस्कार चिकित्सा क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण खोज के लिए दिया गया है।

ज्यूरी ने कहा, ‘‘उन्होंने (अनुसंधानकर्ताओं) हमारी इस समझ के लिए आधार तैयार किया कि किस तरह ऑक्सीजन के स्तर कोशिकीय चयापचय और शारीरिक कार्यप्रणाली को प्रभावित करते हैं।’’

इसने कहा, ‘‘इस खोज ने एनीमिया, कैंसर और अन्य कई रोगों से लड़ने के लिए नयी रणनीतियों का मार्ग प्रशस्त किया है।’’

टॅग्स :नोबेल पुरस्कार
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वमार्खेज का अद्‌भुत संसार और ट्रम्प का चर्चिल न हो पाना

विश्वNobel Prize 2025: जोएल मोकिर, फिलिप अघियन और पीटर हॉविट को दिया जाएगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार

विश्वनोबेल शांति पुरस्कार नहीं?, पूरी तरह से स्वस्थ हैं डोनाल्ड ट्रंप, चिकित्सक बोले- बेटेस्डा, मैरीलैंड स्थित अस्पताल में 3 घंटे रहे अमेरिकी राष्ट्रपति

विश्वNobel Peace Prize: आखिर मात खा गए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, थियोडोर रूजवेल्ट, वुडरो विल्सन और बराक ओबामा मिला था पुरस्कार

विश्वराष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नहीं इस महिला को मिला 2025 नोबेल शांति पुरस्कार

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत