उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के 1763 मरीज हुए ठीक, राज्य में अबतक 2636 मरीजों को मिली छुट्टी
By स्वाति सिंह | Published: May 18, 2020 04:23 PM2020-05-18T16:23:45+5:302020-05-18T16:46:31+5:30
उत्तर प्रदेश में 56, 019 आइसोलेशन एवं 26, 419 क्वारेंटाइन बेड हैं । वेंटीलेटर बेड की संख्या 1260 है । राज्य में 10, 201 लोगों को पृथकवास केन्द्रों में रखा गया है। राज्य में टेस्टिंग लैब की संख्या 27 है । प्रसाद ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग हो रहा है ।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सोमवार को कोरोना संक्रमण के कुल 4511 हो गये हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले अब 4511 हो गये हैं । कुल 2636 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं जबकि इस संक्रमण की वजह से 112 लोगों की मौत हुई है।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सर्विलेंस का काम लगातार चल रहा है। अब तक 65,05,876 घरों का सर्वेक्षण किया गया है, जिसमें 3,23,09,498 लोगों का सर्वेक्षण हुआ है'। उन्होंने यह भी बताया कि कल 6247 सैंपल टेस्ट किए गए। कल 512 पूल लगाए गए जिसमें से 46 पूल पॉजिटिव पाए गए हैं।'
वहीं, अमित मोहन प्रसाद ने संवाददाताओं को बताया था कि पूरे राज्य में 56, 019 आइसोलेशन एवं 26, 419 क्वारेंटाइन बेड हैं । वेंटीलेटर बेड की संख्या 1260 है । राज्य में 10, 201 लोगों को पृथकवास केन्द्रों में रखा गया है। राज्य में टेस्टिंग लैब की संख्या 27 है । प्रसाद ने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग हो रहा है ।
स्वास्थ्य विभाग के नियंत्रण कक्ष से 11 हजार से अधिक लोगों से संपर्क कर स्वास्थ्य संबंधी सलाह दी गयी है । उन्होंने बताया कि स्रर्विलांस टीमें लगातार सर्वेक्षण का कार्य कर रही हैं । कुल 78, 576 टीमों ने 64 लाख से अधिक घरों और इन घरों में तीन करोड 19 लाख से अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया है । उन्होंने बताया कि जो प्रवासी कामगार घर पर पृथक-वास में रह रहे हैं, आशा कार्यकर्ता लगातार उनके स्वास्थ्य की जानकारी ले रही हैं । अब तक तीन लाख 72 हजार से अधिक प्रवासी कामगारों के स्वास्थ्य का सर्वेक्षण किया गया है और 414 लोगों को इंफ्लुएंजा या सांस लेने में तकलीफ जैसे कोई ना कोई लक्षण हैं । उनकी जांच की जा रही है ।
उत्तर प्रदेश की सभी जिलों में कोरोना की रैंडम सैंपलिंग शुरू
उत्तर प्रदेश के आगरा केंद्रीय कारागार में कोविड-19 संक्रमित एक कैदी की मौत के बाद कारागार प्रशासन ने राज्य की सभी जेलों में रैंडम सैंपलिंग शुरू की है। कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग के महानिदेशक आनंद कुमार ने बताया आगरा जेल में आठ मई को कोविड-19 संक्रमित एक कैदी की मौत हो गई। वह छह मई कोरोना संक्रमित पाया गया था। उसके संपर्क में आए 14 अन्य कैदियों को अलग रखा गया है।
उन्होंने बताया कि उस बैरक की देखभाल कर रहे करीब 13 जेल अधिकारियों की जांच रिपोर्ट में संक्रमण नहीं मिला अब हम राज्य के सभी कारागारों में रैंडम सैंपलिंग करा रहे हैं। कुमार ने बताया कि राज्य में इस वर्ष कुल 71 कारागारों में 94 हजार से ज्यादा कैदी रखे गए हैं। अब तक 16000 से ज्यादा बंदियों को जमानत या पैरोल पर छोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि क़ैदियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए इच्छुक कैदियों को प्राणायाम सिखाया जा रहा है और काढ़े का सेवन कराया जा रहा है। कुमार ने बताया कि कारागारों में जहां तक मुमकिन हो आपस में दूरी रखने के नियम का पालन कराया जा रहा है। हालांकि राज्य की जेलों में 60000 कैदियों को ही रखने की क्षमता है, मगर इस वक्त उनमें 94000 कैदी मौजूद हैं। क्षमता से ज्यादा कैदी रखने से समस्या उत्पन्न हो रही है।