1 लाख इनामी नक्सली सिद्धू कोड़ा सहित 3 नक्सली चढ़े पुलिस के हत्थे, कई हथियारों के साथ कारतूस बरामद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 22, 2020 07:50 PM2020-02-22T19:50:01+5:302020-02-22T19:50:01+5:30
सिद्धू कोडा नक्सली संगठन के गुरिल्ला दस्ता का लेफ्टिनेंट जनरल बताया जा रहा है. कोडा के पास से एक एके 47 राइफल, एक इंसास राइफल समेत 3 हथियारों के साथ कारतूस को भी बरामद किया गया है.
बिहार के जमुई और जिले की सीमा से सटे झारखंड के गिरिडीह जिले में पुलिस के लिए सिरदर्द बने स्पेशल एरिया कमेटी के सचिव हार्डकोर नक्सली सिद्धू कोड़ा को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है. साथ ही एक अन्य नक्सली सुशील हेंब्रम को गिरफ्तार किये जाने की सूचना है. वहीं जिले के चकाई इलाके से एक और नक्सली मो. इलियास को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार नक्सली नेता सिद्धू कोड़ा पर 1 लाख रुपये से ऊपर का इनाम होने की बात बताई जा रही है. सिद्धू कोडा नक्सली संगठन के गुरिल्ला दस्ता का लेफ्टिनेंट जनरल बताया जा रहा है. कोडा के पास से एक एके 47 राइफल, एक इंसास राइफल समेत 3 हथियारों के साथ कारतूस को भी बरामद किया गया है. सिद्धू कोडा को बिहार झारखंड सीमा क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि सुशील हेंब्रम नक्सली कमांडर सिद्धू कोडा का सहयोगी है.
बताया जाता है कि पुलिस ने एक इंसास और एके-47 भी बरामद किया है. बिहार एसटीएफ की टीम ने दुमका पुलिस के साथ मिलकर झारखंड की उप राजधानी दुमका से दुर्दांत नक्सली सिद्धू कोडा को नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी के मुताबिक, गुप्त सूचना के आधार पर बिहार एसटीएफ ने दुमका पुलिस का सहयोग लेकर शहर से सटे इलाके में मध्य रात्रि के बाद सिद्धू कोडा को गिरफ्तार किया है. मामले में अभी दुमका के कोई पुलिस पदाधिकारी कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि सिद्धू कोडा की गिरफ्तारी बिहार के जमुई जिले में तीन दिन पहले गिरफ्तार हुए नक्सली की निशानदेही पर की गई है. जानकारी मिली थी कि सिद्धू कोडा लेवी की रकम वसूलने के लिए दुमका जानेवाला था. इसी क्रम में उसे नाटकीय अंदाज में धर दबोचा गया. सिद्धू कोडा के खिलाफ दुमका-पाकुड जैसे उग्रवाद प्रभावित जिले में मामला दर्ज नहीं है. हालांकि, संताल परगना से सटे बिहार के इलाकों में कई कांडो में उसकी संलिप्तता रही है. लेवी की रकम वसूलने के लिए सुरक्षित ठिकाने के रूप में सिद्धू कोडा ने दुमका को चुना था. लेकिन, पुलिस के बिछाये गये जाल में वह फंस गया. बिहार से सटे इलाके में उसकी सक्रियता को देखते हुए उसके दुमका में सक्रिय नक्सलियों से संपर्क आदि की पडताल की जा रही है.
बताया जाता है कि स्पेशल एरिया कमेटी के सचिव सिद्धू कोडा का दस्ता बिहार के जमुई और जिले की सीमा से सटे झारखंड के गिरिडीह जिले में काफी सक्रिय रहा है. जोनल कमांडर सिद्धू कोडा की गिरफ्तारी से जमुई इलाके से नक्सली गतिविधियां खत्म होने की संभावना जताई जा रही हैं. बताया जाता है कि सिद्धू कोडा का दस्ता जमुई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के तेलंगा, मंझलाडीह, गुरुडबाद बरामोरिया, बोंगी, पोझा के इलाकों में सक्रिय है. साथ ही जिले से सटे झारखंड के सीमावर्ती जिला गिरिडीह के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के पहाडी और जंगली इलाकों में सक्रिय है. दो राज्यों के सीमावर्ती पहाड़ों और जंगलों में सक्रिय होने के कारण वारदात को अंजाम देकर दूसरे राज्य में प्रवेश कर जाने के कारण नक्सली जोनल कमांडर पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. नक्सली नेता सिद्धू कोडा जमुई जिले के चकाई के निहालडीह का जबकि इलियास हेम्बरम भी चकाई इलाके के रहने वाला है. सिद्धू कोडा को सुरक्षाबलों और एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है. एसपी डॉ इनामुल हक ने इन गिरफ्तारियों की पुष्टि करते हुए कहा है कि ये कार्रवाई मुखबिरों से प्राप्त सूचना के आधार पर की गई है.