पंजाब सीएम अमरिंदर सिंह ने की पूर्व हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर को भारत रत्न देने की मांग, पीएम मोदी को लिखा पत्र
By भाषा | Published: August 23, 2019 12:22 AM2019-08-23T00:22:44+5:302019-08-23T00:22:44+5:30
ओलंपिक हॉकी फाइनल में सर्वाधिक गोल का बलबीर सिंह सीनियर का रिकॉर्ड आज तक कायम है। उन्होंने हेलसिंकी ओलंपिक 1952 में नीदरलैंड के खिलाफ फाइनल में भारत की 6-1 से जीत में पांच गोल दागे थे।
चंडीगढ़, 22 अगस्त। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग की। अमरिंदर ने मोदी को लिखे पत्र में 95 वर्ष के बलबीर को अपने दौर का लाजवाब खिलाड़ी बताया।
उन्होंने लिखा, ‘‘मैं आपका ध्यान इस विषय की ओर इंगित कराना चाहता हूं और अनुरोध करता हूं कि आजादी के बाद भारत के सबसे सम्मानजनक और असाधारण खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर को भारत रत्न से नवाजा जाये।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘श्री बलबीर सिंह सीनियर हॉकी के महान खिलाड़ी हैं और ओलंपिक 1948, 1952 और 1956 में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं। वह 1956 ओलंपिक में भारतीय टीम के कप्तान भी थे।’’
उन्होंने आगे लिखा, ‘‘उनके योगदान को देखते हुए उन्हें 1957 में पदमश्री से नवाजा गया। मैं अनुरोध करता हूं कि भारत रत्न के लिये श्री बलबीर सिंह सीनियर के नाम पर गौर किया जाये।’’
अमरिंदर के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए बलबीर ने मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ी जिसके हकदार हैं उन्हें वह मान्यता मिलना अमृत के समान है। पुरस्कार और मान्यता देना सरकार के हाथ में है। खिलाड़ी, कोच, प्रबंधक और प्रशासक के रूप में पूरा जीवन खेलों को समर्पित करने के आधार पर सिफारिश करने के लिए मैं कैप्टन अमरिंदर सिंह को शुक्रिया कहना चाहता हूं।’’
बलबीर को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम खिलाड़ियों में चुना था। ओलंपिक हॉकी फाइनल में सर्वाधिक गोल का उनका रिकॉर्ड आज तक कायम है। उन्होंने हेलसिंकी ओलंपिक 1952 में नीदरलैंड के खिलाफ फाइनल में भारत की 6-1 से जीत में पांच गोल दागे थे। वह विश्व कप 1975 विजेता भारतीय टीम के मैनेजर भी थे।