यदि आपको लगता है कि हेपेटाइटिस बी केवल आपके लीवर को प्रभावित करता है, तो आप गलत हैं। लीवर की कोशिकाओं को धीरे-धीरे खराब करने के अलावा, हेपेटाइटिस बी वायरस लीवर कैंसर का कारण भी बनता है। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि हेपेटाइटिस बी आपकी आंखों को भी प्रभावित कर सकता है। थकान, बुखार, भूख की कमी, उल्टी और पीलिया हेपेटाइटिस बी के आम लक्षण हैं। जरनल फिजिशियन डॉक्टर अजय लेखी आपको हेपेटाइटिस बी वायरस के कारण होने वाली प्रमुख आंखों की जटिलताओं के बारे में बता रहे हैं।
रेटिनल वेसकुलिटिस
वायरस या बैक्टीरिया द्वारा खराब पदार्थ के कारण रक्त वाहिकाओं की सूजन, कई बार आंखों के अंदर रेटिना वेसकुलिटिस विकसित होती है। ब्लूस फ्लो कम होने से रेटिना में सफेद धब्बे हो जाते हैं, जिसे ऊन धब्बे भी कहा जाता है। ये धब्बे तब दिखाई देते हैं जब रेटिनल ऊतकों को रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन नहीं मिलता है।
थर्ड नर्व पाल्सी
सेरिब्रल पैल्सि का उल्लेख उन अवस्थाओं के एक समूह के लिए किया जाता है जो कि गतिविधि और हावभाव के नियंत्रण को प्रभावित करते हैं। गतिविधि को नियंत्रित करने वाले मस्तिष्क के एक या अधिक हिस्से की क्षति के कारण प्रभावित व्यक्ति अपनी मांसपेशियों को सामान्य ढंग से नहीं हिला सकता। इसके लक्षणों का दायरा पक्षाघात के रूपों समेत हल्का से लेकर गंभीर तक हो सकता है।
ऑप्टिक न्यूरिटिस और उवेइटिस
न्यूरिटिस ऑप्टिक तंत्रिका की तीव्र सूजन की स्थिति का परिणाम है, जो आंखों को मस्तिष्क से जोड़ती है। यूवीइटिस एक और सूजन की स्थिति है जो आंख के सामने ऊतक को नुकसान पहुंचाती है। इन स्थिति के लिए वायरस द्वारा लाए गए इम्युनिटी सिस्टम मलबे और एंटीबॉडी जिम्मेदार हैं।
ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट्स
विशेषज्ञों का कहना है कि हेपेटाइटिस बी का इलाज करने से आपकी आंखों को प्रभावित करने वाले कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। इंटरफेरॉन, हेपेटाइटिस बी के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवा से रेटिनोपैथी के रूप में कई आंखों की जटिलताओं का परिणाम हो सकता है। सफेद हिस्से में टूटे हुए रक्त वाहिकाओं, रेटिना डिटेचमेंट, ऑप्टिक न्यूरोपैथी और बढ़ी हुई आंखों के दबाव इंटरफेरॉन का उपयोग करने के परिणाम हो सकते हैं। इनमें से कई स्थितियां आपको अपनी दृष्टि खो सकती हैं।
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इस बात का रखें ध्यान
हेपेटाइटिस बी से आंखों का रंग पीला होता है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि इनमें से अधिकतर स्थितियां इलाज योग्य हैं। यद्यपि कुछ विसंगतियों के लक्षण प्रारंभिक रूप से विषम हैं, विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि मरीज सावधान रहें और हेपेटाइटिस बी के निदान के तुरंत बाद आंख के लिए डॉक्टर से परामर्श लें।
(फोटो- पिक्साबे)