World Blood Donor Day 2019: क्या डायबिटीज, हाई बीपी, अस्थमा, एनीमिया से पीड़ित लोग ब्लड डोनेट कर सकते हैं?
By गुलनीत कौर | Published: June 14, 2019 11:31 AM2019-06-14T11:31:23+5:302019-06-14T11:31:23+5:30
अस्थमा की दवाओं की वजह से रक्तदान में कोई समस्या नहीं आती है। एक अस्थमा के रोगी को रक्त दान करने की अनुमति केवल तब नहीं होती, जब उसे सांस लेने में बहुत अधिक समस्या हो रही हो, बहुत घबराहट हो या असहज महसूस कर रहा हो।
हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है। यह पहली बार साल 2004 में शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम का मकसद सुरक्षित रक्त और रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और जीवन बचाने वाले रक्त दाताओं का आभार जताना है। वर्ल्ड ब्लड डोनर डे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा चिह्नित आठ आधिकारिक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में से एक है।
कौन कर सकता है रक्तदान? (Who can donate blood)
डॉक्टरों की राय में स्वस्थ व्यक्ति (उसे कोई घातक रोग ना हो) और जिसकी उम्र कम से कम 18 साल हो वह ब्लड डोनेट कर सकता है। इसके अलावा उसका वजन अकम से कम 110 पौंड होना चाहिए। उसने पिछले 56 दिनों में ब्लड डोनेट ना किया हो, इस बात का भी ख्याल रखें। लेकिन सवाल यह है कि क्या अस्थमा, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, एनीमिया जैसे रोगों से पीड़ित लोग भी ब्लड डोनेट कर सकते हैं? आइए जानते हैं:
क्या हाइपरटेंशन के मरीज ब्लड डोनेट कर सकते हैं? (Can hypertension patients donate blood?)
- हाइपरटेंशन से पीड़ित लोग ब्लड डोनेट कर सकते हैं लेकिन ब्लड डोनेट के समय उनका ब्लड प्रेशर नॉर्मल होना चाहिए और कोई अस्थिरता ना हो। रक्त दान के लिए स्वीकार्य ब्लड प्रेशर रेट 180 सिस्टोलिक (प्रथम संख्या) और 100 डायस्टोलिक (दूसरा नंबर) से नीचे है।
- हाई ब्लड प्रेशर की कुछ दवाएं आपको रक्तदान के लिए अयोग्य ठहराती हैं। इसके अलावा व्यक्ति को हाइपरटेंशन से जुड़ी अन्य बीमारियों से पीड़ित नहीं होना चाहिए। जो लोग नियमित रूप से उपचार पर नहीं हैं और ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव से पीड़ित हैं, उन्हें ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए।
क्या डायबिटीज से पीड़ितों को ब्लड डोनेट करना चाहिए? (Can diabetes patients donate blood?)
- वे मरीज जिन्होंने पहले बोवाइन इंसुलिन का इस्तेमाल किया है उन्हें ब्लड डोनेट करने से मना किया जाता है क्योंकि उनसे मैड काऊ डिजीज का खतरा हो सकता है।
- अगर डायबिटीज के मरीज को आंखों, किडनी या रक्त धमनियों से जुड़ी कोई समस्या नहीं है तो वे आसानी से अपना ब्लड किसी और को डोनेट कर सकते हैं। अगर आपको फिर भी किसी बात की शंका है तो एक बार डॉक्टर के पास जाकर अपना चेकअप करवा लें।
क्या एनीमिया से पीड़ितों को ब्लड डोनेट करना चाहिए? (Can anemia patients donate blood?)
- जब आपके ब्लड में लाल रक्त कोशिकाएं या हीमोग्लोबिन की काफी कमी हो जाती है तो ऐसे में आप एनीमिया के शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में शरीर में ब्लड की थोड़ी भी कमी आपके लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है और यह कदम आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
- एनीमिया का मरीज अगर अपना ब्लड डोनेट करता है तो इसके बाद एनीमिया के लक्षणों में और तेजी आ जाती है जिससे फलस्वरूप उसे तेज थकान और सिरदर्द होने लगता है। ये लक्षण स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकते हैं।
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क्या अस्थमा से पीड़ितों को ब्लड डोनेट करना चाहिए? (Can asthma patients donate blood?)
- अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति तब तक रक्तदान कर सकते हैं जब तक वह सक्रिय हैं या उन्हें रक्तदान के समय सांस लेने में कोई कठिनाई नहीं होती। खून का दान करने से पहले सनिश्चित कर लें कि पिछले 2 सप्ताह में आपको अस्थमा के लक्षण मानी जानेवाली समस्याएं महसूस नहीं हुई हों।
- अस्थमा की दवाओं की वजह से रक्तदान में कोई समस्या नहीं आती है। एक अस्थमा के रोगी को रक्त दान करने की अनुमति केवल तब नहीं होती, जब उसे सांस लेने में बहुत अधिक समस्या हो रही हो, बहुत घबराहट हो या असहज महसूस कर रहा हो।