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10 बजे क्यों करें सेक्स, 12 बजे क्यों होती है ज्यादा खुशी, 3 बजे क्यों उदास होता है मन?

By उस्मान | Updated: July 31, 2018 11:44 IST

आपने कभी सोचा है कि आप दोपहर 2 बजे थोड़ा उदास, 3 बजे सुस्त और 8 बजे खुशी महसूस क्यों करते हैं? वैज्ञानिक यह खोज कर रहे हैं कि इंसान का मूड आश्चर्यजनक रूप से रोजाना के कार्यों के अनुसार क्यों बदलता रहता है।

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आपने कभी सोचा है कि आप दोपहर 2 बजे थोड़ा उदास, 3 बजे सुस्त और 8 बजे खुशी महसूस क्यों करते हैं? वैज्ञानिक यह खोज कर रहे हैं कि इंसान का मूड आश्चर्यजनक रूप से रोजाना के कार्यों के अनुसार क्यों बदलता रहता है। इस संबंध में हाल ही में दो रिसर्च की गई हैं जिसमें यह सामने आया है कि बॉडी में दो केमिकल होते हैं पहला स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल और दूसरा हैप्पी न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन। आपका मूड और कामकाज इन्हीं दो हार्मोन पर निर्भर करता है।  चलिए जानते हैं कि आपका मूड समय के हिसाब से क्यों और किस तरह बदलता रहता है। 

सुबह 6 बजे इस समय आपकी बॉडी कोर्टिसोल जारी करती है। यह हार्मोन है जो आपको एक्शन में लाता है। जागने के बाद यह आधे घंटे तक जारी होता है और इसके एक घंटे बाद तक आप ऊर्जावान महसूस करते हैं। इस समय आप अपने पूरे दिन का प्लान बना सकते हैं।  

सुबह 7 बजेचूंकि इस समय कोर्टिसोल हर्मोन का लेवल अधिक होता है इसलिए तो आपका दिमाग सकरात्मक रहता है और आप खुशी महसूस करते हैं। शोधकर्ता कहते हैं कि इस दौरान आपको प्रोटीन, नट्स और फल आदि का सेवन करना चाहिए। इससे आपका ब्लड शुगर और मूड सही रहेगा।

सुबह 8 बजेइस समय तक आपका मूड चेंज हो जाता है। यह ऐसा समय है जब आप थोड़ा उदासीन और थकावट महसूस करते हैं। जाहिर है मंडे मोर्निंग में सबसे ज्यादा। इससे बचने के लिए आप आधा या पंद्रह मिनट वॉल्क कर सकते हैं। 

सुबह 9 बजेइस समय तक सकरात्मक सोच दोबारा उच्च हो जाती है और आप ऊर्जा से भरपूर महसूस करते हैं। इस समय आपको कैफीन की जरूरत नहीं होती है। एक्सपर्ट आपको इस समय जरूरी काम निपटाने की सलाह देते हैं। 

दोपहर 12 बजेइस समय आपकी सकारात्मक भावनाएं और संवेदनाएं उफान पर होती हैं। यह दिन का ऐसा समय होता है, जब आप सबसे ज्यादा खुशी महसूस करते हैं। इस समय तक आपको जरूरी काम खत्म कर लेने चाहिए।  

दोपहर 2 बजेकामकाज के बीच यह समय दिन का सबसे कम खुशी वाला होता है। आप थक चुके होते हैं और आपका शरीर आराम चाहता है, जो पिछले सात घंटों से काम कर रहा है। आप एक कप कॉफी ले सकते हैं या कहीं जाकर 20 मिनट की एक झपकी ले सकते हैं।

 

शाम 4 बजेइस समय आपका दिमाग दोबारा तरोताजा होने लगता है। यह रचनात्मक कार्यों के लिए एक अच्छा समय है। इस समय यदि आप तनाव महसूस करते हैं तो आपको तुलसी के तेल की कुछ बूंदें जीभ पर रख सकते हैं। शोध से पता चलता है कि यह चिंता कम कर सकता है। 

शाम 6 बजेआपके शरीर का तापमान अगले घंटे के लिए अपने उच्चतम स्तर पर चला जाता है, जो मूड के लिए अच्छा है। आपको डिनर के लिए बेहतर चीजों का चयन कर लेना चाहिए। हाई कार्ब डाइट से बचना चाहिए इससे ब्लड शुगर बढ़ता है और कोर्टिसोल को कम करता है।

रात 8 बजेशोध में पाया गया है कि इस दौरान आप अगले एक घंटे तक दूसरों के प्रति प्यार और खुद भी सबसे अधिक खुश महसूस करते हैं। किसी को गले लगाकर आप इस क्षण को और मजबूत बना सकते हैं। इससे हार्मोन ऑक्सीटॉसिन का लेवल बढ़ता है और आप अधिक खुशी और संतुष्टि महसूस करते हैं। 

रात 9 बजेइस समय आपके शरीर मेलाटोनिन यानी नींद हार्मोन का उत्पादन शुरू करता है। इस समय आपको बिस्तर पर जाने से  एक घंटे पहले अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए। इससे तनाव कम होता है और कोर्टिसोल और कम चिंता को कम कर सकता है। 

रात 10 बजेमेलाटोनिन आपके शरीर को नींद के लिए तैयार करता है। इस समय आपको टीवी देखने से बचना चाहिए। शोधकर्ता कहते हैं कि यह समय 50 साल तक की उम्र के लोगों के लिए सेक्स के लिए सबसे बेहतर समय है जबकि 40 से कम उम्र के लोगों के लिए 10:20 बजे बेहतर समय है। संतुष्टि मिलने पर ऑक्सीटॉसिन, हार्मोन जारी होता है जिससे आपका मूड रिलैक्स होता है।

(फोटो- पिक्साबे) 

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