क्या है मेंस्ट्रुअल कप, कैसे है ये सेनेटरी पैड से सस्ता, जानिए इसके फायदे, नुकसान और प्रयोग का तरीका
By गुलनीत कौर | Published: May 29, 2019 12:13 PM2019-05-29T12:13:03+5:302019-05-29T12:14:11+5:30
मेंस्ट्रुअल कप पीरियड्स में सेनेटरी पेड का विकल्प है। यह सिलिकॉन या फिर थर्माप्लास्टिक तत्व से बना एक कप के आकार का उत्पाद है जिसे पीरियड्स के दौरान महिला की वेजाइना (योनी) में डाला जाता है। यह सॉफ्ट होता है इसलिए इसे डालना कोई बड़ा चैलेंज नहीं होता है।
महिलाओं में पीरियड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 'वर्ल्ड हाइजीन डे' मनाया जाता है। इस बार यह दिन 28 जून को मनाया गया। इस अवसर पर देश दुनिया में मेंसुरल कप को लेकर जानकारी बांटी गई। सेनेटरी पैड और टैम्पोन के अलावा महिलाएं पीरियड्स के दौरान और क्या क्या इस्तेमाल कर सकती हैं, इस विषय पर मेंस्ट्रुअल कप को काफी महत्व मिला। मेंस्ट्रुअल कप क्या है, इसे क्या फायदे-नुकसान हैं और साथ ही इसे कैसे इस्तेमाल करें, आइए आपको बताते हैं:
मेंस्ट्रुअल कप क्या है? (What is Menstrual Cup)
मेंस्ट्रुअल कप पीरियड्स में सेनेटरी पेड का विकल्प बन गया है। यह हाल फिलहाल में ही काफी पॉपुलर हुआ है। मेंस्ट्रुअल कप सिलिकॉन या फिर थर्माप्लास्टिक तत्व से बना एक कप के आकार का उत्पाद है जिसे पीरियड्स के दौरान महिला की वेजाइना यानी योनी में डाला जाता है। यह सॉफ्ट होता है इसलिए इसे डालना कोई बड़ा चैलेंज नहीं, योनी में जाने के बाद यह अन्दर अपनी जगह बनाकर कप का आकर ले लेता है और रक्त को अपने भीतर जमा करना शुरू कर देता है जिससे कि रक्त बाहर नहीं आता है।
मेंस्ट्रुअल कप के फायदे (Benefits of Menstrual Cup):
1) मेंस्ट्रुअल कप का सबसे बड़ा फायदा है कि यह सेनेटरी पैड की तुलना में सस्ते पड़ते हैं। एक मेंस्ट्रुअल कप को आप कई बार इस्तेमाल में ला सकती हैं। एक बार के बाद इसे दोबारा कीटाणुरहित यानी sterilized करके दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए इनपर खर्च कम पड़ता है
2) विशेषज्ञों की राय में ये सेनेटरी पेड की तुलना में कम संक्रमण वाले होते हैं। सेनेटरी पैड को बनाते समय उपयोग होने वाले केमिकल से वेजाइना एरिया में इन्फेक्शन होने का डर बना रहता है। इसकी तुलना में मेंस्ट्रुअल कप सिलिकॉन से बना होता है और कीटाणुरहित करने के बाद संक्रमण का ख़तरा न्यूनतम हो जाता है
3) सेनेटरी पेड को हर 6 से 7 घंटे में बदलना पड़ता है। जबकि सेनेटरी को एक बार इन्सर्ट करने के बाद कम से कम 12 घंटे तक इसे निकालने की जरूरत नहीं पड़ती है। यह लंबे समय तक ब्लड फ्लो को रोकने में सफल होता है
मेंस्ट्रुअल कप के नुकसान (Bad effect of Menstrual Cup):
1) कुछ महिलाओं को मेंस्ट्रुअल कप इस्तेमाल करने में परेशानी होती है। उन्हें मेंस्ट्रुअल कप की वजह से योनी में दर्द होता है इसलिए वे इसके इस्तेमाल से परहेज करती हैं। मेंस्ट्रुअल कप को डालने का सही तरीका मालूम ना होने के कारण भी ऐसा होता है। यदि तरीका मालूम हो जाए तो ऐसी तकलीफ कभी नहीं आएगी
2) मेंस्ट्रुअल कप को अगर कीटाणुरहित यानी sterilized किए बिना इस्तेमाल किया जाए तो यह संक्रमण दे सकता है। दूसरी बार ही नहीं, पहली बार भी इस्तेमाल से पहले इसे कीटाणुरहित करें। पानी गर्म करने और उसमें कुछ मिनटों तक उसे खलने दें। इसके बाद ही ठंडा होने पर योनी में डालें
मेंस्ट्रुअल कप इस्तेमाल करने का सही तरीका (How to use menstrual cup):
यदि महिला को मेंस्ट्रुअल कप इस्तेमाल करने का सही तरिका पता हो तो ना उसे दर्द होगा और ना ही वह किसी प्रकार के वेजाइना इन्फेक्शन का शिकार होगी। इसे 5 आसान स्टेप्स में योनी में डाला जाता है:
1) सबसे पहले इसे कीटाणुरहित यानी sterilized करें। थोड़ा ठंडा होने दें और फिर इस्तेमाल करें
2) अब इसे बीच से पकड़ें और 'C' आकार में फोल्ड करें
3) इस C वाले एरिया को योनी में ध्यान से डालने की कोशिश करें। जल्दबाजी ना करें
4) अगर इन्सर्ट करने में दिक्कत हो तो वाटर बेस्ड लुब्रिकेंट का इस्तेमाल कर सकती हैं
5) जैसे ही कप पूरी तरह से अन्दर चला जाए, इसे छोड़ दें। यह अपने आप अन्दर जाकर दीवारों पर चिपक जाएगा और ब्लड को रोकने के लिए शेप ले लेगा