सूर्य की किरणें विटामिन-डी का एक अच्छा स्त्रोत होती हैं, लेकिन वर्तमान की भागदौड़ भरी जिन्दगी में लोगों का अधिकतर समय ऑफिस के अंदर ही बीत जाता है। ऐसे में शरीर के लिए आवश्यक सूर्य की किरणों की आपूर्ति नहीं हो पाती। शायद यही कारण है कि आजकल अधिकतर लोग विटामिन-डी की कमी के शिकार हैं। इसका पता लगाना काफी मुश्किल होता है, लेकिन हमारा शरीर कुछ ऐसे सिग्नल देता है, जिससे आप अपने शरीर में विटामिन डी की कमी के बारे में जाना जा सकता है।
1. बदलता मूड
अगर आपका मूड बार-बार लो होता है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। दरअसल, सर्दियों के मौसम में जब सनलाइट पूरी तरह नहीं मिलती तो शरीर में सेरोटेनिन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसका असर शरीर पर होता है और आप पूरा दिन काफी लो फील करते हैं। जहां तक बात शरीर में विटामिन डी की है तो शरीर में विटामिन डी की कमी और डिप्रेशन का काफी गहरा नाता है। कुछ शोध बताते हैं कि जिन लोगों के शरीर में विटामिन डी की कमी होती है, उनके आम लोगों की अपेक्षा ग्यारह गुना अधिक अवसादग्रस्त होने की संभावना रहती है।
2. पाचन में गड़बड
शायद आपको पता न हो लेकिन विटामिन डी वसा में घुलनशील विटामिन है। लेकिन जब हमारे जठरांत्र शरीर में मौजूद वसा को अवशोषित नहीं करता तो पाचन में गड़बड़ होती है। इस प्रकार विटामिन डी की कमी से शरीर को वसा को अवशोषित करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए अगर आपको लगातार पाचन संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो यह आपके लिए एक सिग्नल हो सकता है।
3. लगातार वजन बढ़ना
एक अध्ययन बताता है कि बीएमआई में प्रत्येक ईकाई वृद्धि के साथ-साथ खून में विटामिन डी का स्तर 1.15 प्रतिशत घट जाता है। चूंकि विटामिन डी अपने स्वभाव से एक फैट सॉल्यूबल है। इसलिए जब शरीर में फैट अधिक जमा होता है तो उसके लिए शरीर को विटामिन डी की अधिक मात्रा की आवश्यकता होती है। ऐसे में अधिकतर मोटे लोगों के शरीर में विटामिन डी की मात्र कम होने की संभावना अधिक रहती है।
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4. हड्डियों में दर्द
आमतौर पर यह माना जाता है कि अगर हड्डियों में दर्द होता है तो इसका मुख्य कारण शरीर में कैल्शियम की कमी है। लेकिन कभी-कभी इसका कारण विटामिन डी की कमी भी हो सकती है।