कैंसर, डायबिटीज, खून की कमी, मोटापा सहित इन 8 बीमारियों का काल है ये गुलाबी रंग का फूल
By उस्मान | Published: August 20, 2018 12:28 PM2018-08-20T12:28:47+5:302018-08-20T12:28:47+5:30
केले के पत्तों अधिक मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, कैल्शियम, कॉपर, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन ई होता है। इसके अलावा इसमें डोपामाइन, कैफिक एसिड, गेलिक एसिड, फेरुलिक एसिड, सेलेनाल, ग्लाई कोसाइड्स, सिनामिक एसिड आदि तत्व पाए जाते हैं।
केला खाने के फायदे तो आप जानते ही होंगे, लेकिन क्या इसके फूल के बारे में कभी सुना है? जी हां, केले का फूल भी स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है और भारत के कुछ क्षेत्रों में इसकी सब्जी भी स्वाद के साथ खाई जाती है। केले के पत्तों अधिक मात्रा में फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, कैल्शियम, कॉपर, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन ई होता है। इसके अलावा इसमें डोपामाइन, कैफिक एसिड, गेलिक एसिड, फेरुलिक एसिड, सेलेनाल, ग्लाई कोसाइड्स, सिनामिक एसिड आदि तत्व पाए जाते हैं। केले के फूल डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छे होते हैं। एक शोध में पाया गया कि केले के फूल डायबिटीज के मरीजों के इंसुलिन लेवल कम करने में सहायक हैं। इसके अलावा केले के फूल का वजन घटाने सहित कई कामों में इस्तेमाल किया जाता है। चलिए जानते हैं इससे आपको और क्या-क्या फायदे होते हैं।
1) डायबिटीज कंट्रोल करने में सहायक
केले के फूल में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और उच्च मात्रा में फाइबर व एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये ब्लड ग्लूकोज लेवल में सुधार करने और डायबिटीज कंट्रोल में प्रभावी हैं।
2) कब्ज और बवासीर का करते हैं नाश
केले के फूलों में भरपूर मात्रा में फाइबर होते हैं। इसलिए ये आपके पाचन में सुधार करने और मल त्याग को बढ़ावा देने में सहायक हैं। इतना ही नहीं ये आपको कब्ज़ जैसी समस्या से भी बचाने में मददगार हैं।
3) कैंसर से बचाने में सहायक
केले के फूल में पोलयफेनोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। पोलयफेनोल फ्री रैडिकल की सफाई कर शरीर को तनाव से संबंधित नुकसान से बचाने में सहायक हैं।
4) स्राव के लक्षणों को दूर करने में मददगार
केले के फूलों का मासिक धर्म के दौरान असामान्य और भारी रक्तस्राव के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
5) डायरिया से दिलाते हैं राहत
एशियन जर्नल ऑफ फार्मसूटिकल एंड क्लीनिकल रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, केले के फूलों का डायरिया और पेचिश के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
6) एनीमिया या खून की कमी से बचने में सहायक
एनीमिया यानि खून की कमी से बचने के लिए केले के फूल का इस्तेमाल किया जाता है। इसे खाने से शरीर में आयरन की कमी नहीं होती और रक्त की कमी की पूर्ति भी की जा सकती है।
7) पीरियड्स की ब्लीडिंग कंट्रोल करने में मदगार
आयुर्वेद के मुताबिक, एक कप केले के फूल को दही में पकाकर खाने से शरीर में प्रोजेस्ट्रोन लेवल बढ़ता है और माहवारी में ज्यादा खून नहीं बहता। माना जाता है कि केले के फूलों से पॉलिसिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम से जूझ रही महिलाओं को मदद मिलती है।
8) स्तनपान कराने वाली महिलाओं का दूध बढ़ाने में सहायक
आयुर्वेद का सुझाव है कि स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को केले के फूल खाने चाहिए। इससे उन्हें दूध ज्यादा बनेगा।