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Vaginal Health Tips: बारिश में यीस्ट इन्फेक्शन के दर्द, स्मेल, डिस्चार्ज से बचाएंगे ये 8 उपाय

By उस्मान | Updated: July 22, 2019 17:41 IST

Vaginal Health Tips: बारिश के मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम, डेंगू, मलेरिया, वायरल, फंगल और बैक्टीरियल डिजीज के साथ वैजाइनल इन्फेक्शन (Vaginal Yeast infection) का सबसे अधिक खतरा होता है। 

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बारिश के मौसम में बढ़ते तापमान से राहत तो मिलती है लेकिन यह अपने साथ कई गंभीर बीमारियां लेकर आता है।बारिश के मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम, डेंगू, मलेरिया, वायरल, फंगल और बैक्टीरियल डिजीज के साथ वैजाइनल इन्फेक्शन (Vaginal Yeast infection) का सबसे अधिक खतरा होता है। 

वैजाइनल यीस्‍ट इन्फेक्शन क्या है (What is causes and symptoms of Vaginal yeast infection)

योनि महिला के शरीर के सबसे नाजुक हिस्सों में से एक है और इसकी विशेष देखभाल की जरूरत होती है। उचित देखभाल नहीं करने से इस हिस्से में तेजी से बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं जिससे आपको वैजाइनल यीस्‍ट इन्फेक्शन का खतरा होता है। यह एक दर्दनाक स्थिति है जो कई महिलाओं को अपने जीवन में कभी न कभी अनुभव होती है। 

वैजाइनल यीस्‍ट इन्फेक्शन के कारण और लक्षण (causes and symptoms of Vaginal yeast infection)

इसके लक्षणों में बहुत अधिक खुजली, जलन, दर्द और डिस्‍चार्ज आदि शामिल हैं। योनि और उसके आसपास के हिस्से में नमी की वजह से फंगस को बढ़ने का मौका मिलता है। यह संक्रमण कैंडिडा एल्बीकैंस नामक फंगस के कारण होता है।

1) कंडोम का उपयोग करेंकंडोम योनि के पीएच स्तर को बनाए रखता है। हमेशा संभोग के दौरान सुरक्षा का उपयोग करने की सलाह दी जाती है जो बीमारियों और संक्रमणों के संचार को भी रोकती है।

2) सेक्स के बाद योनि को धोयें सेक्स के बाद योनि को धोने से संक्रमण की संभावना को कम करने में मदद मिलती है। इससे वो जीवाणु साफ़ हो जाते हैं, जो सेक्स के दौरान प्रवेश कर जाते हैं। सेक्स के बाद दोनों पार्टनर को अपने अंगों की सफाई करनी चाहिए। 

3) पेशाब के बाद भी योनी को धोयेंबैक्टीरिया मूत्रमार्ग के जरिये भी फैल सकते हैं। इसलिए मूत्र पथ में किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए पेशाब के बाद तुरंत पानी से अंगों को धोना इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है। पेशाब से बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। 

4) साबुन का इस्तेमाल ना करेंवेजाइना की सफाई के लिए साबुन का या बाजारी उत्पादों का भी इस्तेमाल ना करें। इनमें केमिकल होता है जो इन्फेक्शन बना सकता है। इसकी जगह ठंडे पानी में कुछ बूंद डेटोल की मिलाकर क्लीन करें

5) सेनेटरी पैड जल्दी जल्दी बदलेंसेनेटरी पैड 8 घंटे के इस्तेमाल के बाद बदला जाना चाहिए लेकिन मानसून में 5 घंटे बाद ही इसे बदल देना चाहिए। अधिक देर तक इस्तेमाल करने से इन्फेक्शन का ख़तरा बढ़ता है. 

6) घरेलू उपचार चाय के पेड़ के तेल को लागू करें क्योंकि इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं और यह खमीर और बैक्टीरिया से सुरक्षा प्रदान करेगा। इसके अलावा, दही का सेवन आपके योनि स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है।

7) ढ़ीले कपड़े पहनेंयोनि को स्‍वस्‍थ और स्‍वच्‍छ रखने के लिए ज्‍यादा टाइट अंगवस्‍त्र न पहनें। आपको चाहिये कि आप खुले व ढ़ीले अंडरगार्मेंट पहनें।

8) खूब पानी पियेंशरीर को डिटॉक्‍स करने के ल‍िए पानी सबसे बढि़या विकल्‍प है। अधिक मात्रा में पानी पीने से आपके शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा इस मौसम में स्विमिंग करने से बचें क्‍योंकि पूल के पानी में बहुत बैक्‍टीरिया हो सकते है। और मानसून में स्विमिंग पूल भी आपको बीमार कर सकता है। अगर आप स्विमिंग करती है तो स्विमिंग के फौरन बाद अपना बाथिंग सूट उतार दें, क्‍योंकि इससे संक्रमण का खतरा होता है।

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