वजन कम होना खुशी की बात नहीं है। अगर आप वर्कआउट नहीं कर रहे या किसी तरह की डाइटिंग नहीं कर रहे, फिर भी आपका वजन कम होता जा रहा है, तो किसी गंभीर खतरे का संकेत हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि शरीर का वजन हर समय समान नहीं रहता है। शरीर का वजन कभी कम और कभी ज्यादा होता रहता है। लेकिन अगर अचानक शरीर का वजन तेजी से कम होने लगे तो हो सकता है कि आप किसी खतरे में हों।
1) थायराइडहाइपरथाइरॉयडिज़्म एक ऐसी बीमारी है जिसमें पीड़ित को कम भूख लगती है, सांस फूलने लगती है, शरीर में सूजन और जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है। यही वजह है कि पीड़ित का वजन अचानक कम होने लगता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो आपको थायराइड की जांच करानी चाहिए।
2) डायबिटीजशरीर का वजन तेजी से कम होना डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। अगर आपका वजन घट रहा है, तो डायबिटीज की जांच कराएं। इसके लक्षणों में बार-बार पेशाब होना, प्यास अधिक लगना, मुंह सूखना, किसी तरह चोट लगने पर घाव का जल्दी ना भरना आदि भी इसके लक्षण हैं।
3) तनावतनाव के कारण भी शरीर का वजन अचानक कम होने लगता है। तनाव होने पर खाने-पीने की इच्छा में कम होने लगती है। तनाव के लक्षणों में किसी की बातें खराब लगना, चिड़चिड़ापन होना, बेचैनी होना, कोई काम के लिए निर्णय नहीं ले पाना, समझने की क्षमता में कमी होना, एक काम स्थिर से न कर पाना आदि शामिल हैं।
4) जोड़ों में दर्द या गठियाइस बीमारी में भी शरीर का वजन कम होने लगता है। अगर वजन घटने के साथ-साथ जोड़ों में दर्द, सूजन आती हो तो एक गठिया या इंफेक्शन की ओर इशारा करती है। गठिया की बीमारी होने पर भूख कम हो जाती है। क्योंकि गठिया की बीमारी होने पर आंतों में सूजन हो जाती है। जिसके कारण आपके भोजन से पोषक तत्व सही मात्रा में शरीर को नहीं मिल पाता है।
5) आंतों की बीमारीआप जो भोजन करते हैं उससे संपूर्ण शरीर को पोषण प्राप्त होती है। लेकिन यदि आपका वजन घटने लगे तो आंतों की बीमारी हो सकती है क्योंकि आंतों की बीमारी के कारण व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में आहार नहीं ले पाता है। जो आहार शरीर में पहुंचता है वह शरीर को पोषण नहीं दे पाता है जिसके वजह से शरीर का वजन घटने लगता है।
6) टीबीटीबी रोग को तपेदिक, क्षय और यक्षमा जैसे कई नामों से जाना जाता है। तपेदिक संक्रामक रोग होता है जो माइकोबैक्टिरीअम ट्यूबरक्लॉसिस नामक जीवाणु के कारण होता है। इस बीमारी का किडनी, रीढ़ की हड्डी या दिमाग पर असर भी पड़ सकता है।
7) हार्मोन संबंधी विकारएडीसन्स डिज़ीज एक हार्मोनल डिसॉर्डर है जिसमें एड्रीनल ग्लैंड्स अपर्याप्त मात्रा में हार्मोन का निर्माण करते हैं। ख़ासतौर पर कार्टिसोल और कुछ मामलों में एल्डोस्टेरॉन भी। ये सभी उम्र के लोगों और महिलाओं व पुरूषों दोनों को हो सकता है।
8) कैंसरकैंसर में असमान्य कोशिकाओं का शरीर के किसी भी हिस्से में विकास होने लगता है। कैंसर त्वचा या फिर कोशिकाओं से शुरू हो सकता है और फिर शरीर में कहीं भी फैल सकता है। जब कैंसर दिमाग और रीढ़ की हड्डी में होता है तो उसे सेंट्रल नर्वस सिस्टम कैंसर कहते हैं।
इन बातों का रखें ध्यानयदि आपके शरीर का वजन अचानक कम होने लगा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए। ताकि समय रहते इन घातक बीमारियों से बचाव किया जा सके।