लाइव न्यूज़ :

Health tips: टॉयलेट में न करें ये 5 गलतियां, बवासीर और तनाव जैसी कई बीमारियों का खतरा

By उस्मान | Updated: March 5, 2021 11:37 IST

महामारी के इस दौर में आपको इन गलतियों से बचना चाहिए वरना इन्फेक्शन के चपेट में आ सकते हैं

Open in App
ठळक मुद्देयह गलतियां बढ़ा सकती हैं इन्फेक्शन का खतराअधिकतर लोग करते हैं ये गलतियां मोबाइल में चिपक सकते हैं बैक्टीरिया

पहले लोग टॉयलेट जाते समय अखबार साथ ले जाते थे और अब मोबाइल लेकर जाते हैं। यह आदत आपको खतरे में डाल सकती है। इससे आपको इन्फेक्शन हो सकता है। 

टॉयलेट और बाथरूम घर की ऐसी जगह हैं, जहां इन्फेक्शन का सबसे अधिक खतरा होता है। इसलिए जब आप अपने फोन को वहां ले जाते हैं, तो यह भी मल बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकता है। 

टॉयलेट में मोबाइल का इस्तेमाल

जर्नल एनल्स ऑफ क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी एंड एंटीमाइक्रोबायल्स में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि टॉयलेट में मोबाइल ले जाने की वजह से 95 प्रतिशत लोगों को साल्मोनेला, ई कोली और सी डिफिसाइल जैसे संक्रमण का खतरा हो सकता है।

बैक्टीरिया का खतराएरिज़ोना यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि स्मार्टफोन में टॉयलेट शीट की तुलना में दस गुना अधिक बैक्टीरिया चिपकने का खतरा होता है। 

इसका कारण यह है कि अधिकतर लोग टॉयलेट के बाद अपने हाथ धोते हैं, लेकिन फोन को साफ नहीं करते हैं। नतीजतन, रोग पैदा करने वाले कीटाणु और बैक्टीरिया उन पर चिपके रहते हैं और आसानी से संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

चिंता और तनाव का खतरामोबाइल ने जीवन को बहुत आसान बना दिया है, लेकिन यह चिंता और तनाव का कारण भी है। जितना अधिक आप इसका उपयोग करते हैं, उतना ही आप तनाव महसूस करने के लिए प्रवण होते हैं। 

बाथरूम का समय आपका खाली समय है और जब आप अपना फोन वहां ले जाते हैं, तो आप अपने जीवन में अधिक तनाव और चिंता को आमंत्रित कर रहे हैं। अपने फोन को बाथरूम में ले जाकर आप अपने मस्तिष्क और स्वास्थ्य दोनों को खतरे में डाल रहे हैं।  

बवासीर का खतराबाथरूम में फोन का उपयोग करने का एक और स्वास्थ्य जोखिम है: बवासीर। जो लोग अपने साथ फोन को अपने पास रखते हैं, वे वहां औसत से अधिक समय बिताते हैं। लंबे समय तक शौचालय पर बैठने से भी रक्तस्त्राव की समस्या हो सकती है। 

बहुत लंबे समय तक बैठने से गुदा पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है, जिससे आपके पेल्विक क्षेत्र में दर्द, सूजन या रक्तस्राव हो सकता है।

कुछ हिस्सों की सफाई नहीं करनाअक्सर लोग नहाते समय पीठ, खोपड़ी, पैरों के नीचे और कानों के पीछे सफाई नहीं करते हैं। इससे धीरे-धीरे इन हिस्सों में मैल जमता रहता है और त्वचा संबंधी रोगों का खतरा होता है। इन हिस्सों की सफाई के लिए विशेष ब्रश का इस्तेमाल करें उअर उनकी सफाई का ध्यान रखें। 

टूथब्रश बाथरूम में रखनाअक्सर लोग दांत साफ करने के बाद ब्रश को खुला रख देते हैं जिससे उस पर कीटाणु जमते रहते हैं और अगले दिन उसी ब्रश का इस्तेमाल करते हैं। बाथरूम में टूथब्रश रखने से कीटाणुओं का खतरा बढ़ता है। अपने टूथब्रश को रखने के लिए एक सुरक्षित स्थान खोजें जो शौचालय से दूर हो। अपने टूथब्रश को हर 3 महीने में बदलें।

गीले तौलिया का इस्तेमालबाथरूम के तौलिये का इस्तेमाल मुंह साफ करने के लिए न करें और ध्यान रहे कि जिस तौलिये से आप मुंह पोंछ रहे हैं वो गीला न हो। गीला रहने से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। डिस्पोजेबल तौलिए का प्रयोग करें। यह आपकी त्वचा को बचाएगा, साथ ही आपको अधिक तौलिये को धोने की आवश्यकता नहीं होगी।

लूफा इस्तेमाल करनालूफा इस्तेमाल करना केवल तभी अच्छा होता है जब वह नया हो। यह आपकी मृत त्वचा कोशिकाओं को बंद कर देता है, जो स्पंज में मिल जाते हैं और वहीं रहते हैं। आम तौर पर नहाने के बाद आप इसे बाथरूम में ही छोड़ देते हैं जिससे बैक्टीरिया पैदा होते हैं। इसलिए जब आप अगली बार इसका उपयोग करते हैं, तो गंदगी आपके शरीर पर वापस आ जाती है। इसे अधिक बार बदलें। इसे सूखने दें और इसे बाथरूम में न छोड़ें।

टॅग्स :हेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंटमेंस हेल्थ टिप्स इन हिंदीवीमेन हेल्थ टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत