हमारे-आपके चेहरे पर रहते हैं हजारों सूक्ष्म जीव, रात में करते हैं एक-दूसरे से 'मिलन'! जानिए इनके बारे में

By विनीत कुमार | Published: December 27, 2022 12:27 PM2022-12-27T12:27:33+5:302022-12-27T12:28:18+5:30

इंसानों के शरीर पर भी कई तरह के सूक्ष्म जीव होते हैं, जिन्हें हम नंगी आंखों से नहीं देख सकते हैं। ऐसे ही जीव हमारे चेहरे की त्वचा में भी गहराई में रहते हैं जो रात में बेहद सक्रिय हो जाते हैं।

Thousands of tiny mites like Demodex folliculorum live on our face, mate in night | हमारे-आपके चेहरे पर रहते हैं हजारों सूक्ष्म जीव, रात में करते हैं एक-दूसरे से 'मिलन'! जानिए इनके बारे में

फोटो- academic.oup.com

लंदन: इस धरती पर इंसान और पेड़-पौधों सहित जानवर और कीड़े-मकोड़े भी रहते हैं। पृथ्वी के जीवन चक्र में सभी का अपना महत्व भी है और वैज्ञानिक शोध भी इसकी तस्दीक करते हैं। बड़े जानवरों और कीड़ों को तो हम नंगी आंखों से देख पाते हैं लेकिन कई ऐसे हैं जो नजर नहीं आते। कुछ कीड़े तो ऐसी जगहों पर रहते हैं, जिनके बारे में सुनकर कोई भी चौंक जाएगा।

ऐसे ही कीट हैं डेमोडेक्स फोलिक्यूलोरम (Demodex folliculorum) जो अपनी पूरी जिंदगी हमारे चेहरों के हिस्से पर रहकर बिता देते हैं। जी हां! आपने सही पढ़ा। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार ऐसे कीट मौजूद हैं और इनकी लंबाई करीब 0.3 मिलीमीटर होती है। ये कीट हमारे चेहरे की त्वचा के छिद्रों में रहते हैं और रात में इससे बाहर निकलकर दूसरे छिद्रों तक जाते हैं और किसी अन्य साथी के साथ संभोग करते हैं।

ये बेहद सूक्ष्म जीव अपने अस्तित्व के लिए पूरी तरह इंसानों पर निर्भर रहते हैं। ये जीव लगभग 90 प्रतिशत लोगों के चेहरों पर पाए जातें हैं और ज्यादातर नाक, माथे और कान के अंदर की त्वचा के छिद्रों में पाए जाते हैं।

इंसानों के लिए हानिकारक नहीं ये सूक्ष्म जीव

संभव है कि हमारे चेहरे पर रहने वाले ऐसे जीवों के बारे में सोच कर ही आपका मन घृणा और अरुचि से भर गया हो लेकिन खासबात ये है कि ऐसे सूक्ष्म जीव इंसानों के लिए हानिकारक नहीं होते हैं। फिर भी अगर आप फेसवॉश या स्क्रब आदि का उपयोग करके इन्हें हटाने के बारे में सोच रहे हैं तो जान लीजिए कि इसका कोई फायदा नहीं है क्योंकि वे आपकी त्वचा में बहुत गहराई में रहते हैं और कभी भी धुल नहीं सकते।

विलुप्त होने की ओर Demodex जीव!

इस साल की शुरुआत में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि ये कीट अपने डीएनए में कुछ समस्याओं का सामना कर रहे हैं और विलुप्त होने के करीब हैं। यह दावा बांगोर विश्वविद्यालय के डॉ हेंक ब्रैग और उनके सहयोगियों द्वारा इन जीवों के किए गए जीनोम अनुक्रमण पर आधारित है।

शोधकर्ताओं ने एक शख्स के नाक और माथे से ब्लैकहैड रिमूवर का उपयोग करके इन जीवों का जीनोम इकट्ठा किया था। हर नमूने में लगभग 40 डी फोलिक्युलोरम माइट्स निकले।

अध्ययन से पता चला है कि इन छोटे जीवों ने एक जीन खो दिया है जो उन्हें पराबैंगनी प्रकाश (Ultraviolet Light) से बचाता है। यही वजह है कि ये जीव रात में सक्रिय होते हैं।

बीबीसी के अनुसार अध्ययन की सह-लेखिका और यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग की डॉ अलेजांद्रा पेरोटी ने बताया, 'रात में जब हम गहरी नींद में होते हैं, वे सेक्स करने और बच्चे पैदा करने के लिए दूसरे छिद्रों में जाते हैं।'

शोध के अनुसार जैसे-जैसे इन जीवों का जेनेटिक मेक-अप बदलता है, ये हम पर तेजी से निर्भर होते जाएंगे, जो आखिरकार उनके विलुप्त होने का कारण बन सकता है। शोध के मुताबिक मुद्दा अनुकूलन या ढलने का है, ये कीट जितना अधिक मनुष्यों के अनुकूल होते जाएंगे, उतनी अधिक जीन खोते जाएंगे। ऐसे में एक समय ऐसा आएगा जब ये जीव इंसानों के छिद्रों को बिल्कुल भी नहीं छोड़ पाएंगे और इसलिए प्रजनन के लिए एक नया साथी नहीं खोज सकेंगे।

अध्ययन में कहा गया है कि यह उन्हें अंत की ओर ले जाएगा। इस स्टडी को मॉलिक्यूलर बायोलॉजी एंड इवोल्यूशन (Molecular Biology and Evolution) में प्रकाशित किया गया है।

Web Title: Thousands of tiny mites like Demodex folliculorum live on our face, mate in night

स्वास्थ्य से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे