थाईलैंड: गुफा से बच्चों को जल्दी नहीं निकाला गया तो इस बीमारी से हो जाएगी उनकी मौत
By उस्मान | Published: July 9, 2018 11:13 AM2018-07-09T11:13:47+5:302018-07-09T11:13:47+5:30
मायो क्लिनिक के अनुसार, 'केव डिजीज' को 'हिस्टोप्लास्मोसिस' नाम से भी जाना जाता है। यह रोग 'हिस्टोप्लास्म' नामक फंगस से होता है।
उत्तरी थाईलैंड के नेशनल पार्क में पिछले 15 दिनों से एक फुटबॉल टीम एक तंग गुफा में फंसी हुई है। इस बाढ़ वाली गुफा में फंसे 12 बच्चों में से कम से कम चार बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। बाकी बच्चों को बचाने के लिए के लिए टीम पूरी तरह तैयार है और उनके साथ 13 मेडिकल टीमें भी तैयार बैठी हैं। हर टीम के पास अपना हेलीकॉप्टर और एंबुलेंस है। चियांग राय प्रांत की तंग गुफा में यह बच्चे 23 जून से फंसे हैं। इस गुफा में रहने से बच्चों को केव डिजीज नाम की बीमारी होने का भी खतरा पैदा हो गया है।
'हिस्टोप्लास्मोसिस' क्या है?
मायो क्लिनिक के अनुसार, 'केव डिजीज' को 'हिस्टोप्लास्मोसिस' नाम से भी जाना जाता है। यह रोग 'हिस्टोप्लास्म' नामक फंगस से होता है। इस रोग में मरीज के फेफड़े प्रभावित होते हैं। इससे पीड़ित मरीजों को थोड़ा बुखार और खांसी हो सकती है। इसके लक्षण तीन से 17 दिनों तक रहते हैं। इसके अन्य लक्षणों में ठंड, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और छाती में बेचैनी महसूस होना शामिल है। गंभीर मामलों में, हिस्टोप्लास्मोसिस अन्य अंगों में भी फैलता है। कुछ मामलों में यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। खासकर ऐसे लोग जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है उनके लिए यह रोग जानलेवा साबित हो सकता है। मायो क्लिनिक के अनुसार, पक्षी और दूषित मिट्टी के संपर्क में आने से हिस्टोप्लास्मोसिस का खतरा हो सकता है।
हिस्टोप्लास्मोसिस के लक्षण
बुखार, ठंड लगना, खांसी, छाती में दर्द, जोड़ों का दर्द, मुंह के छाले, पसीना आना, जलन और सूजन।
इन लोगों को हो सकता है यह रोग
छोटे बच्चे, बुज़ुर्ग लोग, किसान, कीट नियंत्रण श्रमिक, निर्माण श्रमिक, माली और गुफा खोजकर्ता।
(फोटो- सोशल मीडिया)