Sushma Swaraj death: भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। बताया जा रहा है कि अचानक कार्डियक अरेस्ट के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुषमा काफी लंबे समय से बीमार चल रह थीं। वो डायबिटीज की मरीज जरूर थी लेकिन किसी इमरजेंसी हेल्थ कंडीशन से पीड़ित नहीं थीं। साल 2016 में उनका एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट भी हुआ था। इसके बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार होने लगा था।
सूत्रों का कहना है कि मंगलवार दोपहर तक स्वराज की सेहत अच्छी थी और वो अपना काम कर रही थीं। लेकिन रात 9.30 बजे के आसपास उन्हें अचानक कार्डिएक अरेस्ट हो गया। इसके बाद तुरंत उन्हें रात को 9.45 बजे एम्स में भर्ती कराया गया। एम्स के पांच डॉक्टर्स की देख-रेख में उनका इलाज किया जा रहा था। रात करीब 11 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। डायबिटीज से थीं पीड़ितसुषमा पिछले काफी समय से बीमार चल रही थीं। वह डायबिटीज की पुरानी बीमारी से भी जूझ रही थीं। सुषमा करीब 20 साल से भी ज्यादा समय से डायबिटीज की पीड़ित थीं। डायबिटीज होने के बाद ही उनकी किडनी खराब हुई थी।
किडनी की बीमारी से ग्रस्तबताया जा रहा है कि डायबिटीज की वजह से उनकी किडनी खराब हो गई थी। किडनी फेल होने की समस्या के चलते यहां भर्ती कराया गया था। साल 2016 में किडनी खराब होने के कारण उन्हें डायलिसिस पर रखा गया था। लेकिन ट्रीटमेंट के बाद उनकी हालत में सुधार आ गया था। इलाज के बाद से ही वह राजनीति में थोड़ा कम सक्रिय हो गई थीं। इसी वजह से उन्होंने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।
स्वास्थ्य में सुधार के बाद आराम पर थीं सुषमानवंबर, 2018 में स्वास्थ्य कारणों की वजह से राजनीति से दूर रहने का फैसला किया। उन्होंने एक ट्वीट के जवाब में लिखा, 'मैं राजनीति से रिटायर नहीं हो रही हूं। केवल स्वास्थ्य कारणों से 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है।'
इसके बाद वो राजनीति से दूर हो गईं और उन्होंने कहीं आना-जाना बहुत कम कर दिया। हालांकि वो ट्विटर पर काफी एक्टिव रहती थीं। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार होने लगा था और वो अपने घर पर आराम कर रही थीं। उन्हें कोई ऐसी तकलीफ नहीं थी, जो उनकी मौत का कारण बन सके। सूत्रों की मानें तो मंगलवार दोपहर तक भी वो स्वस्थ थीं और अपना कामकाज कर रही थीं।
बता दें कि सुषमा मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद थीं। मूलरूप से हरियाणा के अंबाला कैंट की रहने वाली सुषमा वकालत के पेशे से राजनीति में आईं। उनके पिता संघ के प्रमुख सदस्य थे। सुषमा अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री रहीं।