Surya Grahan 2021: आज लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, इन 10 बातों का रखें ध्यान, सेहत को हो सकता है गंभीर नुकसान
By उस्मान | Published: December 4, 2021 09:15 AM2021-12-04T09:15:24+5:302021-12-04T09:18:17+5:30
वैज्ञानिकों का मानना है की नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण देखने से आंखों को नुकसान हो सकता है
Solar Eclipse 2021: आज यानी 04 दिसंबर को साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) लगने जा रहा है। शनिवार होने की वजह से ये शनि अमावस्या का भी दिन होगा। ऐसे में यह एक अद्भुत संयोग होने जा रहा है। ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के ठीक बीच में होगा। यह खगोलीय घटना तब होती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं।
ऐसा माना जाता है कि सूर्य ग्रहण की घटना को सीधे देखने से आंखों को नुकसान हो सकता है। इतना ही नहीं इससे सेहत पर भी कई प्रभाव पड़ते हैं। चलिए जानते हैं आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सूर्य ग्रहण 2021 का समय
सूर्य ग्रहण का कुल समय 4 घंटे 8 मिनट का होगा। आंशिक सू्र्य ग्रहण की शुरुआत सुबह 5.29 बजे होगी। पूर्ण सूर्य ग्रहण 7 बजे लगना शुरू होगा और ये 8.6 पर खत्म होगा। आशिंक ग्रहण 9.37 बजे खत्म होगा।
कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
साल का ये आखिरी सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, अटलांटिक के दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में देखा जा सकेगा।
भारत में कब दिखाई देगा सूर्य ग्रहण
भारत के समय के अनुसार सूर्य ग्रहण की शुरुआत सुबह 10.59 बजे होगी और 03.07 पर यह खत्म हो जाएगा। भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देने की वजह से इसका असर भी यहां नहीं होगा। कोई सूतक काल प्रभावी नहीं होगा।
सूर्य ग्रहण के नुकसान
माना जाता है कि बिना सुरक्षा ग्रहण देखने से आंखों पर बुरा असर पड़ता है। इससे आंखों की रोशनी खत्म होने और पूरी तरह से अंधेपन होने का खतरा होता है।
वैज्ञानिक मानते हैं कि सूर्य ग्रहण पर मून फुल मून की तुलना में चार लाख गुना ज्यादा चमकदार होता है, जो सीधे रूप से आंखों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि कुछ सावधानियां अपनाकर आप इस दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के अनुसार, हर किसी को ग्रहण के समय चश्मा पहनना चाहिए या आंशिक सूर्यग्रहण देखने पर अप्रत्यक्ष रूप से देखने की विधि का उपयोग करना चाहिए। सूरज की किरणों को सीधे देखना कभी भी सुरक्षित नहीं है, भले ही सूर्य आंशिक रूप से अस्पष्ट हो।
नासा का यह भी मानना है कि यह नियम कुल ग्रहण (total eclipse) के दौरान भी लागू होता है जब तक कि सूरज पूरी तरह से अवरुद्ध न हो।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी के अनुसार, बिना सुरक्षा थोड़े समय के लिए भी सूरज को देखना आपके रेटिना को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप अंधापन हो सकता है जिसे सौर रेटिनोपैथी कहा जाता है।
ऑस्ट्रेलियाई विकिरण सुरक्षा और परमाणु सुरक्षा एजेंसी (ARPANSA) ने चेतावनी दी है कि आपको सूर्य ग्रहण देखने के लिए सीधे सूर्य ग्रहण चश्मे का उपयोग नहीं करना चाहिए।
हेल्थ ऑफिसियल की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 1999 में सूर्य ग्रहण के बाद आंखों की हानि से जुड़े कई मामले सामने आये थे। एक हफ्ते बाद कम से कम 14 लोगों की आंखों के रोशनी हमेशा के लिए चली गई।
सूर्य को सीधे देखने से नुकसान
आंखों की रोशनी कम हो सकती है
अंधेपन का खतरा
धुंधलापन होना
रेटिना को नुकसान होना
आंखों में जलन या दर्द होना
सूर्य ग्रहण को देखते समय इन बातों का रखें ध्यान
गलती से भी सूर्य को सीधे रूप से न देखें
सूर्य देखते समय हमेशा चश्मे का इस्तेमाल करें
सूर्य देखने के बाद अपनी आंखों की जांच जरूर कराएं
इस तरह के लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें