Surya Garhan: सूर्यग्रहण के बाद इस तरह से रखिए अपने खान-पान का ख्याल, जानिए क्या और कब खाएं
By प्रिया कुमारी | Published: June 21, 2020 01:21 PM2020-06-21T13:21:28+5:302020-06-21T13:21:28+5:30
ग्रहण कालआंशिक रूप सुबह 9.16 बजे शुरू होगा पराह्न 2.02 बजे समाप्त होगा। इस दौरान खाना पीना नहीं खाया जाता है। लेकिन सूर्य ग्रहण के कितने देर बाद क्या खाया जा सकता है? जानें।
देश के कुछ हिस्सों में रविवार को वलयाकार सूर्यग्रहण दिखाई देगा, जिसमें सूर्य ‘अग्नि वलय’ की तरह दिखाई देगा। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने कहा कि ग्रहण कालआंशिक रूप सुबह 9.16 बजे शुरू होगा। वलयाकार रूप सुबह 10.19 बजे शुरू होगा और यह अपराह्न 2.02 बजे समाप्त होगा। लेकिन सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद कब और क्या खाएं इसका भी खास ख्याल रखा जाता है। दुनिया भर में सूर्य और चंद्र दोनों से जुड़े कई मिथक और मान्यताएं हैं। चलिए जानते हैं कि ग्रहण के कितने देर बाद क्या खाएं।
भारत में कई समुदायों में यह भी माना जाता है कि ग्रहण के समय लोगों को खाना खाने, खाना पकाने या पानी पीने से बचना चाहिए। सूर्य के उदय के साथ भोजन की मात्रा बढ़ाने और सूर्यास्त के समय भोजन की मात्रा कम करने की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, ग्रहण के दौरान भोजन का सेवन करें या न करें, इसे लेकर मत अलग-अलग हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस दौरान कुछ भी खाया जा सकता है जबकि आयुर्वेद चिकित्सकों का मानना है कि ग्रहण के दौरान भोजन से दूर रहना उचित है। आयुर्वेद का मानना है कि सूरज की रोशनी के अभाव में बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं।
ग्रहण से दो घंटे पहले या बाद में कोई भी भोजन करना उचित होता है। सूर्य के प्रकाश की अनुपस्थिति में, बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं, जो खाने के पोषक तत्वों को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसा भोजन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
भारत में बहुत से लोगों का यह मानना है कि सूर्य ग्रहण के दौरान जिस समय पराबैंगनी किरणें अधिक सक्रिय हो जाती हैं, उस दौरान भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे सूर्य ग्रहण के दौरान सुबह या रात आसमान की ओर नंगी आंखों से न देखें क्योंकि इससे उनकी दृष्टि प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि व्यक्ति को इस समय खाना पकाने से भी बचना चाहिए।
जो लोग बीमार हैं, थके हुए हैं, या बूढ़े हैं, उन्हें उपवास करने से बचना चाहिए। उन्हें शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को बनाए रखने के लिए सात्विक आहार (भोजन को पचाने में आसान) ले सकते हैं। इसके अलावा तरल जैसे नारियल का पानी, सूप या फिर सादा पानी पियें। आप नट्स का भी सेवन कर सकते हैं।
ऐसा माना जाता है कि इस दौरान पानी पीने से बचना चाहिए। क्योंकि सूरज की किरणों की अनुपस्थिति बैक्टीरिया बढ़ा सकती है। लेकिन अगर आप बीमार, बूढ़े या गर्भवती हैं, तो आप गुनगुने या उबले हुए पानी में 8-10 बूंद तुलसी की बूंदें डालकर सेवन कर सकते हैं, इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। नारियल पानी पीना भी एक अच्छा विचार है।
डॉक्टर के अनुसार, ग्रहण के दौरान विशेष रूप से मांसाहारी भोजन, शराब, किण्वित खाद्य पदार्थों और उच्च प्रोटीन भोजन से बचना चाहिए क्योंकि ये खाद्य पदार्थ भारी होते हैं। आपको अपने ध्यान के पूरक के लिए हल्का भोजन करना चाहिए।