गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए उसके जीवन का सबसे सुखद दौर होता है। महिला नौ महीने आने वाले नन्हे मेहमान को अपने पेट में पालती है। और इस मेहमान के आने पर उस परिवार का जीवन पूरी तरह बदल जाता है। लेकिन यह खुशियां कुछ महिलाओं को नसीब नहीं होती हैं। कुछ महिलाओं का प्रेगनेंसी के दौरान मिसकैरेज यानी गर्भपात हो जाता है जिस वजह से वो आने वाली खुशियों से वंचित रह जाती हैं।
द जर्नल ऑफ आब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकॉलोजी ऑफ इंडिया के एक अध्ययन के अनुसार, भारतीय महिलाओं को गर्भपात का ज्यादा खतरा होता है। एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि पांच में एक प्रेगनेंसी गर्भपात की वजह से खत्म हो जाती है।
एक्सपर्ट मानते हैं कि प्रेगनेंसी के शुरू के 20 हफ्तों के दौरान गर्भपात का अधिक खतरा होता है। यही वजह है कि इन दिनों गर्भवती महिलाओं को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। 50 प्रतिशत महिलाएं मिसकैरेज के शुरुआती लक्षणों को पहचानकर सही डॉक्टरी सलाह अपनाकर अपना समय पूरा कर सकती हैं और स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं।
1) ब्लीडिंग प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत जरा सी ब्लीडिंग सामान्य है। लेकिन जब पेट की ऐंठन बहुत ज्यादा ब्लीडिंग के साथ हो समझ लीजिए यह गर्भपात का लक्षण है। ऐसे में बिना घबराए लेकिन बिना समय गंवाए अपने डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए।
2) पेट में ऐंठन प्रेगनेंसी के दौरान पेट में हल्का दर्द और ऐंठन होती रहती है। ऐसा अपच या आपके बढ़ रहे गर्भाशय की वजह से भी हो सकता है। अंतर यही है कि गर्भपात की ऐंठन इससे कहीं ज्यादा होती है और साथ में ब्लीडिंग भी होती है।
3) पेट और कमर में दर्द होनाप्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में पेट के निचले हिस्से में दर्द होना भी गर्भपात का संकेत है। यह दर्द धीरे-धीरे फैलता है और पेल्विक हिस्से और कमर के निचले हिस्से तक फैल जाता है। यह दर्द लगातार और बहुत तेज होता है। इसे हल्के में न लें।
4) बुखारप्रेगनेंसी में बुखार होना उतना आम नहीं है, क्योंकि ये प्रेगनेंसी के किसी भी संकेत में नहीं आता है। अगर आपको बुखार होता है तो आपको प्रेगनेंसी से अलग कोई दिक्कत है। इसलिए बुखार होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
5) कमजोरी और उल्टी इस दौरान थोड़ी बहुत कमजोरी महसूस होना आम है लेकिन अगर आपको बेहतर डाइट लेने के बावजूद लगातार कमजोरी महसूस होती है और कुछ खाने के बाद तुरंत उल्टी हो रही है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। ऐसे में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
गर्भपात के अन्य संकेतवजन कम होना, सफेद-गुलाबी बलगम, संकुचन (हर 5-20 मिनट में दर्द होना) आदि भी गर्भपात के संकेत हैं। इस तरह के संकेत दिखने पर आपको बिना देरी के डॉक्टर से मिलना चाहिए और सही सलाह लेनी चाहिए।
गर्भपात से बचने के उपाय (Tips to prevent Miscarriage)
- हर दिन कम से कम 400 मिलीग्राम फोलिक एसिड लें - यदि संभव हो तो प्रेगनेंसी से कम से कम एक से दो महीने पहले लेना शुरू कर दें- नियमित रूप से व्यायाम करें- हेल्दी डाइट लें- तनाव और चिंता से दूर रहे- अपना वजन नॉर्मल बनाएं रखें- स्मोकिंग और धुएं से दूर रहें- शराब न पिएं और न ही एक दिन में एक से दो कप से अधिक कैफीन लें- अन्य दवाएं लेने से बचें- समय पर सभी टीके लगवाएं