navel displacement treatment: खिसकी हुई नाभि को सही जगह पर लाने के लिए आजमायें ये 8 घरेलू उपचार
By उस्मान | Published: April 6, 2021 03:22 PM2021-04-06T15:22:50+5:302021-04-06T15:22:50+5:30
यह एक आम समस्या है जो किसी को भी हो सकती है
नाभि खिसकना एक आम समस्या है। अधिकतर मामलों में नाभि नीचे और ऊपर की तरफ चली जाती है। जिन लोगों को अक्सर भारी वजन उठाने की आदत होती है और अचानक झुकने की आदत होती है, उन्हें नाभि खिसकने का खतरा अधिक होता है।
इसे आम भाषा में धरण पड़ना और धरण गिरना भी कहते हैं। इस रोग में पेट में दर्द, दस्त, पेट फूलना और मरोड़ जैसी परेशानी होने लगती है। कई बार पेट दर्द ठीक करने की दवा और इलाज के बाद भी दर्द से छुटकारा नहीं मिलता है। हम आपको नाभि खिसकने के लक्षण और राहत पाने के कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं।
नाभि खिसकने के लक्षण
नाभि जब खिसक जाती है, तब पेट में काफी दर्द होने लगता है ।कुछ लोग ऐसे होते हैं जो सोचते हैं कि पेट में अगर दर्द हो रहा है तो इसका नाभि से कोई संबंध नहीं है। जिन लोगों को ऐसा लगता है कि हमें पेट में काफी दर्द हो रहा है उन लोगों ने तुरंत इस बात को नजरअंदाज ना करते हुए अपने डॉक्टर की राय लेना चाहिए।
नाभि खिसकने पर पेशाब करते समय भी परेशानी हो सकती है, इसलिए ऐसे वक्त शरीर के छोटे-छोटे लक्षणों को जानकर परीक्षण करें। ऐसा होने पर ज्यादा भावनात्मक रूप से तनाव ना ले जल्द से जल्द इस समस्या को हल करने की कोशिश करें जो आपके लिए अच्छा रहेगा।
नाभि खिसकने के कारण
- शरीर में हजारों की संख्या में नाड़ियां होती है जिनका उदगम स्रोत नाभि स्थान है। ऐसे में किसी भी नाड़ी में कोई परेशानी होने पर उसका असर नाभि स्थान पर पड़ता है।
- समय पर आहार ना लेना, पूरी नींद ना लेना, कसरत ना करना और गलत जीवनशैली की वजह से हमारे शरीर की नाड़ियां कमजोर होने लगती है जिसका असर नाभिस्थान पर पड़ता है जिससे नाभि हटने की समस्या आती है।
- खेल कूद करते समय भी कई बार नाभि खिसक जाती है। अचानक भरी वजन उठाना, चलते चलते अचानक गड्ढे में पैर जाना, तेजी से सीढ़ियां चढ़ना उतरना और अचानक से एक पैर पर झटका लगने की वजह से नाभि खिसकने की परेशानी हो जाती है।
नाभि खिसकने का उपचार
1) नाभि जब खिसक जाती है तब शरीर की सारी गतिविधियां संतुलित रखने की कोशिश करें। जब शरीर की सारी गतिविधियां गलत तरीके से काम करती है तब अपने आपको संतुलित रखें।
2) ऐसी स्थिति में नाभि के द्वार पर हल्के हाथों से मालिश करना चाहिए, मालिश करने से या मसाज करने से नाभि पर जो भी ब्लड सर्कुलेशन होता है वह पूरी तरह से संतुलित हो सकता है।
3) नाभि की मालिश करते समय पैरों पर भी मालिश करें, जिससे शरीर को एक्यूप्रेशर ट्रीटमेंट मिलेगी और नाभि पहले जैसी होने में मदद होगी।
4) 10 ग्राम सौंफ को लेकर पीस लें, अब सौंफ के पाउडर में 50 ग्राम गुड़ मिलाकर सुबह खाली पेट में सेवन करें। अगर आप दो या तीन दिन तक सौंफ और गुड़ का सेवन करते हैं, तो आपकी नाभि अपनी सही स्थान पर आ जाएगी।
5) सरसों के तेल के इस्तेमाल से भी नाभि के खिसकने की समस्या को ठीक किया जा सकता है। इसके लिए 3 दिन तक लगातार सुबह खाली पेट में सरसों के तेल की कुछ बूंदों को अपनी नाभि में डालें। ऐसा करने से आपकी नाभि खिसकने की समस्या ठीक हो जाएगी।
6) सूखे हुए आंवले को पीसकर उसका पाउडर बना लें। अब एक चम्मच आंवले के पाउडर में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर अपनी नाभि के चारो तरफ लगाएं और 2 घंटों के लिए छोड़ दें। ऐसा करने से नाभि अपनी जगह पर आ सकती है।
7) 50 ग्राम गुड़ और 10 ग्राम सौंफ पीस कर मिला ले और सुबह खाली पेट इस मिश्रण को खाएं। अगर एक बार से नाभि ठीक ना हो तो अगले 2 से 3 दिन तक ये उपाय करे, इससे नाभि अपने स्थान पर आ सकती है।
8) नाभि खिसकने का इलाज के लिए पेट के योग आसन करे। इससे पेट की गैस दूर होती है और यह इसका एक बड़ा कारण भी है। नियमित रूप से योगासन करने से नाभि अपनी जगह आ सकती है।