Monsoon Health Tips: पेनिस साफ करने के 8 तरीके, सेक्सुअल हेल्थ बेहतर बनाता है तीसरा तरीका
By उस्मान | Published: July 25, 2019 05:03 PM2019-07-25T17:03:10+5:302019-07-25T17:03:10+5:30
मानसून में बारिश और नमी के कारण इन्फेक्शन, फंगल, खाज-खुजली, फोड़े-फुंसी, दाने, जलन, दाद, चकते जैसे विभिन्न त्वचा रोगों का अधिक खतरा होता है, खासकर प्राइवेट पार्ट्स में.
मानसून सीजन जारी है और इस मौसम में बारिश और नमी के कारण इन्फेक्शन, फंगल, खाज-खुजली, फोड़े-फुंसी, दाने, जलन, दाद, चकते जैसे विभिन्न त्वचा रोगों का अधिक खतरा होता है। इस तरह की समस्याएं खासकर प्राइवेट पार्ट्स में ज्यादा होती हैं। इस मौसम में लिंग और अंडकोष में संक्रमण और विभिन्न विकार होने के ज्यादा चांस होते हैं। जाहिर प्राइवेट पार्ट्स में किसी भी तरह की समस्या सीधे रूप से आपके सेक्स जीवन को प्रभावित कर सकती है। पेनिस को साफ करने के लिए कुछ बातों को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए। हर पुरूष को पेनिस साफ करते समय इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
आपको रोजाना लिंग को पानी और साबुन से धोने से बचना चाहिए। इससे इन्फेक्शन, सूजन, फिमोसिस और ट्यूमर होने का खतरा हो सकता है। इतना ही नहीं इससे लिंग के आगे के हिस्से में इन्फेक्शन हो सकता है। इसके बजाय आप वी-वॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन दिनों आपको खूब पानी पीना चाहिए। ज्यादा पानी पीने से पथरी बनने का खतरा कम होता है, साथ ही किडनी और ब्लैडर की सफाई होती रहती हैं जिससे यूटीआई और अन्य समस्याओं का खतरा टलता है।
स्खलन मूत्र संबंधी स्वास्थ्य को बनाए रखने का एक शानदार तरीका है। 20-50 की उम्र के बीच के पुरुषों को नियमित स्खलन के जरिए यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है साथ ही प्रोस्टेट ग्रंथि के कामकाज में सुधार होता है।
प्राइवेट पार्ट्स को ड्राई रखने की कोशिश करें। नहाने के बाद साफ और सूखे तौलिया इस्तेमाल करें। इस हिस्से में नमी से बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं जिससे इन्फेक्शन का अधिक खतरा होता है।
पेनिस के आसपास के बालों को हटाने के लिए उन्हें छोटी कैंची से ट्रिम कर लें। इससे उनमें पसीना नहीं भरेगा और न ही संक्रमण होगा। कई बार बड़े हुए बालों की वजह से गंदगी हो जाती है और बैक्टीरिया पनपते हैं।
सेक्स करने से पहले और बाद में पेनिस को धुलना कतई न भूलें। दोनों ही पार्टनरों को सेक्स से पहले और बाद में योनि को अवश्य धुलना चाहिए। वरना, स्पर्म के फैलने से वहां ड्राईनेस हो जाती है और संक्रमण भी हो जाता है। जहां भी स्पर्म गिरा हो, वहां भी साबुन से धुल लेना चाहिए।
टाइट अंडरवियर पहनने से इस हिस्से में नमी और पसीने का अधिक खतरा होता है जिससे बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं। इसलिए अपना अंडरवियर हर दिन बदलें। हो सके, तो कॉटन अंडरवियर पहनें। साटन या अन्य प्रकार के फैब्रिक के अंडरवियर न पहनें।
आप अपने साफ और बिना इस्तेमाल किए हुये अंतर्वस्त्र को ठंडी और सूखी जगह पर रखें। फिर आप चाहे बॉक्सर या ब्रीफ़ जो भी पहने उन्हे धोने के बाद जल्द ही अच्छे से सूखा लें। नहीं तो आपके कपड़ो से बेकार सी बदबू आने लगेगी।