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Monsoon diet tips: मानसून में गलती से भी न खायें ये 7 चीजें, इम्यूनिटी सिस्टम हो जाएगा कमजोर, कोरोना से लड़ना हो जाएगा भारी

By उस्मान | Updated: July 31, 2020 11:39 IST

Monsoon diet plan: इस मौसम में पाचन तंत्र और इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होने के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है

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Most people like the monsoon season. But this season brings with it many diseases. It is said that the immunity system becomes weak during this season, which increases the risk of many diseases. This weather also affects the digestive system, due to which many stomach problems can occur.सबसे बड़ी बात इस मौसम में नमी बढ़ने से खाद्य पदार्थों का खराब होने का सबसे बड़ा खतरा होता है। 

यही वजह है कि बारिश के मौसम में खाने-पीने का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मानसून के मौसम में कुछ चीजों को खाने-पीने से बचना चाहिए वरना आपका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो सकता है। जाहिर है कोरोना संकट भी चल रहा है और इम्यूनिटी कमजोर होने से आपको दोहरा नुकसान हो सकता है। चलिए जानते हैं वो चीजें क्या-क्या हैं। 

पत्तेदार सब्जियांमानसून के दौरान पत्तेदार सब्जियां खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह मौसम कीचड़ और नमी के लिए जाना जाता है जिससे कीटाणुओं का अधिक खतरा होता है। इस सीजन में पालक, गोभी और फूलगोभी जैसी सब्जियों को ना कहें। इसके बजाय, करेला, घीया, तोरी या टिंडा जैसी तीखी सब्जियों का सेवन करें। ध्यान रहे कि कोई भी सब्जी बनाने से पहले उसे अच्छी तरह धोएं और अच्छी तरह से पकाएं। 

कटे हुए फल और उनका जूसकिसी भी ताजा खाद्य पदार्थों को मानसून की हवा से बचना जरूरी है। इस मौसम में फलों में कीड़े लगने का ज्यादा खतरा होता है, खासकर कटे हुए फलों में। इसलिए आपको किसी भी सूरत में कटे हुए फलों के सेवन और उनका जूस पीने से बचना चाहिए। इससे आपको पेट संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं। 

समुद्री भोजनअगर आप नॉन वेज खाना पसंद करते हैं, तो आपको इस मौसम में सिर्फ चिकन और मटन ही खाना चाहिए। यह मौसम में मछली और झींगे के लिए प्रजनन का मौसम है। इस दौरान मछली का सेवन करने से आपको कई रोगों का खतरा हो सकता है। अगर खा भी रहे हैं तो सिर्फ फ्रेश मछली लें और उसे अच्छी तरह पकाएं। 

तेल वाली चीजें बेशक बारिश के मौसम में पकौड़े खाने का अपना अलग मजा है लेकिन इस मौसम में ऐसी चीजों से पूरी तरह से बचना चाहिए। अत्यधिक आर्द्र मानसून का मौसम पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है। पकौड़े, समोसे और कचौड़ी जैसी चीजें खाने से गैस्ट्रोनॉमिकल जटिलताओं जैसे पेट फूलना और पेट खराब हो सकते हैं। 

चाट चाट जिसमें गोल गप्पे, भेल पुरी, दही पुरी शामिल हो सकते हैं दूषित पानी से बनाये जा सकते हैं। इन स्नैक्स को बनाते समय दूषित पानी के उपयोग से आपको संक्रमण का खतरा हो सकता है। इन संक्रमणों से दस्त या पीलिया जैसे रोग हो सकते हैं।

फिज्जी ड्रिंक्स इस तरह के पेय पदार्थ शरीर में खनिजों को कम करते हैं, जिससे एंजाइम गतिविधि कम हो सकती है। इसका सबसे बड़ा असर पाचन तंत्र पर पड़ता है और कमजोर हो जाता है। इसके बजाय अदरक की चाय, निम्बू पानी आदि का सेवन करें। 

कच्ची चीजेंजहां कच्चे खाने के फायदे हैं, वहीं मानसून में कच्ची चीजों का सेवन जोखिम भरा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कीटाणुओं और संक्रमण की संभावना भी अधिक होती है। कच्ची सब्जियां खाने के बजाय, उन्हें उबालन बेहतर उपाय है। सुनिश्चित करें कि आप फलों का सेवन करने से पहले उन्हें अच्छी तरह से धो लें। उन्हें खाने से पहले ठीक से काटें ताकि कीटाणुओं की संभावना कम हो।

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