इस पोजीशन में सोयें, 2 मिनट में आएगी नींद, किडनी, लीवर, पेट के रोगों से होगा बचाव
By उस्मान | Published: September 3, 2018 03:36 PM2018-09-03T15:36:37+5:302018-09-03T15:36:37+5:30
अगर आप अक्सर कब्ज, अपच जैसी पेट से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित रहते हैं, तो आपको इस पोजीशन में सोना चाहिए
नींद मनुष्य की मूल आवश्यकता है। इसके बगैर उसका स्वस्थ रहना संभव नहीं है। लेकिन आपके सोने का तरीका कैसा है, इस पर निर्भर करती है आपकी सेहत। सोने के तरीके और सेहत को लेकर आयुर्वेद में भी बहुत कुछ कहा गया है। आयुर्वेद में बाईं ओर करवट लेकर सोने का जिक्र है। इस पर आधुनिक चिकित्साशास्त्रियों ने भी मुहर लगा दी है। यानी एलोपैथी में भी बाईं करवट सोने को श्रेष्ठ और सेहतमंद माना है। चलिए जानते हैं कि बाईं ओर करवट लेकर सोने से आपको क्या-क्या फायदे होते हैं।
1) कब्ज और अपच से मिलती है राहत
वैसे कोई भी इंसान रातभर एक ही मुद्रा या स्थिति में नहीं सो सकता। कभी वह सीधे पीठ के बल सोता है, तो कभी उल्टा होकर पेट के बल। कभी वह दाईं ओर करवट लेता है, तो कभी वह बाईं ओर। पेट के बल सोना सेहत के लिए ठीक नहीं, लेकिन जिनकी बचपन से ही यह आदत होती है, वे बड़े होने पर भी इस प्रवृत्ति को छोड़ नहीं पाते।जब हम रातभर सोते हैं तो भी पाचन तंत्र सक्रिय रहता है। यदि हम बाईं तरफ करवट लेकर सोएं तो पाचन तंत्र सुचारू रूप से काम करता है। इससे खाए-पिए का पाचन सही ढंग से होता है। परिणामस्वरूप सुबह कब्ज और कब्ज जनित रोगों से निजात मिलती है।
2) अनिद्रा की समस्या होती है दूर
वैसे कुछ लोग बाईं ओर करवट लेने में असहज महसूस करते हैं या उन्हें हृदय पर दबाव महसूस होता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह ले लेना चाहिए। यदि कोई विशेष समस्या नहीं है, तो कोशिश करें कि बाईं तरफ करवट लेकर सोएं। यकीन मानिए, इससे आपको जल्दी और गहरी नींद आएगी।
3) किडनी और लीवर रहते हैं स्वस्थ
बाईं करवट सोने से लीवर और किडनियां स्वस्थ और कार्यक्षम बने रहते हैं। लीवर से जुड़ी बीमारियों से बचाव होता है। इसी प्रकार, शरीर के विषाक्त पदार्थ रातभर मूत्रशय में एकत्र होकर सबेरे मूत्र द्वारा बाहर निकल जाते हैं।