किडनी शरीर का प्रमुख अंग हैं। किडनी रोजाना भोजन से अतिरिक्त पानी और अपशिष्ट उत्पादों को हटाने का काम करती है। किडनियां तीन जरूरी हार्मोन भी जारी करते हैं: एरिथ्रोपोइटिन (जो लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए अस्थि मज्जा को उत्तेजित करता है), रेनिन (जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है), और कैल्सीट्रियोल (विटामिन डी का सक्रिय रूप, जो हड्डियों के लिए और सामान्य रासायनिक संतुलन के लिए कैल्शियम को बनाए रखने में मदद करता है)।
किडनियों में गंदगी जमा होने से उनका कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो सकता है और आपको कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए किडनी की सफाई जरूरी है ताकि शरीर की गंदगी आसानी से बाहर जाती रहे। किडनियों को साफ रखकर आपको किडनी की पथरी से बचने, ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने, मूत्र पथ और मूत्राशय के कामकाज में सुधार करने और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।
धनिया के पत्ते एक मुट्ठी भर धनिया के पत्ते को अच्छी तरह धो लें, इसे छोटे छोटे टुकड़ों में काट कर 1 लीटर पानी में डाल दें। उसमें थोड़ी सी अजवाइन भी मिला लें। धनिया के पत्ते, आजवाइन और पानी को धीमी आंच पर 10 मिनट तक पकाएं। इसे ठंडा कर हर रोज खाली पेट पीएं।
नीम, गिलोय का रस, गेहूं के ज्वार का रसयह तीनों 50-50 ग्राम लेकर मिला लें, सुबह-शाम खाली पेट पिएं। इसे पीने के 1 घंटे तक कुछ ना लें। लगातार सेवन से किडनी ठीक हो जाती है।
गोछुर, नीम और पीपल की छाल25-25 ग्राम तीनों को मिलाकर, आधा लीटर पानी में उबालें और जब पानी 100 मिलीलीटर बच जाए तो छान कर रख लें, और सुबह-शाम खाली पेट 50-50 मिली लगातार सेवन से किडनी ठीक तरीके से काम करने लगता है।
अदरक की चायएक बड़ा चम्मच ऑर्गेनिक शहद लें, एक छोटा चम्मच पिसी हल्दी, छोटा चम्मच पिसा अदरक। एक कप पानी, आधा कप नारियल का दूध। पानी को गर्म करके अदरक और हल्दी को 10 मिनट उबाल लें, और 1 कप में दूध और शहद मिलाकर चाय को डाल लें। चाय को रोज खाली पेट पीना काफी लाभदायक होता है।
इन चीजों का भी करें सेवनइनके अलावा आपको अपनी डाइट में चुकंदर का रस, तरबूज, नींबू का रस, लाल रंग की खट्टी बेरी का रस, कद्दू के बीज और हल्दी आदि को शामिल करना चाहिए। कुछ जड़ी बूटियां जैसे डैंडिलियन की चाय, मार्शमैलो रूट, जुनिपर, नेटल्स, अजमोद आदि भी फायदेमंद हो सकती हैं लेकिन डॉक्टर की सलाह पर इनका सेवन करें।
इस बात का रखें ध्यान
अगर आपको अक्सर पेट के निचले हिस्से में दर्द रहता है, पेशाब का रंग बदल गया है, बुखार और ठंड लगती रहती है, मतली और उल्टी का एहसास होता है, बहुत ज्यादा थकान महसूस होती है, तो आपको समझ लेना चाहिए कि आपकी किडनियों में गंदगी जमा हो चुकी है और यह उसके लक्षण हो सकते हैं।
ध्यान रहे कि आपको इन उपायों पर निर्भर नहीं रहेना चाहिए बल्कि लक्षण गंभीज महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं और किडनी की बीमारी वाले लोगों को किडनियों की सफाई की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इसके लिए किसी भी तरह का सप्लीमेंट्स का उपयोग करने के बारे में डॉक्टर से सुझाव ले सकते हैं।