गुर्दे और पित्ताशय की पथरी निकालने के घरेलू उपाय : किडनी और ब्लैडर में अटकी पथरी को निकालने के 10 घरेलू नुस्खे
By उस्मान | Published: December 4, 2020 12:24 PM2020-12-04T12:24:06+5:302020-12-04T12:32:39+5:30
गुर्दे और पित्ताशय की पथरी का रामबाण इलाज : जानिये पथरी के दर्द से राहत पाने और बिना दवा पथरी को पेशाब के जरिये बाहर निकालने के उपाय
गुर्दे और पित्ताशय में पथरी होने एक आम समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित हैं। खराब खानपान और बिगड़ती जीवाशैली इसका मुख्य कारण हैं। वैसे पथरी के इलाज के लिए कई विकल्प मौजूद हैं लेकिन आप कुछ घरेलू उपायों के जरिये भी पथरी से निजात पा सकते हैं।
हम आपको कुछ ऐसी आयुर्वेदिक और घरलू उपाय बता रहे हैं जो किडनी या ब्लैडर की पथरी को निकाल सकते हैं और आपको दर्द से आराम दे सकते हैं। ध्यान रहे, यह सिर्फ वैकल्पिक उपाय हैं, अगर आपको आराम नहीं मिलता है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
किडनी की पथरी बहार निकालने के उपाय
नींबू
छोटी पथरियां मूत्र मार्ग से मूत्र के साथ निकल जाती है लेकिन कई बार यह एक जगह जमा होने लगी हैं। इनके छोटे कण मिलकर एक बड़ा रूप ले सकते हैं। नींबू के रस में साइट्रिक एसिड की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो धीरे-धीरे ऑक्जालेट और सोडियम आदि तत्वों के इस जमाव को घुलाता रहता है। घुलने के बाद पथरी के छोटे-छोटे कण मूत्र मार्ग से बाहर निकल सकती है।
अनार
नार का रस गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये पोटेशियम का एक बेहतर स्रोत है। पोटेशियम मिनरल्स क्रिस्टल के गठन को रोकता है जो गुर्दे की पथरी का कारण बनते हैं। यह पथरी के निर्माण को भी कम करता है, गुर्दे से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और मूत्र में अम्लता के स्तर को कम करता है।
तोरई
जिन खाने की चीजों में ऑक्सलेट की मात्रा ज्यादा होती हैं, वो यूरिन में मौजूद कैल्शियम से मिलकर पथरी बना देते हैं। अगर आप गुर्दे की पथरी के दर्द से परेशान हैं तो आप के लिए एक अच्छी खबर है। आप एक घरलू उपाय के जरिए भी किडनी की पथरी से छुटकारा पा सकते हैं। यह उपाय है हरी सब्जी तोरई।
गोखरू
गोखरू एक प्रकार की दर्द निवारक जड़ी-बूटी है, जिसका उपयोग किडनी में पथरी के कारण होने वाले दर्द में किया जाता है। इसके अलावा ये एक मूत्रवर्धक भी है, जो पेशाब में खून आने और दर्द जैसी समस्या को कम करता है। गोखरू का काढ़ा या चूर्ण बना कर सेवन करने से किडनी स्टोन में आराम मिलता है।
पुनर्नवा
पुनर्नवा की जड़ का प्रयोग किडनी स्टोन के इलाज में किया जाता है। पुनर्नवा का अर्क या काढ़ा शहद या गुड़ के साथ मिला कर सेवन करना चाहिए। पुनर्नवा का उपयोग पित्त दोष के लिए किया जाता है। ऐसे में ये शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालता है।
पित्ताशय की पथरी निकालने के घरेलू उपाय
ऐसा माना जाता है कि पित्ताशय की पथरी लगभग 80 प्रतिशत कोलेस्ट्रॉल से ही बनती हैं। पित्त यानी बायल लिवर में बनता है और इसका भंडारण गॉल ब्लैडर में होता है। जब पित्त में कोलेस्ट्रॉल और बिलरुबिन की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो पथरी का निर्माण होता है।
खीरे और ककड़ी का रस
अगर आपको पित्त की पथरी की समस्या है तो गाजर और ककड़ी का रस प्रत्येक 100 मिलिलीटर की मात्रा में मिलाकर दिन में दो बार पीएं। इस समस्या में ये अत्यन्त लाभदायक घरेलू नुस्खा माना जाता है। ये कॉलेस्ट्रॉल के सख्त रूप को नर्म कर बाहर निकालने में मदद करती है।
विटामिन सी
ऐसे फलों का जूस पी सकते हैं जिनमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में हो जैसे संतरा, टमाटर आदि। इनमें मौजूद विटामिन सी शरीर के कोलेस्ट्रॉल को पित्त अम्ल में परिवर्तित करती है जो पथरी को तोड़कर बाहर निकालता है। आप विटामिन सी संपूरक ले सकते हैं। पथरी के दर्द के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपचार माना गया है।
गुड़हल का पाउडर
आप गुड़हल के फूल इकठ्ठा करके उनका पाउडर बना सकते हैं या इसका पाउडर पंसारी की दुकान पर भी आसानी से मिल जाता है। गुडहल का पाउडर एक चम्मच रात को सोते समय खाना खाने के कम से कम एक डेढ़ घंटा बाद गर्म पानी के साथ फांक लीजिये। ऐसा करने से पथरी से छुटकारा मिल सकता है।
सेब का रस
सके लिए आप कुल 5 दिनों तक एप्पल जूस पीयें। सेब का यह रस घर पर ही बनाएं, बाजारी डिब्बे वाला जूस ना लें। साथ ही इन पांच दिनों में दिनभर में 3-4 सेब भी खाएं। छठे दिन आप रात का खाना ना लें।
नाशपती
नाशपती पित्त की पथरी के लिए बहुत फायदेमंद होती है। अमेरिका मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार, लगभग 80 प्रतिशत पित्त में पथरी कोलेस्ट्रॉल के बनने से होती है। नाशपाती में पेक्टिन होता है इन पत्थरों को आसानी से फ्लश आउट के लिए कोलेस्ट्रॉल से भरे पित्त पथरी को बांधता है।