भारत कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर बच्चों को भी प्रभावित क्र रही है। इसलिए उनकी डाइट, फिटनेस और इम्यून लेवल का ज्यादा ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। रोजाना एक्सरसाइज और कुछ खाद्य पदार्थ खाने से इम्यूनिटी सिस्टम को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां भी हैं जो बेहद स्वस्थ मानी जाती हैं।
माहेश्वरी फार्मास्यूटिकल्स इंडिया लिमिटेड के संचालन निदेशक निखिल माहेश्वरी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां बच्चों में इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने में सहायक हो सकती हैं। चलिए जानते हैं कौन-कौन सी जड़ी बूटियां हैं।
तुलसीतुलसी को कई लाभों और असाधारण औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसे जड़ी बूटियों की रानी के रूप में भी जाना जाता है और यह विटामिन सी, ए और के का बेहतर स्रोत है। तुलसी बुखार को कम करने में मदद करती है और आम सर्दी या खांसी के लिए एक बेहतर उपाय है। इसके अलावा यह दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है।
हल्दी हल्दी हर घर में पाई जाती है। भोजन का स्वाद को बढ़ाने के अलावा यह एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए भी जानी जाती है। एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर हल्दी दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है। यह हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम कम करती है। इसमें कैंसर विरोधी गुण भी पाए जाते हैं। इतना ही नहीं यह कटे हुए और घाव के लिए भी बेहतर उपाय है। यह त्वचा को ठीक करने और शांत करने में मदद करती है।
अश्वगंधाएक प्राचीन औषधीय जड़ी बूटी अश्वगंधा न केवल शारीरिक बीमारियों को ठीक करने में मदद करती है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी जानी जाती है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के अलावा मांसपेशियों की मरम्मत और दिमाग के कार्य को भी बढ़ाती है।
आंवला आंवला विटामिन सी का एक बेहतर स्रोत है। यह आम सर्दी, खांसी और गले में खराश को दूर रखने में मदद करता है। प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए इसमें भारी मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। इसका उपयोग स्वस्थ बालों, डायबिटीज से राहत और यहां तक कि दृष्टि में सुधार के लिए किया जाता है।
गिलोयइसे टिनोसपोरा कोर्डिफ़ोलिया के रूप में भी जाना जाता है। गिलोय अपने औषधीय गुणों और उच्च पोषण मूल्य के लिए जाना जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए किया जाता है और एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है।