लाइव न्यूज़ :

योगा एक्सरसाइज मैट खरीदने से पहले इन 4 बातों का जरूर रखें ध्यान

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: September 8, 2018 13:53 IST

आरामदेह, अच्छी पकड़ वाली मैट खरीदे जिस पर फिसलने का डर न हो।

Open in App

एक्सरसाइज करने के लिए लोग घर में उपलब्ध किसी भी मैट का इस्तेमाल कर लेते हैं। एक्सरसाइज का पूरा फायदा लेने और इस दौरान चोटिल होने से बचने के लिए मैट का चयन सावधानी से करना चाहिए। 

1. मैट की लंबाई

एक्सरसाइज मैट की लंबाई भी एक्सरसाइज की प्रकृति के अनुरूप होनी चाहिए। सिट-अप के दौरान कमर, कंधों, सिर को सपोर्ट की जरूरत होती है। इसके लिए उतनी ही बड़ी मैट लेनी चाहिए, जिस पर आप आराम से खड़े होकर और बैठकर इस एक्सरसाइज को कर सकें। योगा मैट में स्ट्रैचिंग आसानी से की जा सके। कार्डियों और बॉडी वेट एक्सरसाइज के लिए थोड़ी ज्यादा लंबी मैट होनी चाहिए।

2. मैट की मोटाई

आम एक्सरसाइज जैसे सिट-अप और सामान्य एक्सरसाइज के लिए एक सा डेढ़ सेंटीमीटर मोटी मैट जो पीवीसी/फॉम की बनी होती है, लें। पायलेट एक्सरसाइज के लिए 1।5 से 1।9 सेंटीमीटर मोटी थर्मल प्लास्टिक, इलास्टोमर से बनी मैट लेनी चाहिए। योगासन के लिए योगा मैट हो। यह काफी कुछ पायलेट मैट की तरह होती है लेकिन उससे थोड़ी ज्यादा मोटी होती है, जिसकी मोटाई 0।3/0।6 सेंटीमीटर हो सकती है, जिसे इस्तेमाल करने के बाद मोड़कर रखा जा सकता है। 

3. कैसी को पकड़

एक्सरसाइज मैट की कम या पकड़ न होना चोट लगने का कारण बन सकती है। वजन उठाने के दौरान मांसपेशियांे में चोट लग सकती हैं। इसके अलावा इसमें नमी सोखने की भी क्षमता होनी चाहिए वरना फिसलने का डर रहता है। मैट की निचली हिस्से की भी पकड़ सही होनी चाहिए ताकि वह फर्श पर अपनी पकड़ के साथ रहे। एक्सरसाइज के अनुरूप ही मैट की पकड़ होनी चाहिए। योगासन करने के दौरान मैट से चिपकर रहना जरूरी नहीं होता। क्योंकि हाथ या पैर को उठाने के समय वह सरक जाती है।

ये भी पढ़ें: पेट की चर्बी पिघलाकर स्लिम एंड सेक्सी लुक देती हैं ये 5 एक्सरसाइज

4. मैट की सफाई

एक्सरसाइज मैट की नियमित धुलाई करनी चाहिए ताकि किसी किस्म का इंफेक्शन न हो। हालांकि बाजार में उपलब्ध कई मैट फिसलनरोधी, एंटीबैक्टीरियल और दुगर्ंध रहित होती हैं, जिन्हें साफ करना आसान होता है और जिन्हें एक्सरसाइज के बाद आसानी से मोड़कर रखा जा सकता है। 

टॅग्स :हेल्थ टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत