लाइव न्यूज़ :

खर्राटे रोकने के घरेलू उपाय : मजाक की बात नहीं खर्राटे आना, इस नींद की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आजमायें 8 तरीके

By उस्मान | Updated: December 21, 2020 15:48 IST

खर्राटे कैसे रोके : आपके किचन में मौजूद है खर्राटे का इलाज

Open in App
ठळक मुद्देखर्राटे आने नींद से जुडी समस्याइसे हल्के में लेना पड़ सकता है महंगाघर में मौजूद चीजों से करें खर्राटे का इलाज

सोते समय खर्राटे आना एक आम समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित होते हैं। क्या खर्राटे आना कोई बीमारी है? खर्राटा नींद से संबंधित एक समस्या है। खर्राटों की आवाज नाक या मुंह, किसी से भी आ सकती है। यह आवाज सोने के बाद किसी भी समय शुरू और बंद हो सकती है।

दरअसल खर्राटे एक तरह की ध्वनि होती है। यह ध्वनि तब पैदा होती है, जब व्यक्ति नींद के दौरान अपनी नाक और गले के माध्यम से स्वतंत्र रूप से हवा नहीं ले पाता है। जब हवा का बहाव गले की त्वचा में स्थित ऊतकों में कंपन पैदा कर देता है। जो लोग अक्सर बहुत ज्यादा खर्राटे लेते हैं उनके गले और नाक के ऊतक में बहुत ज्यादा कंपन होता है।

खर्राटों से आपको कई समस्याएं हो सकती हैं जिनमें नींद के दौरान सांस रुकना, दिन में बहुत नींद आना, ध्यान लगाने में मुश्किल, सुबह का सिरदर्द, जागने पर गले में खराश होना, नींद में बेचैनी होना, रात को हांफना और ब्लड प्रेशर का बढ़ना शामिल हैं। 

खर्राटे रोकने के घरेलू उपाय

यदि आप भी अपने पड़ोसी की खर्राटे लेने की आदत से परेशान हैं तो, आप इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं।  

हल्दीएक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच हल्दी पाउडर और एक चम्मच शहद का मिला दीजिए। आपको ये मिश्रण रोजाना रात में सोने से पहले पीना हैं। ऐसा करने से आपको जल्द ही फर्क महसूस होने लगेगा। 

जैतून का तेलबढ़ता वजन भी खर्राटों का कारण बन सकता है। ऐसे में आप डाइट में जैतून का तेल इस्तेमाल करके वजन नियंत्रण को बढ़ावा देकर खर्राटों की समस्या को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। हालांकि यह सीधे तौर पर खर्राटों से राहत नहीं दिलाता है।

लहसुन लहसुन का इस्तेमाल खर्राटे आने का इलाज भी लहसुन की मदद से किया जा सकता है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सिंड्रोम के लक्षण जैसे खर्राटों से निजात पाने के लिए लहसुन का उपयोग किया जा सकता है। खर्राटे का देसी इलाज करने के लिए रोजाना सोने से पहले या शाम को एक लहसुन की कली, घी में रोस्ट करके चबाई जा सकती है।

इलायची इलायची, श्वसन तंत्र को खोलने का काम करती है। इससे सांस लेने की प्रक्रिया सुगम होती है। सोने से पहले इलायची के कुछ दानों को गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पीने से समस्या में राहत मिलेगी।

पुदीने का तेलपुदीने में कई ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो गले और नासाछिद्रों की सूजन को कम करने का काम करते हैं। इससे सांस लेना आसान हो जाता है। सोने से पहले पिपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदों को पानी में डालकर उससे गरारे कर लें। इस उपाय को कुछ दिन तक करते रहें।

दालचीनी  खर्राटे की समस्या से निजात पाने के लिए एक ग्लास गुनगुने पानी में तीन चम्मच दालचीनी का पाउडर मिलाकर पिएं। इसके लगातार सेवन से आपको काफी फायदे नजर आएंगे।

दूध का सेवन  दूध कई बीमारियों के लिए फायदेमंद है। रात को सोने से पहले कम से कम एक कप दूध अवश्य पिएं। इससे खर्राटे आने बंद हो सकते हैं। इसके अलावा दूध पीने से नींद भी बेहतर आती है। 

शहद एक ग्लास गर्म पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर सोने से आधा घंटे पहले पिएं। शहद में एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण होते हैं, जो गले और नाक में सूजन होने से रोकते हैं। इससे सांस लेने में आसानी रहती है।

टॅग्स :हेल्थ टिप्सडाइट टिप्सघरेलू नुस्खेमेडिकल ट्रीटमेंट
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत