सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है। इस मौसम में गरम चाय और कॉफी पीने का अलग ही मजा है। वैसे अगर आपको चाय के आनंद के साथ स्वास्थ्य लाभ भी लेने हैं, तो आपको हिबिस्कस यानी गुड़हल की चाय पीनी चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहने के साथ-साथ पाचन तंत्र और इम्युनिटी सिस्टम भी मजबूत रहता है। यह आपके मेटाबोलिज्म को तेज करता है जिससे आपको वजन कम करने में मदद मिलती है। यह विटामिन सी, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट का बेहतर स्रोत है आपको चिंता और हाइपरटेंशन के इलाज में मदद मिलती है।
हिबिस्कस की चाय कैसे बनाएं?हिबिस्कस की चाय बनाना बहुत आसान है। आपको केवल पांच मिनट सूखे हिबिस्कस फूलों को उबालना है। इसका स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें थोड़ी चीनी या शहद जोड़ सकते हैं। इसके अलावा दालचीनी, लौंग, जायफल, और अदरक जैसे चीजें डालने से आपको इसके ज्यादा फायदे मिल सकते हैं।
यूएसडीए न्यूट्रिएंट डाटाबेस के मुताबिक, इसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जिंक जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं। इसमें नियासिन और फोलेट जैसी कुछ विटामिन भी शामिल हैं जो आपके समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करते हैं।
1) ब्लड प्रेशर होता है कंट्रोलअमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस चाय को पीने से ब्लड प्रेशर कम करने में मदद मिलती है। अगर आप हाइपररेंशन से पीड़ित हैं, तो आपको नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए।
2) वजन कम करने में सहायकअध्ययनों में बताया गया है कि हिबिस्कस स्टार्च और ग्लूकोज के अवशोषण को कम करता है जिससे आपको वजन घटाने में मदद मिलती है। हिबिस्कस एमिलेज़ के उत्पादन को रोकता है, जो कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च के अवशोषण में मदद करता है, इसलिए इसे पीने से अवशोषण होने से रुकता है।
3) कोलेस्ट्रॉल कम करता हैहिबिस्कस चाय शरीर में (खराब) एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम करती है, इससे आपको दिल की बीमारियों और रक्त वाहिकाओं को क्षति से बचने में मदद मिलती है।
4) डायबिटीज को करता है कंट्रोलकई अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि हिबिस्कस चाय के हाइपोलिपिडेमिक और हाइपोग्लाइसेमिक गुण मधुमेह या डायबिटीज जैसे ब्लड शुगर विकारों से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
5) कैंसर से बचाने में सहायक हिबिस्कस चाय में हिबिस्कस प्रोटोकैक्चुइक एसिड होता है जिसमें एंटी-ट्यूमर और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ताइवान में एक डेंटल कॉलेज और बायोकैमिस्ट्री संस्थान द्वारा आयोजित एक अध्ययन से पता चलता है कि हिबिस्कुस एपोप्टोसिस को प्रेरित करके कैंसर कोशिकाओं के विकास को धीमा कर देता है।
इस बात का रखें ध्यान अगर आप ऊपर बताई गई किसी भी बीमारी के इलाज के लिए इसका सेवन कर रहे हैं, तो पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यह सिर्फ नैचुरल उपाय है. आपको इसके साथ बेहतर जीवनशैली को अपनाना चाहिए और मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं छोड़ना चाहिए।