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ऐसे लोगों को होता है हार्ट अटैक का ज्यादा खतरा, जानें 6 कारण, बचने के उपाय

By उस्मान | Updated: July 24, 2019 16:48 IST

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मानव में हृदय संबंधी रोगों का खतरा बढ़ने का कारण हमारे पूर्वजों में 20 से 30 लाख साल पहले एक ‘‘जीन’’ का नष्ट हो जाना रहा होगा। एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है। अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधार्थियों ने कहा कि इसी जीन के नष्ट हो जाने ने संभवत: मांसाहारी मनुष्यों में इस खतरे को और बढ़ा दिया होगा।

उन्होंने बताया कि वसा जमने के कारण धमनियों का बाधित होना (एथेरोस्कलेरोसिस) दुनिया भर में हृदय रोगों से होने वाली एक तिहाई मौतों के लिए जिम्मेदार है। इसके अलावा खून में कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ जाना, शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहना, आयु, उच्च रक्तचाप, मोटापा और धूम्रपान जैसे ऐसे कई ज्ञात कारण हैं जिनकी वजह से हृदय रोग होते हैं। हालांकि एथेरोस्कलेरोसिस के चलते पहली बार होने वाले 15 प्रतिशत हृदय रोगों के पीछे इनमें से कोई कारण जिम्मेदार नहीं होता। 

हार्ट अटैक के अन्य कारण 

1) ज्यादा इमोशनल होना

कनाडा में मैकमास्टर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा की गई रिसर्च में सामने आया है कि उम्र, गलत आदतें और वजन बढ़ाना जैसी समस्याओं के अलावा  हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण ज्यादा इमोशनल होना भी है। क्योंकि ज्यादा इमोशनल होने से सीधे तौर पर आपके शरीर पर प्रभाव पड़ता है। इससे ब्लड फ्लो में गड़बड़ पैदा होती है और दिल के लिए ब्लड की सप्लाई कम हो जाती है। येही वजह है कि हार्ट डिजीज से पीड़ित व्यक्ति को तनावपूर्ण स्थिति से बचने की सलाह दी जाती है।  

2) गंदी हवा

इंटरमाउंटन मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं के अनुसार, वायु प्रदूषण और गंदी हवा की वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा होता है। यही वजह है कि डॉक्टर और एक्सपर्ट लोगों को ऐसे जगहों पर ना रहने की सलाह देते हैं, जहां की वायु गंदी होती है।

3) तलाक

कैरोलिना इंस्टीट्यूट के एक अध्ययन के अनुसार, तलाक हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण है। इतना ही नहीं तलाकशुदा लोगों को हार्ट अटैक का जोखिम 18 फीसदी अधिक होता है। इसका मतलब यह है कि आप शांतिपूर्ण तरीके से समस्याओं को हल करके इस गंभीर स्थिति से बच सकते हैं।

4) गुस्सा

यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के अनुसार गुस्सा होने के 2 घंटे के दौरान दिल का दौरा होने का खतरा 8।5 गुना अधिक होता है। पारिवारिक झगड़े की वजह से गुस्सा होने पर यह खतरा 29 फीसदी, दूसरे लोगों की वजह से गुस्सा होने पर 42 फीसदी, कार्यस्थल पर गुस्से की वजह से 14 फीसदी जबकि गाड़ी चलते समय गुस्सा होने पर यह खतरा 14 फीसदी बढ़ सकता है।

5) ठंडा तापमान

यूनिवर्सिटी ऑफ मनिटोबा के एक अध्ययन के अनुसार, 10 डिग्री सेल्सियस तापमान की वजह से दिल का दौरा पड़ने का खतरा 7 फीसदी अधिक होता है। यही वजह है एक्सपर्ट दिल से जुड़े रोगों से पीड़ित लोगों को अधिक ठंडे तापमान में ना जाने की सलाह देते हैं।

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