स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने युवाओं में बढ़ते दिल का दौरे पर कहा, "कोविड रोगियों को सावधान रहने की जरूरत, कड़ी मेहनत और व्यायाम के प्रति सचेत रहें"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 30, 2023 01:27 PM2023-10-30T13:27:51+5:302023-10-30T13:38:57+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना काल के बाद युवाओं के बीच बढ़ते दिल के दौरे को लेकर चिंता जाहिर की है।
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना काल के बाद युवाओं के बीच बढ़ते दिल के दौरे को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कुछ आवश्यक सलाह दिया है। स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा कि बढ़ते हार्ट अटैक के केसों को देखते हुए उन लोगों को सलाह दी है, जो कि गंभीर कोविड संक्रमण से गुजरे हैं। वे व्यायाम करते समय बहुत ज्यादा मेहनत से बचें या हो सकते तो कुछ समय के लिए कठिन श्रम कार्यों से दूर रहें।
स्वास्थ्य मंत्री ने बीते रविवार को गुजरात स्थित अपने पैतृक जिले भावनगर में एक कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए ने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इस विषय पर एक विस्तृत अध्ययन किया है और सलाह दी है कि जो लोग गंभीर बीमारी से उबर चुके हैं। उन्हें व्यायाम या श्रम कार्यों के जरिये खुद पर दबाव नहीं डालना चाहिए।
समाचार वेबसाइट इंडियान एक्सप्रेस के अनुसार केंद्रीय मंत्री मंडाविया ने कहा, “भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने हाल ही में एक विस्तृत अध्ययन किया है। जिसके निष्कर्षों को आधार पर सिफारिश की गई है कि जिन लोगों को गंभीर कोविड संक्रमण था, उन्हें अतिरिक्त श्रम से बचना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "अगर संभव हो तो उन्हें एक छोटी अवधि यानी एक या दो साल के लिए निरंतर श्रम, कड़ी दौड़, व्यायाम आदि से दूर रहना चाहिए, ताकि दिल के दौरे को रोका जा सके।"
खबरों के मुताबिक मंत्री मनसुख मंडाविया संसद खेलमहोत्सव 2023 के समापन समारोह में भाग लेने के लिए भावनगर गये थे।
मालूम हो कि साल 2022 के अंत से दिल के दौरे के कारण 20 और 30 वर्ष के लोगों की मृत्यु के अधिक से अधिक मामले सामने आए हैं और कई लोग इन मौतों को कोविड या इसके उपचार से जोड़कर देख रहे हैं।
बीते नवरात्रि के बीते नौ दिनों में गुजरात में गरबा (पारंपरिक गुजराती नृत्य) का आयोजन किया जाता है। इस दौरान नौ दिनों तक चलने वाले गरबे के दौरान विभिन्न स्थानों पर मेडिकल टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया था। हालांकि, इस साल भी गरबा नाइट्स के दौरान दिल का दौरा पड़ने से कई लोगों की मौतें हुई हैं।