लाइव न्यूज़ :

पसलियों के दर्द से तुरंत छुटकारा दिला सकते हैं ये 7 उपाय

By उस्मान | Updated: December 17, 2019 11:07 IST

यह दर्द गंभीर होता है जिससे कभी-कभी सांस लेने में भी परेशानी होती है।

Open in App
ठळक मुद्देयह दर्द गंभीर होता है जिससे कभी-कभी सांस लेने में भी परेशानी होती हैनिमोनिया जैसे जीवाणु संक्रमण अक्सर पसलियों में दर्द का कारण बनते हैं

खराब जीवनशैली की वजह से कई बार बहुत से लोगों को पसली के दर्द से गुजरना पड़ता है। यह दर्द गंभीर होता है जिससे कभी-कभी सांस लेने में भी परेशानी होती है। पसली का दर्द आपके शरीर आपके शरीर के प्लेउरा (pleura) हिस्से को प्रभावित करता है। प्लेउरा ऊतक की एक पतली परत होती है जो आपके फेफड़ों को लपेटती है। पसलियों पर पड़ने वाले किसी भी तरह के दबाव के कारण ही सांस लेने पर आपको दर्द महसूस होता है।

इसका मतलब यह हुआ कि जब आप स्वस्थ होते हैं, तो आपका प्लेउरा भी स्वस्थ होता है। जब सांस लेते हुए आपके फेफड़े फैलते हैं, तो प्लेउरा एक दूसरे के खिलाफ बहुत दर्दनाक तरीके से रगड़ते हैं जिससे तेज दर्द होता है। यह दर्द गंभीर होता है जिससे कभी-कभी सांस लेने में भी परेशानी होती है।

पसलियों में दर्द का कारण

निमोनिया जैसे जीवाणु संक्रमण अक्सर पसलियों में दर्द का कारण बनते हैं। यह फ्लू जैसे वायरस या फंगस के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा फेफड़ों का कैंसर, अन्य प्रकार के कैंसर जो आपके फेफड़ों को प्रभावित करते हैं, आपके फेफड़ों में रक्त का थक्का, एक ऑटोइम्यून बीमारी, जैसे ल्यूपस या रुमेटीइड गठिया, छाती में चोट, सिकल सेल एनीमिया और मेसोथेलियोमा आदि समस्याएं भी इसका कारण बन सकती हैं। 

इनके अलावा गलत मुद्रा में सोना, बैठना या खड़े होना, शरीर को देर तक स्थिर रखना, छाती की मांसपेशियों पर अत्यधिक डालने वाली एक्सरसाइज करना, बहुत भारे चीज उठाना या अनुचित तरीके से सांस लेना आदि की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। 

पसलियों में दर्द के लक्षण

इसके लक्षणों में हल्की या गहरी सांस लेने पर सीने में दर्द होना, दर्द जो आपके कंधे या पीठ में फैलता है, खांसी, बुखार और ठंड लगना आदि शामिल हैं। इस तरह के लक्षण महसूस होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

डॉक्टर के पास कब जायें

आपके बाएं रिब केज में दर्द आमतौर गंभीर नहीं होता, इसमें कभी-कभी चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है। यदि आपके बाईं पसलियों में दर्द के अलावा बहुत ज्यादा पसीना आना, मानसिक भ्रम की स्थिति, चक्कर आना या सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। 

पसलियों में दर्द का इलाज

लक्षणों की पहचान होने पर डॉक्टर बोने स्कैन, एक्स-रे, एमआरआई या ब्लड टेस्ट की सलाह दे सकता है। इसके अलावा इसका इलाज इसके कारण और गंभीरता पर भी निर्भर करता है। कोई भी दवा या घरेलू उपाय उपयोग करने से पहले डॉक्टर से मिलना ही उचित है।

पसलियों में दर्द के लिए घरेलू नुस्खे

शहद और पान में खाया जाने वाले चूने को मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसका लेप पसलियों में दर्द वाली जगह पर करने से आराम मिलता है। सरसों के तेल में तारपीन का तेल मिलाकर थोड़ी-थोड़ी देर बाद रोगी की पसलियों पर हल्के हाथों से मालिश करें। अदरक, तुलसी तथा कालीमिर्च का काढ़ा बनाकर उसमें एक चुटकी सेंधा नमक मिलाकर सेवन कराना चाहिए।

गेहूं की एक मोटी रोटी बनाए और उसे एक तरफ से सेक लें व दूसरी ओर से कच्‍ची रखे। कच्चे वाले भाग पर सरसों का गर्म तेल और हल्दी मल कर दर्द वाले स्‍थान पर बांध दें, इससे रोगी को बहुत आराम मिलेगा। लहसुन की कली को हल्का भूनकर चूर्ण के रूप में शहद के साथ रोगी को सेवन करवायें। दो चम्मच जीरा को एक गिलास गर्म पानी में मिला लें और किसी कपड़े में डालकर निचोड़ लें। फिर इसकी सिकाई पसली पर दर्द वाली जगह पर करें, इससे काफी आराम मिलता है।

टॅग्स :हेल्थ टिप्सघरेलू नुस्खेडाइट टिप्सहेल्थी फूड
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यबिहार हेल्थ विभागः टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन, ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बिहार में आम बात?, आखिर क्यों स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक थपथपा रहे हैं पीठ?

स्वास्थ्यबाप रे बाप?, हर दिन JK में 38 कैंसर केस, 5 साल में 67037 का आंकड़ा और 2024 में 14000 नए मामले

स्वास्थ्य1,738 पुरुषों की जांच, क्या दवा हिंसा और घरेलू हिंसा को कम कर सकती?, देखिए रिपोर्ट में बेहद दिलचस्प खुलासा

स्वास्थ्यUP: 972 सीएचसी और 3735 पीएचसी में वेंटिलेटर बेड नहीं, मरीजों को हो रही दिक्कत

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा