Gujrat: वॉलीबॉल खेलते वक्त कार्डियक अरेस्ट से हुई मनीष की मौत, जीते थे टीम के लिए कई गोल्ड मेडल
By धीरज मिश्रा | Published: November 22, 2023 02:37 PM2023-11-22T14:37:02+5:302023-11-22T14:43:54+5:30
Gujrat: गुजरात के पालनपुर इलाके में 20 साल के एक युवा की जान कार्डियक अरेस्ट आने से चली गई। युवक की पहचान मनीष के तौर पर हुई है। मनीष मंगलवार को मेहसाना के नागलपुर कॉलेज में वॉलीबॉल खेलने के लिए आया था।
Gujrat:गुजरात के पालनपुर इलाके में 20 साल के एक युवा की जान कार्डियक अरेस्ट आने से चली गई। युवक की पहचान मनीष के तौर पर हुई है। मनीष मंगलवार को मेहसाना के नागलपुर कॉलेज में वॉलीबॉल खेलने के लिए आया था। इसी दौरान उसे हार्ट अटैक आया। जिसके चलते उसकी मौत हो गई। स्थानीय पुलिस के अनुसार, मनीष राजुभाई प्रजापति मेहसाना के प्रकृति सोसाइटी में रहता था।
वॉलीबॉल के प्रैक्टिस सेशन के दौरान उसके छाती में दर्द उठा था। मनीष मंगलवार की सुबह अपने कॉलेज में वॉलीबॉल की प्रैक्टिस के लिए आया था। इस दौरान वह अपने दोस्तों के साथ बैठा था। अचानक उसके छाती में जोर का दर्द उठा। इस बारे में उसके स्पोर्टस के शिक्षक को जानकारी दी।
रास्ते में हुई मौत
मनीष के छाती में दर्द उठने के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। उसे मेहसाना लायंस अस्पताल ले जाया गया था। मनीष के शिक्षक के अनुसार, वॉलीबॉल में वह काफी एक्सपर्ट था। उसने इस खेल के जरिए अपनी टीम को कई गोल्ड मेडल दिलाए। वह हमारे लिए किसी भी टूर्नामेंट को जीतने के लिए मुख्य खिलाड़ी रहे।
मालूम हो कि कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक की समस्या अब युवाओं में भी अधिक होने लगी है। इसकी एक प्रमुख वजह हमारा खराब खानपान है। दूषित खानपान की वजह से इस तरह के अटैक से युवा भी नहीं बच पा रहे हैं।
कार्डिए अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर
डॉक्टरों के अनुसार, कार्डियक अरेस्ट के दौरान शरीर में हृदय अचानक काम करना बंद कर देता है। इस दौरान शरीर में
हृदय की धड़कन अचानक से रुक जाती है और शरीर के कई अंगों में खून का बहाव भी बाधित हो जाता है। हालांकि, समय पर इलाज मिल जाए तो जान बचाई जा सकती है। लेकिन, आमतौर पर मौत हो जाती है।
हार्ट अटैक में शरीर की जरूरत के हिसाब से खून पंप नहीं कर पाता है। समय के साथ यह बीमारी बढ़ती चली जाती है। डायबिटीज मरीज को इससे अधिक खतरा रहता है।