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कोलेस्ट्रॉल से ज्यादा घातक है ये चीज, खून में लेवल बढ़ने से हार्ट अटैक का खतरा, ये 6 चीजें करेंगी कंट्रोल

By उस्मान | Updated: November 28, 2019 15:28 IST

पुरुषों में इसकी नॉर्मल रेंज 125 और महिलाओं में 100 से नीचे होनी चाहिए

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ठळक मुद्देपुरुषों में इसकी नॉर्मल रेंज 125 और महिलाओं में 100 से नीचे होनी चाहिएअपने खाने-पीने से जुड़ीं इन आदतों में सुधार कर लेना चाहिए

आपने कोलेस्ट्रॉल के बारे में बहुत बार सुना या पढ़ा होगा जिसके बढ़ने से आपको कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन क्या आप ट्राइग्लिसराइड्स (TG) के बारे में जानते हैं। ट्राइग्लिसराइड का स्तर आपके रक्तप्रवाह में वसा की मात्रा का संकेत देता है। वयस्क पुरुषों में इसकी नॉर्मल रेंज 125 और महिलाओं में 100 से नीचे होनी चाहिए। इसका लेवल बढ़ने से हृदय रोग और हृदय रोग से आपकी मृत्यु का खतरा भी बढ़ सकता है। 

द हेल्थी डॉट कॉम के अनुसार, कुछ स्वास्थ्य स्थितियां ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल बढ़ा सकती हैं। इसमें मुख्यतः प्री-डायबिटीज, डायबिटीज, लिवर डिजीज और थायरॉइड डिजीज जैसे कारण शामिल हैं। हालांकि जीवनशैली का भी आपके ट्राइग्लिसराइड्स पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। खाने-पीने से जुड़ीं गलत आदतों और शारीरिक गतिविधियों से दूर रहना भी इसके बढ़ने का खतरा होता है। 

यही वजह है कि डॉक्टर इसे कंट्रोल रखने के लिए बेहतर खानपान की सलाह देते हैं। अगर आप इसा समस्या से पीड़ित हैं या इससे बचना चाहते हैं, तो आपको अपने खाने-पीने से जुड़ीं इन आदतों में सुधार कर लेना चाहिए। 

1) कार्ब्स वाली चीजें कम खायें

 हाई ट्राइग्लिसराइड्स के सबसे आम कारणों में से एक है ओवरईटिंग है। इसके अलावा आपको सफेद ब्रेड, पास्ता, केक और कुकीज़ जैसी चीजों का कम सेवन करना चाहिए। इनमें कार्ब्स की मात्रा अधिक होती है और इनकी शुगर खून में ट्राइग्लिसराइड्स में परिवर्तित हो जाती है। यही वजह है कि कार्ब्स वाली चीजें खाने से टीजी लेवल बढ़ सकता है। 

2) शराबबहुत अधिक शराब पीना अस्वास्थ्यकर आदतों में से एक है जो आपके लिए खतरनाक है। इससे उच्च रक्तचाप, मोटापे और मधुमेह के जोखिम में वृद्धि होने के साथ-साथ ट्राइग्लिसराइड का लेवल भी बढ़ सकता है।

3) मीठा कम खायें बहुत अधिक मीठा खाने से आपका ट्राइग्लिसराइड्स लेवल बढ़ सकता है। इसमें मीठा भोजन और पेय पदार्थ दोनों शामिल हैं। ट्राइग्लिसराइड के स्तर को बढ़ने से रोकने के लिए एडेड शुगर का इस्तेमाल न करें और मीठे के सेवन को सीमित करने का लक्ष्य रखें। 

4) फाइबर का सेवन बढ़ायेंट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने के लिए कम कार्ब्स खाना चाहिए। लेकिन फाइबर से भरे साबुत अनाज और फलों के कार्ब्स को पूरी तरह से हटाने की जरूरत नहीं है। फाइबर युक्त आहार खाने से छोटी आंत में शुगर और फैट दोनों के अवशोषण को कम करने में मदद मिल सकती है, जो टीजी लेवल बढ़ने का कारण हो सकता है।

5) ट्रांस फैट से बचेंचीनी के अलावा ट्राइग्लिसराइड बढ़ने का दूसरा बड़ा कारण फैट है। ट्रांस फैट, जो अक्सर संसाधित और तले हुए खाद्य पदार्थों में पाया जा सकता है। यह टीजी स्तर बढ़ा सकते हैं और हृदय रोग के लिए जोखिम बढ़ा सकते हैं। इसलिए इनको जितना संभव हो उतना सीमित करना चाहिए। 

6) नट्सनियमित रूप से मुट्ठी भर नट्स खाने से दिल को स्वस्थ रखने के साथ-साथ ट्राइग्लिसराइड को कंट्रोल रखने में भी मदद मिल सकती है। आपको बादाम, अखरोट और पिस्ता जैसे नट्स का सेवन करना चाहिए। इनमें फाइबर और अनसैचुरेटेड फैट होता है, जो टीजी के लेवल को कम करने में मदद करते हैं। 

इस बात का रखें ध्यान 

ट्राइग्लिसराइड का लेवल बढ़ने से हार्ट अटैक का खतरा भी अधिक होता है, इसलिए इसे कंट्रोल रखना बहुत जरूरी है। खान-पान के अलावा आपको रोजाना व्यायाम पर भी जोर देना चाहिए।

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