मोटापा एक खतरनाक समस्या है जिससे आपको कैंसर, डायबिटीज और दिल से जुड़े रोगों का सबसे अधिक खतरा होता है। कॉर्पोरेट फिटनेस रिपोर्ट 2019 के अनुसार भारत में हर दस में छह लोग मोटापे से पीड़ित हैं और साल 2025 तक पांच करोड़ लोग मोटापे से पीड़ित होंगे।
मोटापा कम करने के लिए अधिकतर लोग जिम और तरह-तरह की डाइट का सहारा ले रहे हैं। जाहिर है इन तरीकों में समय भी काफी जाया होता है और परहेज भी बहुत करना पड़ता है, जबकि मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति मेहनत, समय और पैसे के व्यय, तीनों से ही बचना चाहता है। वह पसंदीदा चीजें भी नहीं छोड़ना चाहता।
हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रही हैं जिन्हें अमल में लाने पर न तो कोई पैसा खर्च होगा, न समय ही जाया होगा और न ही इतनी मेहनत करनी होगी। इसके साथ ही आपको अपनी पसंदीदा चीजों को नहीं छोड़ना होगा। इन उपायों को ईमानदारी से अमल में लाने पर वजन निश्चित ही नियंत्रण में रहेगा।
1) घर में जैसा भी खाना बना हो चुपचाप खा लें
किसी के भी घर में हर मौसम में वही कुछ गिनी-चुनी सब्जी बनती हैं। आप इसे अपना मोटापा कम करने के लिए इस्तेमाल करें। जब भी कम पसंद वाला खाना बने, तो उसी के बहाने उस दिन कम भोजन करें। उस दिन दाल, सब्जी, रोटी की मात्रा आधी कर दें। इससे एक हफ्ते में आपके शरीर में जाने वाली कुल कैलोरी में काफी कमी आएगी।
2) खाने में इस्तेमाल करें छोटे बर्तन
अपनी रसोई से सारी मध्यम और बड़े आकार की कटोरियां, बड़ी प्लेटें और बड़े कप हटा दें। इनकी जगह छोटी प्लेटें, छोटे कप और छोटी कटोरियां ले आएं। तय कर लें कि जो भी खाएंगे इन छोटी प्लेट, कटोरी और कप में ही लेंगे। यह तरीका बहुत ही कारगर है और इसमें हमें खाई जाने वाली चीजों को छोड़ना नहीं पड़ता और कैलोरी भी काफी कम हो जाती है।
3) प्लेट में खाना सिर्फ एक बार ही लें
अपनी प्लेट में एक बार ही खाना लें। ऐसा करने से आपकी रोजाना की कैलोरी में कमी आती है। यानी आपके भोजन की गुणवत्ता में जरा भी कमी नहीं आएगी। आप वे सभी चीजें खा रहे होंगे जो पहले खाते थे, लेकिन इसके बावजूद भोजन से मिलने वाली कैलोरी लगभग आधी रह जाएगी और आपके लिए वजन घटाना मुश्किल नहीं होगा।
4) एक निवाला पचास बार चबाएं
कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि यदि हम भोजन के एक कौर यानी टुकड़े को मुंह में 50 या इससे ज्यादा बार चबाएं तो न केवल भोजन स्वादिष्ट लगेगा, बल्कि पेट में जाने से पहले मक्खन जितना मुलायम भी हो जाएगा। इस तरह पिसा कौर जब पेट में पहुंचता है तो पेट उसे आसानी से पचाकर आगे भेज देता है।
आगे आंतें उससे जरूरी तत्व जज्ब करके शेष पदार्थ को रेक्टम और गुदा की तरफ बढ़ा देती हैं। ऐसी स्थिति में अधपचे भोजन के शरीर में ही पड़े रहकर दूषित होने और फैट बढ़ाने की आशंका बिल्कुल कम हो जाती है।