सावधान! सोते समय मुंह से लार बहने को बिल्कुल भी हल्के में न लें, इन 8 गंभीर बीमारियों की है चेतावनी

By उस्मान | Published: January 13, 2020 03:27 PM2020-01-13T15:27:07+5:302020-01-13T15:27:07+5:30

अक्सर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि यह कोई दर्दनाक स्थिति तो नहीं है लेकिन इसके पीछे जो कारण हैं, वो काफी खतरनाक हैं 

Drooling sialorrhea and hypersalivation causes and how to stop, risk factors, prevention tips and home remedies | सावधान! सोते समय मुंह से लार बहने को बिल्कुल भी हल्के में न लें, इन 8 गंभीर बीमारियों की है चेतावनी

सावधान! सोते समय मुंह से लार बहने को बिल्कुल भी हल्के में न लें, इन 8 गंभीर बीमारियों की है चेतावनी

अगर सोते समय आपके मुंह से लार निकलती है, तो आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। सवाल यह है कि क्या वाकई यह कोई स्वास्थ्य समस्या है? अक्सर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि यह कोई दर्दनाक स्थिति तो नहीं है लेकिन इससे राहत पाना बहुत जरूरी है। 

रात के समय आपके निगलने वाले अंग आपके चेहरे की मांसपेशियों की तरह ही शांत हो जाते हैं। इसका मतलब है कि आपकी लार मुंह में किनारों में जमा हो सकती है और सोते समय मुंह से निकल सकती है। मेडिकल भाषा में इस समस्या को hypersalivation कहते हैं। 

रात को सोते समय मुंह से लार निकलने के कारण

हेल्थलाइन के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि कुछ लोगों को नाक से संबंधित एलर्जी और कुछ खाने-पीने की चीजों से होने वाली एलर्जी के चलते अधिक लार बनती है।

कई लोगों में एसिडिटी के कारण भी लार निकलने लगती है। इसके अलावा कई बार टॉन्सिल्स में सूजन आने से गले का रास्ता छोटा हो जाता है, जिससे लार गले से नीचे नही जा पाती है और मुंह से बहने लगती है।

कभी-कभी ड्रोल एक न्यूरोलॉजिकल समस्या हो सकती है जिसमें नींद विकार या अन्य स्वास्थ्य कारण शामिल हैं। स्ट्रोक जैसी स्वास्थ्य स्थिति या मल्टीपल स्केलेरोसिस (एमएस) के परिणामस्वरूप भी आपको यह समस्या हो सकती है। 

जो लोग एक तरफ करवट लेकर या पेट के बल सोते हैं, उन्हें इसका अधिक खतरा होता है। खासकर यदि आप अपने मुंह से सांस लेते हैं, तो सोते समय आपके मुंह से लार निकलना शुरू हो सकती है।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रिफ्लेक्स डिसऑर्डर (जीईआरडी) पाचन की बीमारी है जिसमें आपका पेट खायी हुई चीजों को अन्नप्रणाली में वापस भेजता है। जीईआरडी से निगलने में कठिनाई हो सकती है और यह लार का कारण भी बनती है। 

कुछ दवाएं भी ज्यादा लार बनने का कारण बन सकती हैं। अल्जाइमर के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एंटीसाइकोटिक दवाएं मुंह से लार बहने का कारण बन सकती हैं। कुछ एंटीबायोटिक दवाओं से भी सियालोरिया हो सकता है। 

मुंह की लार को रोकने के लिए घरेलू उपचार

आपके मुंह में लार का एक स्वस्थ संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। लार आपके शरीर को संक्रमण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे बचने के लिए आप नींबू की पत्ती चबा सकते हैं।

ऐसा माना जाता है कि खट्टी चीजें लार को पतला कर सकती हैं। इसके अलावा आप पर्याप्त मात्रा में पानी पियें क्योंकि हाइड्रेटेड रहने से लार पतला हो जाएगा। 

दो से तीन तुलसी की पत्तियांचबाकर पानी लें, ऐसा हर रोज 2-3 बार करें, लार बहने की समस्या दूर हो सकती है। फिटकरी को पानी मिलाकर उस पानी से कुल्ला करने से भी ये प्रॉब्लम दूर हो सकती है। दिन में एक या दो बार दालचीनी की चाय पीने लार बहने की समस्या खत्म हो सकती है। खाने के तुरंत बाद एक चम्मच आंवला पाउडर खाकर पानी पीने से सोते समय लार बहने की समस्या दूर हो सकती है। 

इन बातों का रखें विशेष ध्यान

हमेशा पीठ के बाल सीधा सोने की कोशिश करें। इसके अलावा कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें ताकि इसके कारण का सही समय पर पता लगाकर इलाज शुरू किया जा सके। 

Web Title: Drooling sialorrhea and hypersalivation causes and how to stop, risk factors, prevention tips and home remedies

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