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'कोरोना वायरस खत्म हो गया है और वैक्सीन की जरूरत नहीं', जानिये किसने और क्यों कही यह बात

By उस्मान | Updated: November 28, 2020 09:33 IST

जिस कंपनी के वैज्ञानिक ने यह बात कही है वो खुद कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की दौड़ में आगे है

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ठळक मुद्देटीके को लेकर की जा रही सारी बातें बकवासलाखों फिट और स्वस्थ लोगों को वैक्सीन कैसे दी जा सकती है

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर के पूर्व उपाध्यक्ष और मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर माइकल येडोन ने कहा है कि कोविड-19 महामारी को खत्म करने के लिए किसी भी टीके की आवश्यकता नहीं है। यह कंपनी खुद कोरोना वायरस की वैक्सीन बना रही है। 

नेशनल हेराल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, लॉकडाउन स्केप्टिक्स में प्रकाशित एक लेख में डॉक्टर माइकल येडोन ने लिखा, 'महामारी को शांत करने के लिए टीकों की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है। टीके को लेकर की जा रही सारी बातें बकवास हैं। ऐसे लोगों का टीकाकरण कैसे हो सकता है, जो किसी बीमारी से खतरे में नहीं हैं। 

उन्होंने कहा, 'जिन वैक्सीन का मानव विषयों पर बड़े पैमाने पर परीक्षण नहीं किया गया है, उन्हें आप लाखों फिट और स्वस्थ लोगों को वैक्सीन लगाने की योजना के बारे में निश्चित नहीं हो सकते हैं।

डॉ। माइकल येडोन की टिप्पणियां एडवाइजर ग्रुप फॉर एमरजेंसीज (एसएजीई) की व्यापक आलोचना के साथ खत्म हुई। एसएजीई यूके की एक सरकारी एजेंसी है, जो सरकार को आपातकाल परिस्थितियों में सलाह देती है।

उन्होंने कहा, 'एसएजीई का कहना है कि सभी लोग अतिसंवेदनशील थे और सिर्फ सात संक्रमित हुए हैं। मुझे लगता है कि यह सचमुच अविश्वसनीय है। उन्होंने श्वसन वायरस के खिलाफ इम्यूनोलोजिकल मेमोरी के क्षेत्र में सभी मिसाल को नजरअंदाज कर दिया है।'

येडोन ने आगे कहा, 'उन्होंने या तो कई विश्व-अग्रणी क्लिनिकल इम्यूनोलॉजिस्टों से उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले काम को देखा नहीं या फिर उसकी अवहेलना की है, जो दिखाती है कि लगभग 30 प्रतिशत आबादी में पूर्व प्रतिरक्षा थी।' 

फाइजर ने अमेरिका में टीके के आपात इस्तेमाल की अनुमति मांगी

फाइजर ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से अमेरिकी नियामक से अपने कोविड-19 टीके का आपात इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी। फाइजर इंक ने यह कदम उस घोषणा के कुछ दिन बाद उठाया है, जिसमें कहा गया था कि उसके तथा उसकी जर्मन सहयोगी बायोएनटेक द्वारा विकसित कोविड-19 का टीका हल्के और गंभीर लक्षण वाले मरीजों के इलाज में 95 प्रतिशत तक प्रभावी है।

कंपनियों ने कहा कि सुरक्षा के अच्छे रिकॉर्ड का अभिप्राय है कि टीका आपात इस्तेमाल की अनुमति के लिए अर्हता रखता है और जिसकी मंजूरी अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) अंतिम परीक्षण पूरा होने से पहले दे सकता है।

फाइजर ने इसी तरह का आवेदन यूरोप और ब्रिटेन में देने की शुरुआत की है और समान सूचना देने की मंशा है। फाइजर के आवेदन से एक प्रक्रिया शुरू हो गई है जिसके तहत एफडीए और उसके स्वतंत्र सलाहकार इस बात पर बहस करेंगे कि टीके तैयार हैं या नहीं।

अगर टीके तैयार होंगे तो सरकार का एक अन्य समूह तय करेगा कि शुरुआत में सीमित टीकों की किस तरह से आपूर्ति की जाए, जिसका इंतजार अमेरिकी उत्सुकता से कर रहे हैं।  

दुनिया में संक्रमितों की संख्या 61 करोड़ पारकोरोना वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से दुनियाभर में अब तक 61,988,054 लोग संक्रमित हो गए हैं जिनमें से 1,449,114 की मौत हो गई है और 42,787,565 ठीक हो गए हैं। 

भारत में संक्रमितों की संख्या 93 लाख पारअगर बात करें भारत की तो यहां कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 9,351,224 हो गई है जिनमें 136,238 लोगों की मौत हो गई है और 8,758,886 लोग ठीक हो गए हैं।

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