लाइव न्यूज़ :

covid new strain B.1.1.1.529 symptoms: वैक्सीन से भी काबू में नहीं आएगा कोरोना का नया रूप 'Omicron', जानें इसके लक्षण और बचने के उपाय

By उस्मान | Updated: November 27, 2021 09:15 IST

साउथ अफ्रीका में मिले कोरोना के नए रूप को डब्ल्यूएचओ ने 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' माना है

Open in App
ठळक मुद्देसाउथ अफ्रीका में मिला कोरोना का सबसे घातक स्ट्रेन ओमाइक्रोनडब्ल्यूएचओ ने इस स्ट्रेन को 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' माना है डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है नया स्ट्रेन

साउथ अफ्रीका में कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन B.1.1.1.529 पाया गया है। माना जा रहा है कि यह कोरोना के अब तक मिले सभी स्ट्रेन से घातक है। इस स्ट्रेन को ओमाइक्रोन (Omicron) भी नाम दिया है। नेटवर्क फॉर जीनोमिक्स सर्विलांस इन साउथ अफ्रीका (NGS-SA) ने सोमवार को वैरिएंट की पहचान की थी।   

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को इसे लेकर एक आपात वैठक की। संगठन ने इसे 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' माना है। इसका मतलब है कि सार्स-को-2 का यह रूप घातक और चिंताजनक है। 

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि प्रारंभिक संकेत से पता चलता है कि कोरोना का यह रूप अत्यधिक संक्रामक है। यह अब तक के सबसे घातक रूप डेल्टा संस्करण की तुलना में अधिक पारगम्य है और वर्तमान टीके इसके खिलाफ कम प्रभावी हो सकते हैं।

वैज्ञानिकों का मानना है कि बी.1.1.529 में कई स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन हैं और प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि यह अत्यधिक संक्रामक है। दक्षिण अफ्रीका ने पिछले दो हफ्तों में नए मामलों में चार गुना वृद्धि दर्ज की है।

क्या है डब्ल्यूएचओ का आकलन?इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूएचओ ने शुक्रवार को कहा कि उसके तकनीकी सलाहकार समूह ने नए संस्करण की समीक्षा करने के लिए बैठक की और इसे चिंता के एक प्रकार के रूप में नामित किया। 

कोरोना के नए स्ट्रेन बी.1.1.529 या ओमाइक्रोन के क्या लक्षण हैं?

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (एनआईसीडी) ने कहा है कि वर्तमान में बी.1.1.1.529 प्रकार के संक्रमण के बाद 'कोई असामान्य लक्षण' नहीं देखे गए हैं। बताया जा रहा है कि इसके लक्षण डेल्टा जैसे अन्य संक्रामक स्ट्रेन की तरह हैं और कुछ लोगों को इसके लक्षण महसूस नहीं होते हैं।

वैज्ञानिक टीके की प्रभावशीलता और रोग की गंभीरता का निर्धारण कैसे करेंगे?ओमाइक्रोन को लेकर अभी वैज्ञानिक किसी खास नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं. हालांकि दक्षिण अफ्रीका ने प्रयोगशाला सेटिंग में बी.1.1.529 की प्रतिरक्षा से बचने की क्षमता की जांच शुरू कर दी है। 

इसने अस्पताल में भर्ती होने और बी.1.1.529 से जुड़े परिणामों की निगरानी के लिए एक रीयल-टाइम सिस्टम भी स्थापित किया है। डेटा से पता चलेगा कि क्या उत्परिवर्तन रोग की गंभीरता से जुड़ा है, या क्या यह अस्पतालों में दी जा रही चिकित्सीय दवाओं के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है।

कोरोना के नए रूप से बचने के लिए क्या करना चाहिए?

सभी विशेषज्ञ निकायों ने इस बात पर जोर दिया है कि कोरोना के किसी भी स्ट्रेन से सुरक्षा के लिए टीकाकरण महत्वपूर्ण है। इससे अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु के जोखिम को कम किया जा सकता है।

वास्तविक समय के आंकड़ों से पता चला है कि टीकाकरण दर भी स्वास्थ्य प्रणालियों पर दबाव को काफी कम करती है। नए संस्करण का उद्भव एक बार फिर दिखाता है कि महामारी खत्म नहीं हुई है।

विशेषज्ञों की अभी यही सलाह है कि वायरस की श्रृंखला को तोड़ने के लिए कोविड से जुड़े नियमों का पालन करना जैसे मास्किंग, सामाजिक दूरी, सभी साझा स्थानों में अच्छा वेंटिलेशन और हाथों व सतहों को धोना या साफ करना जारी रखा जाए।

कोरोना के नए स्ट्रेन बी.1.1.1.529 से जुड़े फैक्ट्स

- बी.1.1.1.529 संस्करण में कुल मिलाकर 50 उत्परिवर्तन हैं, जिसमें अकेले स्पाइक प्रोटीन पर 30 से अधिक उत्परिवर्तन शामिल हैं। स्पाइक प्रोटीन अधिकांश वर्तमान कोविड-19 टीकों का लक्ष्य है और यही वायरस शरीर की कोशिकाओं तक पहुंच को अनलॉक करने के लिए उपयोग करता है। शोधकर्ता अभी भी इस बात की पुष्टि करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह इसे पहले के वेरिएंट की तुलना में अधिक पारगम्य या घातक बनाता है।

- डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि हम इसके बारे में अबतक नहीं जानते हैं। हम यह जानते हैं कि इस स्वरूप में अनुवांशिकी रूप से अधिक बदलाव हुए हैं। और जब कई स्वरूप होते हैं तो चिंता होती है कि कोविड-19 वायरस के व्यवहार पर यह कैसे असर डालेगा।

- उन्होंने कहा कि अनुसंधानकर्ता मिलकर यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि ये बदलाव और स्पाइक प्रोटीन कहा हैं और इनका पता लगाने की पद्धति, इलाज और टीका क्या हो सकता है। 

- इस सप्ताह पहली बार दक्षिण अफ्रीका में यह स्ट्रेन पहचाना गया। यह बोत्सवाना सहित आस-पास के देशों में फैल गया है, जहां पूरी तरह से टीकाकरण वाले लोग संक्रमित हो गए हैं। बोत्सवाना में चार और के साथ, दक्षिण अफ्रीका में 100 से अधिक मामले देखे गए हैं।

- हांगकांग में दो मामलों का पता चला है - जहां दक्षिणी अफ्रीका के कुछ हिस्सों से यात्रियों (जिन्हें फाइजर जैब मिला) को अलग-अलग कमरों में रखा गया था।  

- इजराइल ने बी.1.1.1.529 संस्करण द्वारा संक्रमण के अपने पहले मामले की पुष्टि की है; यात्री अफ्रीकी देश मलावी से लौट रहा था. बताया जा रहा है कि यहां इस समय दो अन्य नमूनों को "संभावित" के रूप में चिह्नित किया गया है।

- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस प्रकार से निपटने के प्रारंभिक चरणों में सावधानी बरतने का आह्वान किया है। संगठन ने कहा है कि बी.1.1.529 कैसे व्यवहार करता है, इसे समझने के लिए और अधिक शोध किए जाने की जरूरत है।  

टॅग्स :बी.1.1529कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाहेल्थ टिप्सMedical and Healthसाउथ अफ़्रीकाSouth Africa
Open in App

संबंधित खबरें

विश्व‘बार’ में गोलीबारी और तीन बच्चों समेत 11 की मौत, 14 घायल

क्रिकेटIND vs SA 2nd ODI Highlights: साउथ अफ्रीका ने मारी बाजी, टीम इंडिया की हार, सीरीज 1-1 से बराबर

क्रिकेटIND vs SA: कोहली और रोहित ने दूसरे वनडे से पहले दिखाई धुआंधार तैयारी

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

विश्व'UNSC में सुधार कोई विकल्प नहीं, बल्कि ज़रूरत है': आईबीएसए की मीटिंग में पीएम मोदी बोले

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत