Covid-19 vaccine: कोरोना वैक्सीन का दूसरा ड्राई रन आज, जानिये क्या है ड्राई रन और क्यों जरूरी, 10 खास बातें
By उस्मान | Published: January 8, 2021 09:45 AM2021-01-08T09:45:44+5:302021-01-08T09:59:24+5:30
जानिये ड्राई रन क्या होता है और टीकाकरण से पहले इसे करने से क्या होता है
कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण से पहले आज यानी शुक्रवार को देशभर में दूसरा ड्राई रन होगा। एक दिन के इस ड्राई रन में प्रत्येक साइट पर 25 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को डमी टीके मिलेंगे। ड्राई रन का उद्देश्य टीकाकरण में आने वाली समस्याओं को समझना और उनका समाधान निकालना है।
ड्राई रन 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (केंद्र शासित प्रदेशों) के 736 जिलों के तीन-सत्र स्थलों पर किया जाएगा। इस बीच, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और अरुणाचल प्रदेश में ड्राई रन नहीं होगा, क्योंकि वे पहले ही अपने सभी जिलों में इसका संचालन कर चुके हैं।
ड्राई रन क्या है (What is Dry run)
ड्राई रन कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण की लॉजिस्टिक्स और ट्रेनिंग में खामियों को दूर करने का सबसे बेस्ट तरीका है। यह एक तरह का रिहर्सल है। इस प्रक्रिया के दौरान यह ध्यान में रखा जाता है कि इसमें कोविड-19 वैक्सीन आने के बाद इसे किस तरह से लगाया जाना है, इसकी क्या तैयारियां होनी हैं। इस दौरान इन्हीं तमाम चीजों का परीक्षण किया जाता है।
ड्राई रन क्यों जरूरी है (Why Dry run is important)
इसमें टीकाकरण के लिए तैयार हुए को-विन (CoWIN) ऐप के उपयोग में परिचालन का भी परीक्षण किया जाएगा। इसके जरिये यह भी देखा जाएगा कि टीकाकरण के दौरान क्या-क्या अड़चनें आ रही हैं और उन्हें किस तरह दूर किया जाना चाहिए। इसे मोक ड्रिल का का ना भी दिया जा रहा है।
ड्राई रन में 25 स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रत्येक स्थान पर डमी के रूप में टीके दिए जाएंगे। यह वास्तविक टीकाकरण अभियान से पहले सिस्टम में संभावित परेशानियों को जांचने का तरीका है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ड्राई रन से टीकाकरण के बाद होने वाली किसी भी संभावित प्रतिकूल घटनाओं को समझने और उसे सुलझाने में मदद मिलेगी।
दक्षिण दिल्ली जिले में 10 टीकाकरण केंद्रों को शुक्रवार के पूर्वाभ्यास के लिए चुना गया है, जिनमें एम्स, सफदरजंग अस्पताल शामिल हैं। दक्षिण पूर्वी जिले में 19 स्थानों को चुना गया है और उत्तर पश्चिम जिले में, 12 स्थानों को अभ्यास के लिए चुना गया है, जबकि नई दिल्ली जिले में चार स्थलों को चुना है।
उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में शुक्रवार को कोविड-19 टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया जाएगा । टीकाकरण का पूर्वाभ्यास प्रत्येक जिले में 10 स्थानों पर कुल 130 चिकित्सा इकाईयों में किया जायेगा, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात किया गया है।
मंत्रालय ने कहा, "यह गतिविधि टीकाकरण के नियोजन, कार्यान्वयन और सूचना तंत्रों के बीच की कड़ी को मजबूत करने, वास्तविक कार्यान्वयन से पहले किसी भी चुनौतियों की पहचान करने और टीकाकरण अभियान के सुचारू क्रियान्वयन के लिए सभी स्तरों पर कार्यक्रम प्रबंधकों को विश्वास प्रदान करने में मदद करेगी।
मंत्रालय ने कहा, "अपनी यात्रा के दौरान, डॉ. हर्षवर्धन व्यक्तिगत रूप से तैयारियों की समीक्षा करेंगे और निर्धारित स्थल पर टीकाकरण के पूर्वाभ्यास के संचालन का निरीक्षण करेंगे
कोविशील्ड और कोवाक्सिन को मिली मंजूरी
भारत को कोरोना वायरस की वैक्सीन 'कोविशील्ड' और 'कोवाक्सिन' को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है। अब देश में कभी टीकाकरण अभियान शुरू हो सकता है।