COVID-19 vaccine drive: रोजाना 200 लोगों को लगेगा टीका, जानिये भारत में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण से जुड़ीं 10 अहम बातें
By उस्मान | Updated: December 15, 2020 09:46 IST2020-12-15T09:36:32+5:302020-12-15T09:46:58+5:30
जानिये भारत में कब शुरू होगा कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान और किसे लगेगी पहली वैक्सीन

कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान
केंद्र सरकार भारत में कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। टीकाकरण अभियान के पहले चरण में सरकार लगभग 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की योजना बना रही है।
पहले चरण में स्वास्थ्य सेवा में लगे लोग और सीमावर्ती कार्यकर्ता, 50 वर्ष से अधिक आयु के लोग और 50 से कम उम्र के लोग शामिल हैं। चलिए जानते हैं कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान की मुख्य बातें क्या-क्या हैं।
- प्रति दिन प्रत्येक सत्र के दौरान लगभग 100 से 200 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।
- किसी भी प्रतिकूल घटना के लिए शॉट्स देने के बाद 30 मिनट तक लोगों की निगरानी की जाएगी।
- टीकाकरण टीम में पांच सदस्य शामिल होंगे
- अगर टीका लगाने वाली जगह पर पर्याप्त स्थान उपलब्ध है, तो 200 लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए अधिकारी जोड़ा जा सकता है।
- कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (Co-WIN) के जरिये टीकाकरण और लाभार्थियों की निगरानी की जाएगी।
- Co-WIN मोबाइल ऐप पर टीके के रजिस्टर के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, सहित बारह फोटो-पहचान दस्तावेज की जरूरत होगी।
- टीकाकरण स्थल पर, केवल पूर्व-पंजीकृत लाभार्थियों को प्राथमिकता के अनुसार टीका लगाया जाएगा, और ऑन-स्पॉट पंजीकरण के लिए कोई प्रावधान नहीं होगा।
- राज्यों को क्षेत्र में विभिन्न टीकों के मिश्रण से बचने के लिए एक निर्माता से एक जिले को वैक्सीन आवंटित करने के लिए कहा गया है।
- वैक्सीन वाहक, वैक्सीन शीशियों या आइस पैक को सीधे सूर्य के प्रकाश में लाने से बचने के लिए सभी उपाय किए जाएंगे।
- टीकाकरण के लिए केंद्र में एक लाभार्थी के आने तक वैक्सीन और मंदक को ढक्कन वाहक के अंदर रखा जाएगा।
इन बातों का रखें ध्यान
दिशा-निर्देश में कहा गया है टीका के संबंध में कई चुनौतियों से भी निपटना होगा। इसमें कहा गया, ‘‘भारत में 1.3 अरब से ज्यादा लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण काम है। इस संबंध में लोगों को समय पर सूचना मिलनी चाहिए।
कम समय में परीक्षण के बाद टीका इस्तेमाल को लेकर लोगों के मन में सुरक्षा संबंधी, टीका के कारगर होने को लेकर कई तरह की धारणा और आशंकाएं हो सकती हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया या मीडिया में अफवाह या नकारात्मक बातें भी फैलायी जा सकती है। ’’
टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे। हर दिन सत्र में 100 लोगों का टीकाकरण होना चाहिए। अगर टीकाकरण वाले स्थान पर समुचित व्यवस्था है और प्रतीक्षा कक्ष का इंतजाम है तो एक और सत्र का इंतजाम हो सकता है। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और 50 साल से अधिक्र उम्र के लोगों का टीकाकरण होगा।
इसके बाद गंभीर रोग से ग्रस्त 50 से कम उम्र के लोगों और महामारी की स्थिति और टीके की उपलब्धता के आधार पर अंत में बाकी आबादी का टीकाकरण हो सकेगा।
दिशा-निर्देश में कहा गया, ‘‘50 साल या उससे ज्यादा उम्र की आबादी को चिन्हित करने के लिए लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए नवीनतम मतदाता सूची का इस्तेमाल किया जाएगा।’’
टीकाकरण के पहले चरण के तहत करीब 30 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जाएगा। को-विन वेबसाइट पर स्व पंजीकरण के लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज समेत 12 फोटो पहचान दस्तावेजों का इस्तेमाल हो सकेगा।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

