Coronavirus Tips: आंतों पर भी अटैक करता है कोरोना, आंतों को साफ, स्वस्थ और मजबूत बनाने के लिए खायें ये 8 चीजें
By उस्मान | Published: June 9, 2020 11:19 AM2020-06-09T11:19:16+5:302020-06-09T11:48:19+5:30
Coronavirus and intestine : शोध में पाया गया है कि कोरोना के मरीजों में डायरिया के लक्षण पाए गए हैं
कोरोना वायरस संक्रमण और आंतों के बीच के संबंध को लेकर शोध हुआ। इससे यह पता चलता है कि कोरोना वायरस मनुष्य की आंतों को प्रभावित कर सकता है। शोध में पता चला कि कोरोना के कुछ मरीजों में डायरिया (दस्त) के लक्षण लक्षण आ सकते हैं।
शोध में बताया गया है कि इम्यून सिस्टम को बनाने वाली 70 प्रतिशत कोशिकाएं आंत की परत पर होती हैं। वैज्ञानिकों ने इस अध्ययन में बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित कई मरीजों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षणों का अनुभव होता है जैसे कि डायरिया। यह भी पता चला है कि यह संक्रमित करने के साथ वहां कई गुना बढ़ा भी सकता है।
कोरोना वायरस आमतौर पर खांसने या छींकने पर निकले वाली संक्रमित बूंदों से फैलता है, इसलिए इसके मरीज़ों में सांस से जुड़े कई तरह के लक्षण दिखते हैं- जैसे खांसी, ज़ुकाम, सांस लेने में तकलीफ और बुख़ार। शोधकर्ताओं ने कहा, हालांकि, एक तिहाई मरीज मतली और डायरिया जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी अनुभव करते हैं।
आंतों को साफ रखना क्यों जरूरी?
आप जो भी खाते-पीते हैं उसका पाचन और अवशोषण प्रमुख रूप से छोटी और बड़ी आंत में ही होता है। यहीं सबसे अधिक पोषक तत्व अवशोषित होते हैं। बड़ी आंत में पानी अवशोषित होता है और छोटी आंत में मिनरल, विटामिन और दूसरे तत्व।
आंतों के बीमार होने से न केवल भोजन का पाचन, बल्कि पोषक तत्वों के अवशोषण पर भी असर पड़ता है। कोरोना काल में आंतों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जिनके अपनाकार आप अपनी आंतों को साफ, स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं।
आंतों को साफ, स्वस्थ और मजबूत बनाने के तरीके
हरड़
अगर आप शरीर की गंदगी को बाहर निकालकर इन समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आपको हरड़ या हरीतकी का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार हरड़ का आंतों पर प्रभाव सौम्य होता है। आंतों की नियमित सफाई के लिए नियमित रूप से हरड़ का प्रयोग लाभकारी है।
ऐसा माना जाता है कि हरड़ पेट को साफ करने के अलावा हरड़ का बवासीर रोग में भी बहुत लाभकारी होता है। लंबे समय से चली आ रही पेचिश तथा दस्त आदि से छुटकारा पाने के लिए हरड़ का प्रयोग किया जाता है।
ब्रोकली
ब्रोकोली को आप कई तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आप इसे फ्राई करके और चिकन के साथ ले सकते हैं। आप ब्रोकोली और फूलगोभी पुलाव भी बना सकते हैं। इसके आलाव इसे उबालकर सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है। इसमें वो सभी पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए जरूरी हैं। इसे पचाना आसान है जिस वजह से यह पेट के लिए बेहतर सब्जी है।
पत्तेदार साग
पालक, केल, और चर्ड जैसे अंधेरे, पत्तेदार साग का सेवन करना आपके पेट को साफ करने में मदद मिलती है। आप इन सब्जियों को बनाकर खाने के अलावा सलाद के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स इनका सूप बनाकर पीने की भी सलाह देते हैं।
दूध
अपने पेट को साफ और स्वस्थ रखने के लिए आपको सुबह के नाश्ते में रोजाना एक गिलास दूध पीना चाहिए। दूध बेहतरीन एंटाएसिड की तरह काम करता है। यह शरीर में बनने वाले अतिरिक्त एसिड को खत्म कर देता है। दूध को एकदम ठंडा करके उसमें ग्लूकोज या एक चम्मच गुलकंद मिलाकर पीएं , पेट साफ हो जाएगा और एसिडिटी से राहत मिलेगी।
दही
आंतों को स्वस्थ रखने के लिए प्रोबॉयोटिक्स से भरपूर दही का सेवन करना चाहिए। प्रोबॉयोटिक्स आंतों की बीमारियों और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी बीमारियों को दूर करने में मददगार होता है। प्रोबॉयोटिक मुख्यत: डेयरी उत्पादों में ही होता है, जैसे दूध व दही।
फाइबर वाली चीजों का सेवन बढ़ाएं
अपने आहार में उच्च फाइबरयुक्त आहार को शामिल कीजिए, यह आसानी से पच जाता है, और आंतों को अधिक सक्रिय भी रखता है। वसायुक्त और संसाधित खाद्य पदार्थो से दूर रहें, ये कब्ज और अन्य पाचन समस्याओं को जन्म देती हैं। इनकी जगह फाइबर युक्त संतुलित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। सब्जियां, फल, अनाज और नट्स में मौजूद फाइबर आपकी आंतों को ठीक प्रकार से कार्य करने में मदद करते हैं।
पपीता
आप रोजाना पका या कच्चा पपीता खा सकते हैं। यह पेट के लिए सही होता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। पपीता वितामिन सी का भंडार है और इसमें पापाइन होता है जोकि प्रोटीन को तोड़ता है और खाने को पचाने में सहायता करता है।
आंवला
आंवला भी विटामिन सी का बेहतर स्रोत है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से पाचन तंत्र दुरुस्त बना रहता है। आप आंवले का ज्यादा फायदा लेने के लिए उसमें काली मिर्च, हींग और जीरा मिलाकर ले सकते हैं।