Coronavirus : डॉक्टरों के अलावा किस-किस मेडिकल स्टाफ को मिलेगा 50 लाख रुपये का बीमा, पूरी लिस्ट यहां देखें
By उस्मान | Published: March 27, 2020 12:16 PM2020-03-27T12:16:36+5:302020-03-27T12:16:36+5:30
कोरोना वायरस की वजह से देशभर में हुए लॉकडाउन के बावजूद मेडिकल स्टाफ जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं
घातक कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में अब तक 24,093 लोगों के मौत हो चुकी है और 532,926 इससे संक्रमित हैं। अगर बात करें भारत की तो यहां कोरोना के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर शुक्रवार को 17 हो गई और संक्रमित मामले 724 पर पहुंच गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुबह नौ बजकर 15 मिनट पर अपने ताजा आंकड़ों में बताया कि महाराष्ट्र में चार लोगों की मौत हो गई जबकि गुजरात में तीन लोगों की मौत हुई है। कर्नाटक में अभी तक दो लोग जान गंवा चुके हैं।
मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, पंजाब, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक-एक शख्स की मौत हुई। आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के ऐसे मामलों की संख्या 640 है जिनमें रोगियों का उपचार चल रहा है जबकि 66 लोग या तो स्वस्थ हो गए या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई तथा एक व्यक्ति कहीं चला गया। मंत्रालय ने बताया कि संक्रमित लोगों के कुल 724 मामलों में 47 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
कोरोना से बचने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित मरीजों के इलाज में दिन-रात जुटे डॉक्टरों, पारामेडिकल कर्मियों, चिकित्सा कर्मियों को 50 लाख रुपये बीमा कवर उपलब्ध कराने की घोषणा की।
उन्होंने कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी लॉकडाउन के बीच गरीबों, बुजुर्गों, स्वयं सहायता समूहों और निम्न आग वर्ग को राहत देते हुये 1।70 लाख करोड़ रुपये की 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना' की घोषणा की।
इस पैकेज के तहत कोरोना वायरस के संक्रमण से पीड़ित मरीजों के इलाज में दिन-रात जुटे डॉक्टरों, पारामेडिकल कर्मियों और अन्य चकित्सा कर्मियों को 50 लाख रुपये का बीमा दिया जाएगा।
इसके अलावा प्रोत्साहन पैकेज में गरीबों को तीन महीने के लिये मुफ्त अनाज, दाल और रसोई गैस सिलेंडर तथा महिलाओं और गरीब वरिष्ठ नागरिकों को नकद सहायता उपलब्ध कराना शामिल हैं।
कौन-कौन है इस योजना में शामिल
• सफाई कर्मचारी, वार्ड-बॉय, नर्स, आशा कार्यकर्ता, पैरामेडिक्स, तकनीशियन, डॉक्टरों और विशेषज्ञों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को कवर किया जाएगा।
• ऐसा कोई भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता जो कोरोना वायरस के रोगियों का इलाज कर रहा है और अगर उसके साथ कोई दुर्घटना होगी तो, उसे 50 लाख रुपये की राशि के साथ मुआवजा दिया जाएगा
• सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र, कल्याण केंद्र और राज्यों के साथ-साथ केंद्र के अस्पतालों के लगभग 22 लाख स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी इस योजना में शामिल होंगे। उन्हें इस महामारी से लड़ने के लिए बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।