Coronavirus: बच्चों-महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को ज्यादा मार रहा है कोरोना वायरस, ये हैं 4 कारण

By उस्मान | Published: February 21, 2020 11:04 AM2020-02-21T11:04:22+5:302020-02-21T11:05:29+5:30

मौत के इस वायरस ने बच्चों और महिलाओं को काफी हद तक बख्शा है।

coronavirus latest research : study find COVID-19 seems to hit men harder than women and kids | Coronavirus: बच्चों-महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को ज्यादा मार रहा है कोरोना वायरस, ये हैं 4 कारण

कोरोना वायरस

चीन की घातक कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में भय और चिंता का माहौल बना हुआ है। चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण से मृतक संख्या 2118 पहुंच गयी है। इस संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 74,576 हो गयी है। मौत के इस वायरस ने बच्चों और महिलाओं को काफी हद तक बख्शा है। यह वायरस सबसे ज्यादा मध्यम आयु वर्ग के लोगों और बुजुर्गों के लिए खतरा पैदा कर रहा है।

न्यूयॉर्क की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस हफ्ते, चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने कोरोनो वायरस मामलों के अब तक के सबसे बड़े विश्लेषण को प्रकाशित किया। इस वायरस ने पुरुषों और महिलाओं को लगभग समान संख्या में संक्रमित किया गया है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि पुरुषों में मृत्यु दर 2.8 प्रतिशत थी, जबकि महिलाओं में 1.7 प्रतिशत थी। 

पुरुषों को ज्यादा खतरा क्यों? 
1) यौन संबंध 

वैज्ञानिकों का कहना है कि वर्तमान महामारी में पुरुषों के खिलाफ कई कारक काम कर सकते हैं। इनमें कुछ ऐसे हैं जो जैविक हैं और कुछ जो जीवनशैली से जुड़े हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि यौन संबंध बनाने की वजह से अधिक पुरुषों का इम्यून सिस्टम वायरस के खिलाफ बेहतर तरीके से रेस्पोंस नहीं कर पाता है।

जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की वैज्ञानिक सबरा क्लेन के अनुसार, यह एक ऐसा पैटर्न है जिसे हमने श्वसन पथ के कई वायरल संक्रमणों के साथ देखा है। इस मामले में पुरुषों के परिणाम खराब हो सकते हैं। हमने यह अंतर अन्य वायरस के साथ भी देखा है। 

उन्होंने कहा कि महिलाएं उनसे बेहतर तरीके से लड़ती हैं। टीकाकरण के बाद महिलाओं का इम्यून रेस्पोंस बेहतर रहता है और उनका इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है। हालांकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक डॉक्टर जेनीन क्लेटन का मानना है कि महिलाएं रूमेटाइड आर्थराइटिस और ल्यूपस जैसे ऑटोइम्यून रोगों के लिए अतिसंवेदनशील होती हैं। 

2) स्मोकिंग 
चीन में दुनिया में धूम्रपान करने वालों की सबसे बड़ी आबादी है। दुनिया के धूम्रपान करने वालों में से लगभग एक तिहाई लोग चीन में हैं। लेकिन पुरुषों के के मुकाबले सिर्फ 2 प्रतिशत चीनी महिलाएं धूम्रपान करती हैं। 

3) सेक्स हार्मोन 
वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ जैविक कारक भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं जिसमें महिला सेक्स हार्मोन एस्ट्रोजन भी शामिल है, जो प्रतिरक्षा में बड़ी भूमिका निभाता है। यह तथ्य कि महिलाओं में दो एक्स गुणसूत्र होते हैं, जिसमें प्रतिरक्षा संबंधी जीन होते हैं। जाहिर है पुरुषों में केवल एक गुणसूत्र होता है।

4) डायबिटीज और ब्लड प्रेशर 
चीन के पुरुषों में महिलाओं की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मामले अधिक हैं। यह दोनों कारक कोरोनो वायरस की जटिलताओं के जोखिम को बढ़ाते हैं। चीन में पुरुषों में पुरानी फेफड़े की बीमारी की दर महिलाओं की तुलना में लगभग दोगुनी है।

Web Title: coronavirus latest research : study find COVID-19 seems to hit men harder than women and kids

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