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तनाव लेने से कम हो सकता है कोरोना वैक्सीन का प्रभाव, टीका लगवाने से पहले इन बातों का जरूर रखें ख्याल

By अनुराग आनंद | Updated: January 16, 2021 09:39 IST

आज से भारत में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण शुरू हो गया है। ऐसे में वैक्सीन की प्रभाव कम न हो इसके लिए टीका लगवाने से पहले रिसर्च में सामने आई बातों को जरूर पढ़ें।

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ठळक मुद्देअंतर्राष्ट्रीय संगठन एसोसिएशन फॉर साइकोलॉजिकल साइंस ने एक रिपोर्ट जारी कर वैक्सीन लगवाने से पहले तनाव से बचने के लिए कहा है।इस रिसर्च में कई ऐसी अहम जानकारी सामने आई है, जिसके बारे में वैक्सीन लगवाने से पहले आपके लिए जानना काफी जरूरी है। 

नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए आज (16 जनवरी) से देश भर में टीकाकरण प्रारंभ होने जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महामारी को हराने के लिए खुद इस अभियान की शुरुआत करने वाले हैं। 

इस बीच कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर एक नया रिसर्च सामने आया है। इस शोध के बाद वैज्ञानिकों का दावा है कि अवसाद, तनाव और अकेलापन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करके कोविड-19 टीके समेत विभिन्न टीकों की प्रभावकारिता को कम कर सकता है।

जानें किन छोटी कोशिशों से टीका की प्रारंभिक प्रभावकारिता बढ़ती है-

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, अंतर्राष्ट्रीय संगठन एसोसिएशन फॉर साइकोलॉजिकल साइंस की एक रिपोर्ट में प्रकाशित होने के लिए स्वीकार की गई एक रिसर्च के अनुसार कुछ बातों को ध्यान रखने से वैक्सीन का प्रभाव बढ़ाया जा सकता है।

टीका लगवाने से कुछ देर पहले व्यायाम करने से और टीका लगवाने से 24 घंटे पहले रात में अच्छी नींद लेने समेत साधारण कोशिशों से टीके की प्रारंभिक प्रभावकारिता बढ़ सकती है। इस तरह से कई ऐसी अहम जानकारी इस रिसर्च के माध्यम से सामने आई है, जिसके बारे में वैक्सीन लगवाने से पहले आपके लिए जानना काफी जरूरी है। 

जानें किस वजह से कुछ लोगों पर धीमा असर कर सकता है वैक्सीन-

बता दें कि लोगों को कोरोना वैक्सीन देने का मुख्य उद्धेश्य यह सुनिश्चित करना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों में इस संक्रमण के खिलाफ लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉटी तैयार हो, ताकि इस जानलेवा बीमारी से बचाव हो सके। लेकिन, शोध के बाद वैज्ञानिकों का मानना है कि वैक्सीन लगाए जाने के बाद भी हर किसी को इस टीका से तुरंत पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं होगा। 

एसोसिएशन फॉर साइकोलॉजिकल साइंस ने नई रिपोर्ट पर एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि पर्यावरणीय कारकों,तनाव आदि से एक व्यक्ति के आनुवंशिकी और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर काफी प्रभाव डालता है। इन सभी वजहों से किसी इंसान के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर भी हो जाती है। ऐसे में कोरोना वैक्सीन की प्रतिक्रिया इन लोगों पर धीमा असर कर सकते हैं।

अनुसंधानकर्ता एनेलीज मेडिसन ने वैक्सीन के प्रभाव पर ये कहा-

अमेरिका के ओहायो विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ता एनेलीज मेडिसन ने कहा कि कोविड-19 महामारी से शारीरिक दिक्कतों के साथ-साथ मानसिक दिक्कतें भी पेश आई हैं, जिसके चलते तनाव, अवसाद और अन्य संबंधित परेशानियां पैदा हुई हैं। इस तरह के भावनात्मक तनाव पैदा करने वाली परेशानियां किसी व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं।

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