एक फरवरी को मोदी सरकार अंतरिम बजट-2018 पेश करेगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद में बजट पेश करेंगे। पिछले बजट की तरह इस बार भी सरकार से स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए काफी उम्मीदें हैं। मोदी सरकार ने पिछले आम बजट-2018-19 में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना 'भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई)' की घोषणा की गई थी।
'आयुष्मान भारत योजना' के नाम से मशहूर इस योजना को पिछले साल सितंबर में देशभर में लॉन्च कर दिया गया। हाल ही में इस योजना को शुरू हुए 100 दिन हो गए हैं। चलिए जानते हैं कि इन सौ दिनों में इस योजना का क्या हाल रहा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना के तहत पहले 100 दिनों में, 6.85 लाख रोगियों को अस्पताल में उपचार प्रदान किया गया है। इसके अलावा 43.88 लाख ई कार्ड जारी किए जा चुके हैं। योजना के तहत 68 फीसदी लोगों का इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में किया गया है।
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के मुताबिक हर मरीज का औसत क्लेम 15,589 रुपये रहा है। योजना के तहत 1 दिन में अलग-अलग जगह 10 हजार लोगों के भर्ती होने का भी रिकॉर्ड है। योजना के तहत 935 करोड़ जारी किए जा चुके हैं। योजना के तहत देश के 50 करोड़ गरीब लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त हेल्थ बीमा दिया जा रहा है। अब तक इस स्कीम से 16 हजार हॉस्पिटल जुड़ चुके हैं। इसमें 55 फीसदी हॉस्पिटल प्राइवेट हैं। इसके तहत रजिस्ट्रेशन की कोई जरूरत नहीं है।
आप कैसे उठा सकते हैं आयुष्मान भारत योजना का लाभइसके लिए एक गोल्डन कार्ड सभी को जारी होगा। जब भी आप योजना में रजिस्टर्ड हॉस्पिटल जाएंगे वहां पर आपको आयुष्मान मित्र (आरोग्य मित्र) मिलेंगे। यह आपकी सहायता करेंगे। ये सबसे पहले एक सॉफ्टवेयर के जरिए इस बात की पुष्टि करेंगे कि आप योजना के लिए पात्र हैं या नहीं। इसके लिए आपसे आधार कार्ड या आपकी पहचान का दूसरा कार्ड मांगा जाएगा।
इसके बाद आपकी बीमारी के हिसाब से हॉस्पिटल पैकेज का चयन करेगा। आपकी जांच और इलाज होगा। इससे जुड़े डॉक्यूमेंट हॉस्पिटल इकट्ठे करेगा। इसके बाद आपको डिस्चार्ज कर देगा। आपका इलाज होने पर डिस्चार्ज समरी जारी होगी। इसके बाद हॉस्पिटल को पेमेंट हो जाएगा।
आयुष्मान भारत योजना का हेल्पलाइन नंबरआप इन नंबरों पर इस बात का पता कर सकते हैं कि आप आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं या नहीं। हेल्पलाइन का नंबर 14555 है। इस पर मरीज आयुष्मान भारत योजना की जानकारी ले सकते हैं। धानमंत्री जन आरोग्य योजना का एक और हेल्पलाइन नंबर 1800 111 565 भी है। यह नंबर 24 घंटे चालू रहेगा।