Breast Cancer Awareness Month: महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के 7 लक्षण, दूसरा लक्षण दिखते ही पहुंचे डॉक्टर के पास
By उस्मान | Published: October 30, 2020 03:52 PM2020-10-30T15:52:01+5:302020-10-30T15:52:01+5:30
ब्रेस्ट कैंसर से बचने के उपाय : एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके लक्षणों की सही समय पर पहचान करके और इलाज कराकर इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है
कैंसर एक बेहद ही खतरनाक जानलेवा बीमारी है। कैंसर के कई प्रकार होते हैं जिनमें से एक ब्रेस्ट कैंसर है, जो महिलाओं में सबसे अधिक होने वाला कैंसर है।
WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर से हर साल 2.1 मिलियन महिलाएं प्रभावित होती हैं। यह महिलाओं में कैंसर से संबंधित सबसे बड़ी मौत का कारण भी है।
ब्रेस्ट कैंसर क्या है?
अगर वक्त रहते इसका इलाज नहीं कराया गया तो ये जानलेवा साबित हो सकता है। अगर समय पर संभल गए तो ये ठीक भी हो सकता है। इसका कारण स्तन कैंसर स्तन की कोशिकाओं में विकसीत होना होता है। ये आमतौर पर कैंसर लोब्यूल्स या स्तन के नलिकाओं में बनता है, जो दूध का उत्पादन करती है।
ब्रेस्ट कैंसर का समय पर इलाज जरूरी
स्तन कैंसर से बचने के लिए जरूरी है कि आपको इसके लक्षणों के बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। जिससे की आप इसकी पहचान कर सही समय पर इलाज कर सके।
कई महिलाओं को इसके बारे में कुछ पता नहीं होता है, यहां तक की कुछ ऐसी चीजे होती हैं जिसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। इसलिए ये बेहद जरूरी है कि आपको स्तन कैंसर के बारे में जानकारी हो। हम आपको बताने जा रहे हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण और और बचाव के तरीके।
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के कारण
स्तन कैंसर के मुख्य कारण होते हैं स्तन की कोशिकाओं का असमान्य रूप से बढ़ना। ये कोशिकाएं स्वस्थ कोशिकाओं की तुलना में ज्यादा तेजी से अलग गांठ का निर्माण करती हैं।
कोशिकाएं अपने स्तन के जरिए आपके लिफ्म नोड्स या आपके शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती है। शोधकर्ताओं ने हार्मोनल, जीवनशैली और पर्यावरणिय कारकों की पहचान की है जो स्तन कैंसर के खतरे को बंढ़ा सकते हैं।
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के ऍम लक्षणों में 1) ब्रेस्ट के उपर की त्वचा में लगातार बदलाव होना, 2) निप्पल उलटा होना, 3) निप्पल या हड्डी के त्वचा खराब होना, 4) ब्रेस्ट के उपर लाल होना, 5) स्तन में गांठ या गाढ़ा होना, 6) निप्पल से डिस्चार्ज होना, 7) स्तन के आकार में परिवर्तन होना।
लक्षण दिखने पर क्या करना चाहिए
अगर ऊपर बताये गए कोई भी लक्षण आपको दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें। इसमें किसी भी प्रकार की देरी आपके जीवन को खतरे में डाल सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि समय पर लक्षणों की पहचान करके और इलाज से इस बीमारी से राहत पाई जा सकती है।
कैसे करें ब्रेस्ट कैंसर से बचाव
शराब का सेवन कम मात्रा में करें, नियमित रूप से आपको व्यायाम करें। शरीर के मोटापे को बढ़ने से रोके, एक अच्छी डाइट लें। स्तन कैंसर स्क्रीनिंग के बारे में अपने डॉक्टर से पूछें। पोस्टमेनोपॉज़ल हार्मोन थेरेपी को सीमित करें।
स्तन कैंसर के जोखिम कारक
स्तन कैंसर का सटीक कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन कुछ जोखिम कारक इसे अधिक संभावना बनाते हैं। इन जोखिम कारकों में से कुछ को रोकना संभव है। उम्र स्तन कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है। जेनेटिक्स बीआरसीए 1 और बीआरसीए 2 जीन में कुछ उत्परिवर्तन करने वाली महिलाओं में स्तन कैंसर, डिम्बग्रंथि के कैंसर या दोनों के विकास की संभावना अधिक होती है।
लोग इन जीनों को अपने माता-पिता से विरासत में लेते हैं। टीपी53 जीन में उत्परिवर्तन के कारण स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। यदि किसी करीबी रिश्तेदार को स्तन कैंसर हुआ है या हुआ है, तो एक व्यक्ति के स्तन कैंसर विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।