अटल बिहारी वाजपेयी डेथ एनिवर्सरी 2019: वाजपेयी की आज पहली पूण्यतिथि, जानें किस वजह से हुई थी मौत
By उस्मान | Published: August 16, 2019 10:57 AM2019-08-16T10:57:59+5:302019-08-16T11:01:38+5:30
Atal Bihari Vajpayee first death anniversary: भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज पहली पूण्यतिथि है। 93 साल के इस महान नेता ने पिछले साल 16 अगस्त को शाम 5.05 बजे दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान दुनिया को अलविदा कह दिया था।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज पहली पूण्यतिथि है। 93 साल के इस महान नेता ने पिछले साल 16 अगस्त को शाम 5.05 बजे दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान दुनिया को अलविदा कह दिया था। अटल काफी लंबे समय से डायबिटीज, किडनी इंफेक्शन और यूरिन इंफेक्शन से पीड़ित थे।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई बड़े नेता वाजपेयी के स्मारक सदैव अटल पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे हैं। अटल वाजपेयी की बेटी नमिता कौल भट्टाचार्य और पोती निहारिका ने भी स्मृति स्थल पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। आजादी के बाद 1957 में लोक सभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। 1977 में जनता पार्टी सरकार में देश के विदेश मंत्री रहे। 1996 में पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने। 1998 में दोबारा पीएम बने लेकिन 13 महीनों बाद ही उन्हें पद छोड़ना पड़ा। अटल बिहारी वाजपेयी 1999 में तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने और अपना कार्यकाल पूरा करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी पीएम बने।
इन बीमारियों से पीड़ित थे अटल
1) किडनी नली में संक्रमण
डॉक्टरों के मुताबिक वाजपेयी जी के गुर्दे यानी किडनी की नली में है संक्रमण है। किडनी में होने वाली प्रॉब्लम के कई कारण होते हैं जिनमें से मधुमेह यानी डायबिटीज भी मुख्य कारण है। इसकी वजह से पेशाब में रुकवट, पेशाब में इन्फेक्शन आदि दिक्कतें सामने आती हैं। किडनी टोक्सिन को बाहर निकालकर सिस्टम को साफ रखती हैं। शरीर से टोक्सिन बाहर निकलने से रेड ब्लड सेल्स हेल्दी रहते हैं और पोषक तत्वों व खनिजों का संतुलन बना रहता है। लेकिन किडनी पर बुरा असर होने से धीरे-धीरे करके शरीर का पूरा सिस्टम खराब होने लगता है।
किडनी नली में संक्रमण के लक्षण
किडनी नली में संक्रमण होने से पेशाब कम या ज्यादा आना, काले रंग का पेशाब या पेशाब के समय समस्या होने जैसे लक्षण सामने आते हैं। इसके अलावा स्किन में खुजली, हर समय थकान महसूस होना, मतली और उल्टी जैसा एहसास निरंतर रहना, आदि परेशानियां होती हैं।
2) मूत्रनली में संक्रमण
मूत्र मार्ग में संक्रमण या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन गुप्तांगों में होने वाली दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी समस्या है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाई जाती है। पुरुषों में डायबिटीज और महिलाओं में मासिक धर्म के बंद होने के बाद इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा सेक्स के दौरान एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे को होता है। ऐसा माना जाता है कि ज्यादा देर तक पेशाब को रोके रहने से भी इस संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
मूत्र मार्ग संक्रमण के लक्षण
बार-बार पेशाब का आना, छींकने या खांसते समय थोड़ा सा पेशाब आना, बुखार, चक्कर आना, उल्टी होना, पेट में हल्का दर्द, पेशाब के रंग का बदलना और पेशाब करते वक्त जलन महसूस करना इसके आम लक्षण हैं।
3) डायबिटीज
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है। खराब जीवनशैली के चलते यह बीमारी तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। डायबिटीज के रोगियों को आंखों में दिक्कत, किडनी, लीवर की बीमारी और पैरों में दिक्कत होना आम है। डायबिटीज के कई कारण होते हैं जैसे कि कम पानी पीना, देर से खाना, अधिक मीठा खाना, नींद पूरी न होना, व्यायाम न करना, मोटापा, हेल्दी चीजें नहीं खाना, जंक फूड और स्नैक्स का अधिक सेवन करना, आदि।
डायबिटीज के लक्षण
डायबिटीज के रोगी को ज्यादा प्यास लगती है। बार-बार पेशाब आना, थकान महसूस होना, धुंधला दिखना, ज्यादा भूख लगना लेकिन फिर भी तेजी से वजन का गिरना डायबिटीज के सबसे कॉमन लक्षणों में से एक हैं। डायबिटीज रोगी को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और इनकी डाइट भी परफेक्ट होनी चाहिए।