सांस की बीमारी अस्थमा एक आम समस्या है जो किसी को भी प्रभावित कर सकती है। यह वायुमार्ग की एक पुरानी बीमारी है, जो सांस लेने में कठिनाई का कारण बनती है। अस्थमा में वायु मार्ग की सूजन हो जाती है जिसकी वजह से वायुमार्ग का अस्थायी संकुचन होता है जो फेफड़ों तक ऑक्सीजन ले जाता है।
प्रदूषण और ठंड इस बीमारे के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। दमा के हल्के लक्षणों में खांसी, सांस लेने में परेशानी, सांस लेते वक्त घरघराहट होना आदि शामिल हैं। इसके गंभीर लक्षणों में पल्स का तेज होना, चिंता का बढ़ना, पसीना आना, अस्थाई रूप से सांस जाना और छाती में दर्द और सख्त पन महसूस होना आदि शामिल हैं।
अस्थमा का घरेलू इलाज
लैवेंडर ऑयललैवेंडर ऑयल की 5-6 बूंदे एक कटोरा गर्म पानी में डालें और उससे करीबन पांच से दस मिनट तक स्टीम लें। लैवेंडर का तेल न सिर्फ वायुमार्ग की सूजन को कम करता है, बल्कि बलगम के उत्पादन को भी नियंत्रित करता है। जिससे आपके वायुमार्ग को आराम मिलता है।
शहदसांस संबंधी समस्याओं को दूर करने में शहद सबसे पुराना और प्राकृतिक उपचार है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी लेकर उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर उसका धीरे−धीरे सेवन करें। इसके अतिरिक्त रात में सोने से पहले भी एक चम्मच शहद में थोड़ा सा दालचीनी पाउडर मिलाकर उसे चाट लें।
हल्दीएक गिलास पानी में एक चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर उसका सेवन करें। करीबन पंद्रह दिनों तक इस उपचार को दिन में तीन बार करें। हल्दी एक बेहतरीन एंटीमाइक्रोबॉयल एजेंट है। साथ ही इसमें कर्क्युमिन भी पाया जाता है, जो अस्थमा से लड़ने में मददगार है।
अडूसाइस पौधे में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जिस वजह से यह औषधीय पौधा अस्थमा से राहत दिला सकता है। यह वायुमार्ग और फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है। अस्थमा में अडूसा के फायदे लेने के लिए 5-5 मिली अडूसा के पत्तों का रस शहद के साथ 2।5 मिली अदरक का रस मिलाकर सेवन करें।
कॉफीआपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन कॉफी भी अस्थमा से राहत दिलाने का एक आसान लेकिन कारगर उपाय है। इसके लिए आप एक कप गर्मागर्म कॉफी का सेवन करें। इससे आपको तुरंत अस्थमा से राहत मिलती है। दरअसल, यह तुरंत वायुमार्ग को खोलता है, जिससे आपको सांस लेने में आसानी होती है।
अदरकअदरक का इस्तेमाल आपने चाय में तो कई बार किया होगा, अब इसकी मदद से अस्थमा को मात दें। इसके लिए अदरक को कद्दूकस करके उसे एक कप गर्म पानी में डाल दें। अब इसे पांच मिनट के लिए यूं ही छोड़ दें। अब पानी को छान लें और इसमें शहद मिक्स करके गर्म ही पीएं।
अजवाइनदमा रोगी पानी में अजवाइन मिलाकर इसे उबालें और पानी से उठती भाप लें, यह घरेलू उपाय काफी फायदेमंद होता है। 4-5 लौंग लें और 125 मिली पानी में 5 मिनट तक उबालें। इस मिश्रण को छानकर इसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं और गरम-गरम पी लें।
लहसुनअस्थमा में लहसुन का इस्तेमाल भी फायदेमंद हो सकता है, आप लहसुन की कलियों को भूनकर उसको खा सकते हैं, आप चाहें तो स्वाद के लिए उसमें थोड़ा सा शहद मिला सकते हैं। ये आपके गले की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही खांसी में भी राहत मिल सकती है।
प्याजअस्थमा के इलाज के लिए प्याज के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, इससे जुड़े एनसीबीआई के एक शोध में प्याज के एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी अस्थमैटिक गुण के बारे में पता चलता है, जो अस्थमा में आराम पहुंचाने में मददगार हो सकते हैं।
आंवलाआंवला का उपयोग भी अस्थमा में फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके एंटी इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला) गुण का भी जिक्र मिलता है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि घरेलू तरीके से दमा की बीमारी का इलाज करने के लिए आवंले का उपयोग किया जा सकता है। वसाकाअपनी डाइट में वसाका नामक जड़ी शामिल करें। वसाका, जिसे मालाबार नट भी कहते हैं, ब्रीदिंग में राहत देती है और सांस लेने के रास्ते को भी खोलती है। यह बलगम को बाहर निकालती है। यह खांसी कम करके फेफड़ों की कार्य करने की क्षमता को बढ़ाती है।