देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं और दूसरी लहर से उपजे भयावह संकट से राहत मिली है। बावजूद इसके कई राज्यों में कोरोना के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। इनमें केरल भी शामिल है। कोरोना की चुनौती के साथ ही केरल में जीका वायरस का खतरा भी मंडरा रहा है। राज्य में जीका वायरस के दो और मामले सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में जीका वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया है कि राज्य में जीका वायरस के दो और मामले सामने आए हैं। इनमें से एक 35 वर्षीय व्यक्ति पोनथुरा का रहने वाला है। वहीं दूसरा 41 वर्षीय व्यक्ति सस्थामंगलम का निवासी है। उन्हांने बताया कि अब तक प्रदेश में जीका वायरस के 21 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
केरल में जीका वायरस का पहला मामला तिरुवनंतपुरम में सामने आया था। जब प्रसाल्ला की 24 वर्षीय गर्भवती महिला में संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
चिकनगुनिया-डेंगु जैसे लक्षण
मच्छर के काटे जाने के बाद 2-7 दिन के बाद कोई व्यक्ति जीका वायरस से सं╪मित होता है। इसमें भी चिकनगुनिया और डेंगु के लक्षण पाए जाते हैं। बीमार होने पर बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द और उल्टी के लक्षण पाए जा सकते हैं।
पर्याप्त आराम की जरूरत
इसके रोगियों को पर्याप्त आराम की जरूरत होती है। अभी तक इस वायरस के लिए किसी भी वैक्सीन या दवा का निर्माण नहीं हुआ है। ऐसे में मच्छरों से बचाव ही इस वायरस को दूर रख सकता है।